बर्लिन । जर्मनी के दिग्गज फुटबॉलर फ्रांज बेकनबाउर, जिन्होंने खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में विश्व कप जीता, का निधन हो गया है। वह 78 वर्ष के थे। बेकनबाउर के निधन की घोषणा सबसे पहले उनके परिवार की ओर से जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए को दिए गए एक बयान के माध्यम से की गई और फिर जर्मन फुटबॉल महासंघ ने इसकी पुष्टि की।
परिवार ने अपने बयान में कहा, “बहुत दुख के साथ हमें यह घोषणा करनी पड़ रही है कि मेरे पति, फ्रांज बेकनबाउर का, रविवार को निधन हो गया। हम चाहते हैं कि हमें शांति से शोक मनाने की अनुमति दी जाए और किसी भी सवाल से बचा जाए।”
बयान में निधन का कारण नहीं बताया गया। बायर्न म्यूनिख के पूर्व महान खिलाड़ी, जिन्हें प्यार से “कैसर” – या “सम्राट” के नाम से जाना जाता है – हाल के वर्षों में स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
बेकनबाउर जर्मन फुटबॉल की केंद्रीय शख्सियतों में से एक थे। एक खिलाड़ी के रूप में, उन्होंने फुटबॉल में डिफेंडर की भूमिका निभाई और 1966 के फाइनल में इंग्लैंड से हारने के बाद 1974 में पश्चिम जर्मनी को विश्व कप खिताब दिलाया। वह कोच थे जब 1990 में पश्चिम जर्मनी ने फिर से टूर्नामेंट जीता था।
2018 और 2022 विश्व कप वोटों में कथित भ्रष्टाचार की अभियोजक माइकल गार्सिया की जांच में सहयोग करने में विफल रहने के लिए बेकनबाउर को 2014 में फीफा की नैतिक समिति द्वारा फुटबॉल से संबंधित सभी गतिविधियों से कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया गया था। ब्राज़ील में 2014 विश्व कप के दौरान जब वह सहयोग करने के लिए सहमत हुए तो निलंबन हटा लिया गया था।
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मुंबई। जर्मनी में जन्मे मशहूर हॉलीवुड अभिनेता क्रिश्चियन ओलिवर और उनकी दो बेटियों की एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। वह जिस छोटे विमान में यात्रा कर रहे थे, वह उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद कैरेबियन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ”द गुड जर्मन” और ”स्पीड रेसर” फिल्मों में नजर आए क्रिश्चियन ओलिवर की गुरुवार को उनकी बेटियों के साथ एक निजी विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई। रॉयल सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस पुलिस बल ने एक बयान में कहा कि मृतकों की पहचान 51 वर्षीय ओलिवर, उनकी बेटियां मदिता (10) और एनिक (12) और पायलट रॉबर्ट सैक्स के रूप में की गई है।
हादसे के बाद मछुआरे और तट रक्षक तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और सभी चार शवों को बरामद कर लिया। विमान गुरुवार आधी रात के बाद ग्रेनेडाइंस के एक छोटे द्वीप बेक्विया से सेंट लूसिया जा रहा था। बताया गया है कि ओलिवर अपनी लड़कियों के साथ नए साल की छुट्टियां मनाने यहां आए थे।
क्रिश्चियन ओलिवर अब तक 60 से अधिक फिल्में और टीवी सीरीज कर चुके हैं। उनके निधन की खबर सामने आने के बाद फैंस सदमे में हैं। प्रशंसक ओलिवर और उनकी बेटियों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
कुआलालंपुर । भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने एफआईएच जूनियर विश्व कप मलेशिया 2023 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। रोमांचक क्वार्टर फाइनल में हॉफ टाइम तक 2-0 से पीछे चल रही भारतीय टीम ने धैर्य और चरित्र का शानदार प्रदर्शन करते हुए नीदरलैंड्स को 4-3 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
पहले क्वार्टर की शुरुआत में टिमो बोअर्स (5′) ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल कर नीदरलैंड्स को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में पेपिज़न वैन डेर हेजडेन (16′) ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर हॉफ टाइम तक अपनी टीम को 2-0 हो गई।
भारतीय टीम ने तीसरे क्वार्टर में बेहतरीन वापसी की। अरिजीत सिंह हुंदल की सहायता से आदित्य लालेज (34′) ने गोल कर भारत का खाता खोला। इसके दो मिनट बाद अरायजीत ने पेनल्टी स्ट्रोक से गोल कर भारत को 2-2 से बहराबरी दिला दी। तीसरे क्वार्टर के अंत में ओलिवर हॉर्टेंसियस (44′) ने गोल कर नीदरलैंड्स को 3-2 से आगे कर दिया।
दस मिनट से भी कम समय शेष रहने पर, भारतीयों ने अपने खेल की गति बढ़ा दी और यह उपयोगी साबित हुआ क्योंकि सौरभ आनंद कुशवाह (52′) ने एक शानदार रिबाउंड पर गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया।
मैच के 57वें मिनट में कप्तान उत्तम सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 4-3 से आगे कर दिया और अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ। 14 दिसंबर को सेमीफाइनल मुकाबले में भारत का सामना जर्मनी से होगा।
नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को स्पेन के वालेंसिया में 15 से 22 दिसंबर तक होने वाले आगामी 5 देशों के टूर्नामेंट के लिए 22 सदस्यीय भारतीय महिला हॉकी टीम की घोषणा कर दी है।
भारत टूर्नामेंट में आयरलैंड, जर्मनी, स्पेन और बेल्जियम के खिलाफ खेलेगा, जो 13 जनवरी, 2024 से शुरू होने वाले एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 से पहले तैयारी के रूप में काम करेगा।
शीर्ष गोलकीपर सविता को कप्तान और अनुभवी वंदना कटारिया को टीम का उप-कप्तान बनाया गया है। टीम चयन पर भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच जेनेके शोपमैन ने कहा, ”हम एक संतुलित, मजबूत टीम के साथ जा रहे हैं। यह टूर्नामेंट खिलाड़ियों को हाल के प्रदर्शन को आगे बढ़ाने और सभी महत्वपूर्ण एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 में जाने के लिए खुद को सही मानसिक स्थिति में रखने के लिए एक आदर्श मंच देता है।”
उन्होंने कहा, “शीर्ष यूरोपीय टीमों के खिलाफ मैच से हमें उन क्षेत्रों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी जिनमें टूर्नामेंट से पहले सुधार की जरूरत है और हम इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।”
वालेंसिया में होने वाले 5 देशों के टूर्नामेंट 2023 के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम इस प्रकार है-
गोलकीपर- सविता (कप्तान), बिच्छू देवी खारिबाम।
डिफेंडर्स- निक्की प्रधान, उदिता, इशिका चौधरी, गुरजीत कौर, अक्षता अबासो ढेकाले।
मिडफील्डर- निशा, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, मोनिका, सलीमा टेटे, नेहा, नवनीत कौर, सोनिका, ज्योति, बलजीत कौर।
फारवर्ड- ज्योति छेत्री, संगीता कुमारी, दीपिका, वंदना कटारिया (उप-कप्तान), ब्यूटी डुंगडुंग, शर्मिला देवी।
भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान ने संयु्क्त राष्ट्र को वैश्विक समस्याओं के निवारण में बताया अक्षम
न्यूयार्क । भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान के समूह जी-4 ने संयुक्त राष्ट्र संघ को वैश्विक समस्याओं के निवारण में पूरी तरह से अक्षम करार दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा से अलग हुई इन चारों देशों की बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी व अस्थायी सदस्यों को बढ़ाने की मांग की गई।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग लंबे समय से की जा रही है। अब इसे लेकर रणनीति बननी भी शुरू हो गई है। संयुक्त राष्ट्र की आमसभा से अलग भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान के समूह जी-4 की बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की जरूरत पर सहमति बनी और कहा गया कि सुरक्षा परिषद का स्वरूप ऐसा होना चाहिए जो समकालीन भू-राजनीतिक व्यवस्थाओं का बेहतर ढंग से पेश कर सके। बैठक में ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा, जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक, जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा और भारत के विदेश मामलों के सचिव संजय वर्मा शामिल हुए।
बैठक में कहा गया कि जटिल संकटों के कारण बहुपक्षवाद पर काफी दबाव है। संयुक्त राष्ट्र वैश्विक समस्याओं का प्रभावी और समय से निवारण में अक्षम साबित हो रहा है, ऐसे में इसमें सुधार की जरूरत है। बैठक के बाद जारी किए गए संयुक्त प्रेस वक्तव्य में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार की जरूरत है। जिससे इसे ज्यादा प्रभावी, वैध और कुशल बनाने में मदद मिलेगी। बैठक में शामिल चारों देशों ने संयुक्त राष्ट्र से इस अहम मुद्दे पर आगे बढ़ने की अपील की।
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सप्ताह भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। उनके स्थान पर चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग आगामी नौ व दस सितंबर को भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
जी-20 समूह की अध्यक्षता इस समय भारत के पास है। जी-20 समूह का महत्व इसी बात से समझा जा सकता है कि दुनिया की सकल घरेलू आय (जीडीपी) का 85 प्रतिशत हिस्सा जी-20 देशों का है। इसी तरह दुनिया की दो-तिहाई आबादी जी-20 देशों में रहती है और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा जी-20 देशों का है। जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन शामिल हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के न पहुंचने की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। पिछले कुछ दिनों से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भी दिल्ली न पहुंचने के कयास लग रहे थे। सोमवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने इन कयासों पर मुहर लगा दी। चीन के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत नहीं जाएंगे। उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग जी-20 बैठक में हिस्सा लेंगे। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनिपिंग के जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग न लेने पर निराशा जताई थी।
दरअसल, इस मौके को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और शी जिनपिंग के बीच बातचीत के अहम मौके के तौर पर देखा जा रहा था। माना जा रहा था कि जी-20 में बैठक के बाद अमेरिका-चीन के बीच तनाव को कम करने की कोशिश की जाएगी।
लंदन । भारतीय बच्ची अरिहा शाह को भारत भेजने की मांग को लेकर रविववार को जर्मनी में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी और बच्चे सड़कों पर उतरे। ज्ञात रहे कि जर्मनी में पिछले 22 महीनों से भी ज्यादा समय से भारतीय बच्ची अरिहा शाह को एक शिशु देखभाल केंद्र में रखा गया है। भारत की बच्ची को लेकर लगातार जर्मनी पर दबाव बना रहा है।
भारत वापस लाने की मांग करने के लिए बच्चों सहित भारतीय प्रवासियों ने मैनहेम परेडप्लात्ज शहर में सड़क किनारे इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों में टेम्पलेट और बैनर्स ले रखे थे, जिसपर बेबी अरिहा को भारत भेजने की बात लिखी थी। बता दें कि भारत जर्मनी से अरीहा को जल्द से जल्द स्वदेश भेजने में मदद करने की मांग कर रहा है। भारत का कहना है कि यह बच्ची के लिए बहुत जरूरी है कि वह अपने भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और समाजिक वातावरण में पले-बढ़े।
आपको बता दें कि यह पूरा मामला सितंबर, 2021 का है, जब भारतीय नागरिक अरिहा सात माह की थी तभी जर्मनी की यूथ वेलफेयर ऑफिस ने एक डॉक्टर की शिकायत पर माता-पिता पर बच्ची के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसे कब्जे में ले लिया था। हालांकि उसके माता पिता का कहना था कि जर्मन अधिकारी उन्हें पूरी बात रखने का ठीक से समय भी नहीं दिया।
वहीं, कुछ समय पहले जब जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बीयरबॉक भारत आई थीं, तब भी उनसे इस संबं में साफ तौर पर बात हुई थी। लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बेंगलुरु । भारतीय महिला हॉकी टीम बुधवार को बेंगलुरु से अपने यूरोपीय दौरे के लिए रवाना हुई। टीम तीन मैचों की श्रृंखला के लिए सबसे पहले जर्मनी के लिए उड़ान भरेगी, जहां भारत दो मैचों में मेजबान जर्मनी से भिड़ेगा, जबकि एक मैच में उनका मुकाबला चीन से भी होगा।
भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत लिम्बर्ग में करेगी, जहां उनका मुकाबला 16 जुलाई 2023 को चीन से होगा। इसके बाद, भारतीय टीम क्रमशः 18 और 19 जुलाई 2023 को विस्बाडेन और रसेलहेम में मेजबान जर्मनी से भिड़ेगी। भारतीय टीम इस दौरे का उपयोग हांग्जो एशियाई खेल 2023 की तैयारी के लिए करेगी।
इसके बाद भारतीय टीम 100वीं वर्षगांठ स्पेनिश हॉकी फेडरेशन – अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए 20 जुलाई को टेरासा, स्पेन के लिए उड़ान भरेगी। वे अपने अभियान की शुरुआत 25 जुलाई को मेजबान स्पेन के खिलाफ करेंगे। भारतीय टीम का अगला मुकाबला 27 जुलाई को रिपब्लिक ऑफ साउथ अफ्रीका से होगा। 28 जुलाई को उनका आखिरी ग्रुप मैच इंग्लैंड के खिलाफ होगा।
टीम का नेतृत्व गोलकीपर सविता करेंगी जबकि दीप ग्रेस एक्का को उप-कप्तान बनाया गया है। भारतीय टीम बेंगलुरु के साई केंद्र में राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में प्रशिक्षण ले रही थी।
भारतीय टीम के रवाना होने से पहले भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता ने कहा, ”हम वास्तव में इस दौरे का इंतजार कर रहे हैं। एशियाई खेलों से पहले अच्छी टीमों के खिलाफ खेलने से हमें सीखने का अच्छा अनुभव मिलेगा। आगामी एशियाई खेलों की तैयारी के लिए ये मैच हमारे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण होंगे। पिछले कुछ महीनों में अपनी ताकत और कमजोरियों पर काम करने के बाद, हम जर्मनी और स्पेन में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का लक्ष्य रखेंगे।”
इस बीच, भारतीय महिला हॉकी टीम की उप-कप्तान दीप ग्रेस एक्का ने कहा, ”हमने पिछले कुछ हफ्तों में कठोर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं। तैयारियां वास्तव में अच्छी रही हैं, और हमारा पिछला प्रदर्शन खिलाड़ियों के लिए काफी आत्मविश्वास बढ़ाने वाला होगा। हम जर्मनी और स्पेन में अपने मैचों में इसे दोहराने की कोशिश करेंगे।”
भारतीय टीम इस प्रकार है:
गोलकीपर: सविता (कप्तान), बिच्छू देवी खारिबाम।
डिफेंडर: दीप ग्रेस एक्का (उपकप्तान), निक्की प्रधान, इशिका चौधरी, उदिता, सुशीला चानू पुखरामबम।
मिडफील्डर: निशा, मोनिका, सलीमा टेटे, नेहा, नवनीत कौर, सोनिका, बलजीत कौर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, ज्योति छेत्री।
फॉरवर्ड: लालरेम्सियामी, वंदना कटारिया, संगीता कुमारी, दीपिका।
जर्मनी की सरजमीं पर नाटो के इतिहास का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास, 250 लड़ाकू विमानों की गरज से गूंजा आसमान
बर्लिन । जर्मनी के आसमान पर इस समय 250 लड़ाकू विमान गरज रहे हैं। नाटो के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है। युद्धाभ्यास ‘एयर डिफेंडर-2023’ का समापन 23 जून को होगा। नाटो के इस युद्धाभ्यास को रूस के खिलाफ सबसे बड़ी जंगी तैयारी माना जा रहा है। इस युद्धाभ्यास में 25 देशों के करीब 10,000 सैनिक और 250 विमान हिस्सा ले रहे हैं।
कहा जा रहा है कि इस दौरान यह सैनिक और विमान रूस पर छद्म हमले का अभ्यास करेंगे। इस युद्धाभ्यास के लिए अकेले अमेरिका ने 2000 एयर नेशनल गार्ड और लगभग 100 विमानों को भेजा है। इस ‘एयर डिफेंडर-2023’ में गैर नाटो देश स्वीडन और जापान के लड़ाकू विमान भी हिस्सा ले रहे हैं।
युद्धाभ्यास के आयोजन के प्रमुख भागीदार जर्मन वायुसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इंगो गेरहार्ट्ज ने कहा कि यह अभ्यास एक संकेत है। हमारे लिए सबसे ऊपर अपने नागरिकों की रक्षा है। नाटो देशों के लिए हम जल्द प्रतिक्रिया देने की स्थिति में हैं। ऐसे अभ्यासों से हम हर लिहाज से गठबंधन का बचाव करने में सक्षम होंगे। गेरहार्ट्ज ने कहा कि उन्होंने 2018 में अभ्यास का प्रस्ताव दिया था, लेकिन तब के किसी न किसी वजह से अभ्यास टलता रहा और इसे अब आयोजित किया जा रहा है।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जर्मन संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने मंगलवार को मानेकशॉ सेंटर में द्विपक्षीय वार्ता की। जर्मन संघीय रक्षा मंत्री पिस्टोरियस ने मानेकशॉ सेंटर में तीनों सेनाओं के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। राजनाथ सिंह और जर्मनी के रक्षा मंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के लिए बातचीत की। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु रक्षा गलियारों में जर्मन निवेश के लिए आमंत्रित किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए दिल्ली कैंट के मानेकशॉ सेंटर पहुंचने पर जर्मन समकक्ष का स्वागत किया। यहां उन्होंने तीनों सेनाओं के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान सहित रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। जर्मन पक्ष की ओर से रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव बेनेडिक्ट जिमर के अलावा वरिष्ठ अधिकारी और भारत में जर्मनी के राजदूत उपस्थित थे। 2015 के बाद से किसी जर्मन रक्षा मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है।
राजनाथ सिंह और जर्मनी के रक्षा मंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के लिए बातचीत की। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु रक्षा गलियारों में जर्मन निवेश के लिए आमंत्रित किया। रक्षा मंत्री ने उन अवसरों पर प्रकाश डाला, जो उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो रक्षा औद्योगिक गलियारों में जर्मन निवेश की संभावनाओं सहित रक्षा उत्पादन क्षेत्र में खुले हैं। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि जर्मनी की उच्च प्रौद्योगिकियों और निवेश के साथ भारत के कुशल कार्यबल और प्रतिस्पर्धी लागत संबंधों को और मजबूत कर सकते हैं। दोनों मंत्रियों ने चल रही द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की और विशेष रूप से रक्षा औद्योगिक साझेदारी को बढ़ाने के तरीकों की खोज की।
भारत और जर्मनी के बीच 2000 से रणनीतिक साझेदारी है, जिसे सरकारों के स्तर पर 2011 से अंतर-सरकारी परामर्श के माध्यम से मजबूत किया जा रहा है। जर्मन संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने आज सुबह सबसे पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पिस्टोरियस दो दिन नई दिल्ली में रहेंगे और वह इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आई-डेक्स) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुछ रक्षा स्टार्टअप से मिलेंगे। वह 7 जून को मुंबई जायेंगे, जहां पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का दौरा करेंगे।