मिर्जापुर। हलिया वनरेंज के नदना गांव की कोल बस्ती में मंगलवार की देर रात लगभग बारह फीट का मगरमच्छ भटकते हुए पहुंच गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर मेजा-ददरी जलाशय में छोड़ा।
नदना गांव के कोल बस्ती में देर रात बंधे मवेशियों के लगातार छटपटाने और कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की नींद खुल गई। लाठी-डंडा व टार्च जलाकर लोग अगल-बगल देखने लगे। बस्ती निवासी पूजा कोल के घर के पास मगरमच्छ चहलकदमी करते हुए दिखाई दिया। मगरमच्छ को देखते ही ग्रामीणों में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। ग्रामीणों ने मगरमच्छ पर बोरा फेंककर उसे घेर लिया और इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे डिप्टी रेंजर त्रिभुवन प्रसाद सिंह, वन दरोगा अजय प्रकाश, वन्यजीव रक्षक राणा प्रताप सिंह, नीटू शर्मा, रामदास, शीतला बख्श आदि ने ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर क्षेत्र के मेजा ददरी बांध में सुरक्षित छोड़ दिया। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
डिप्टी रेंजर टीपी सिंह ने बताया कि नदना गांव में करीब बारह फीट का नर मगरमच्छ भटकते हुए कोल बस्ती में पहुंच गया था। मगरमच्छ संभवतः गांव के तालाब से निकलकर बस्ती में भटकते हुए पहुंच गया था। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर मेजा ददरी जलाशय में छोड़ दिया है।
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