ओट्टावा । खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के राजनयिक घमासान के बीच एक और खालिस्तान समर्थक गैंगस्टर की हत्या हो गयी है। भारतीय जांच एजेंसी एनआईए की वांछित सूची में शामिल सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुनेके की कनाडा में हत्या कर दी गयी है। गैंगवार में हुई इस हत्या की जिम्मेदारी लारेंस विश्नोई गैंग ने ली है।
जानकारी के मुताबिक कनाडा के मनितोबा प्रांत के विन्नीपेग में सुक्खा दुनेके की हत्या कर दी गयी। उस पर 15 राउंड गोलियां चलाई गयीं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2017 में भारत से भाग कर कनाडा पहुंचा सुक्खा खालिस्तान समर्थक था। भारतीय जांच एजेंसी, एनआईए द्वारा जारी की गयी 41 आतंकियों व गैंगस्टरों की सूची में सुक्खा शामिल था। उसे खालिस्तानी आतंकी-गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला का राइट हैंड माना जाता था। वह कनाडा में बैठकर अपने गुर्गों से भारत में रंगदारी वसूलता था।
लॉरेंस गैंग ने गैंगस्टर सुक्खा के कत्ल की जिम्मेदारी ली है। लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा की सुक्खा बंबीहा ग्रुप का इंचार्ज बना फिरता था। सुक्खा को हेरोइन का आदी नशेड़ी बताकर कहा गया है कि उसने सिर्फ अपने नशे के शौक को पूरा करने के लिए बहुत घर उजाड़े थे। उसकी हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए लारेंस विश्नोई गैंग ने लिखा है कि सुक्खा ने गुरलाल बराड़, विक्की मिड्डूखेड़ा, संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवाई थी। दावा किया गया है कि सुक्खा को उसके किए हुए पापों की सजा मिल गयी है। साथ ही लारेंस गैंग ने अपने बाकी दुश्मनों को भी सजा देने की बात कही है।
hardeep singh nijjar
कनाडा के पीएम के बयान को भारत ने किया सिरे से खारिज, विदेश मंत्रालय ने आरोप को बेतुका बताया
नई दिल्ली । भारत ने मंगलवार को कनाडा की संसद में वहां के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से दिए गए बयान और वहां की विदेश मंत्री के बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था।
विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कनाडा लगातार भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ काम करने वाले खालिस्तान गुटों को पनपने दे रहा है। अपनी कमजोरी से ध्यान भटकाने के लिए वह इस तरह के आरोप लगा रहा है।
मंत्रालय के अनुसार, “कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत सरकार की संलिप्तता का आरोप बेतुका और प्रेरित हैं। इसी तरह के आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री ने हमारे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के समक्ष उठाए थे, जिन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। हम कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता वाली लोकतांत्रिक देश हैं।”
भारत ने मांग की है कि कनाडा सरकार अपनी धरती से सक्रिय सभी भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करे।
भारत ने आरोप लगाया कि कनाडा की ओर से लगातार खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चिंता का विषय बना हुआ है। यह भी गहरी चिंता का विषय है कि कनाडा की राजनीतिक हस्तियां इन खालिस्तान तत्वों के साथ सहानुभूति दिखा रही हैं।
भारत ने कहा कि कनाडा में हत्या, मानव तस्करी और संगठित अपराध सहित कई अवैध गतिविधियों को संरक्षण मिलना कोई नई बात नहीं है। विदेश मंत्रालय भारत सरकार को ऐसे घटनाक्रम से जोड़ने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करता है।
कनाडाई पत्रकार ने उठाया सवाल
कनाडा के वरिष्ठ पत्रकार ताहिर असलम गोरा ने निज्जर हत्याकांड में कनाडा सरकार के आरोपों पर सवाल उठाया है। गोरा का कहना है कि हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेकर भारत से वापस आए हैं। उनके भारत में रहते मीडिया में कई तरह की विवादित खबरें सामने आई थी। ऐसे समय में निज्जर हत्याकांड को लेकर भारत पर लगाया जा रहा आरोप क्या संकेत देता है?
माना जा रहा है कि भारत पर कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो का ताजा आरोप वहां बड़ी संख्या में रह रहे खालिस्तान समर्थक तत्वों के दबाव में दिया गया है। काफी संख्या में खालिस्तान समर्थक वहां की राजनीतिक व्यवस्था में सक्रिय हैं।
ओटावा । कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के पंजाबी बहुल इलाके सरे में स्थित गुरु नानक सिख गुरुद्वारा में भारत में वांछित खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह इस गुरुद्वारा का अध्यक्ष था। भारत में पंजाब के फिल्लौर में पुजारी हत्याकांड मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी।
निज्जर अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से संबद्ध था। यह संगठन भारत में प्रतिबंधित है। निज्जर ने ब्रैम्पटन शहर में खालिस्तान जनमत संग्रह कराने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने निज्जर के खिलाफ कथित तौर पर आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में आरोपपत्र दायर किया था। भारत ने कनाडा के अधिकारियों से पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए निज्जर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।