कोलकाता । महानायक अमिताभ बच्चन का मानना है की भारत में महुजूदा दौर में भी कभी कभी अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठने लगते है। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में गुरुवार को शुरू हुए 28वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन मौके पर संबोधन में “अभिव्यक्ति की आजादी” पर यह बड़ी बात कही है।
यहां फिल्म महोत्सव का दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि सिल्वर स्क्रीन आज तेजी से राजनीतिक विचारधारा का युद्ध क्षेत्र बनता जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी जैसे राजनीतिक तौर पर बेहद संवेदनशील मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा, “अभी, मुझे यकीन है कि मंच पर बैठे मेरे सहयोगी इस बात से सहमत होंगे कि नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।”
80 वर्षीय अभिनेता के इस बयान का समर्थन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी किया। खास बात यह है कि मंच पर अमिताभ बच्चन के साथ सुपरस्टार शाहरुख खान भी मौजूद थे जिनकी फिल्म पठान में बेशर्म रंग गाने को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस गाने ने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने भगवा रंग की बिकनी पहनी है जिस पर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे समय में अमिताभ बच्चन का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
उन्होंने अपने संबोधन के दौरान ब्रिटिश सेंसरशिप, आजादी से पहले अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बिना डर बनाई गई फिल्में, सांप्रदायिकता और सामाजिक एकता पर विस्तार से बातें कहीं।
उनके बयान की सराहना करते हुए बाद में अपने संबोधन में ममता ने कहा कि अमिताभ बच्चन ने सहजता से जो बातें कह दी है उसे कहने की हिम्मत हम में से कोई नहीं कर सकता। इसके बाद ही ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अनाधिकारिक रूप से अभिनेता अमिताभ बच्चन के लिए भारत रत्न की मांग उठाएगा। क्योंकि देश में उनके जैसा कोई दूसरा महानायक नहीं है। एक इंसान के तौर पर भी वह महान हैं।
शाहरुख खान ने छुए अमिताभ के पैरः कार्यक्रम के मंच पर बंगाल के ब्रांड अंबेसडर और सुपरस्टार अभिनेता शाहरुख खान भी मौजूद थे। जब वह मंच पर पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद अमिताभ बच्चन का पैर उन्होंने झुककर छुआ। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है जिसे उनके फैंस खूब पसंद कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर तक चलने वाला 28 वां अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आज से शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उक्त अभिनेताओं के अलावा इसमें नवनियुक्त राज्यपाल सी वी आनंद बोस, अमिताभ बच्चन की पत्नी और बंगाल की बेटी जया बच्चन, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली, फिल्मकार महेश भट्ट, शत्रुघ्न सिन्हा सहित बॉलीवुड और हॉलीवुड के कई सितारे उपस्थित थे।
film festival
जयपुर। जनवरी माह में छह से दस तारीख तक होने वाला पन्द्रहवां जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ‘जिफ’ इस बार कई मायनों में खास होगा। फैस्टिवल के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि जिफ इस बार “जिफ इंडियन पैनोरमा” की 12 फुल लैंथ विभिन्न भारतीय भाषाई फिल्मों की लांचिंग करने जा रहा है। इंडियन सिनेमा के इतिहास में ये पहला मौका है जब देश में बनी विभिन्न भारतीय भाषाओं की 12 फिल्मों की इतने व्यापक स्तर पर लांचिंग की जा रही है।
जिफ के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि जिफ ने इस “जिफ इंडियन पैनोरमा” अभियान को ‘टॉर्च कैम्पेन’ नाम दिया है। इस अभियान में पूरे देश के लगभग एक हज़ार निर्माता, निर्देशक, अभिनेता, अभिनेत्रियां और फिल्म प्रोफेशनल्स शामिल होंगे। अभियान की शुरूआत 15 नवम्बर को गुवाहाटी से की जाएगी। टॉर्च कैम्पेन की लांचिंग वहां के विवांता ताज होटल में की जाएगी। इस मौके पर आसाम के फिल्म निर्माता निर्देशकों मौजूद रहेंगे लांचिंग समारोह की मुख्य अतिथि असम के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और प्रख्यात फिल्म मेकर रिन्की भुयान सरमा होंगी तथा गुवाहाटी के संयुक्त पुलिस कमिश्नर पार्था सारथी महन्ता विशिष्ट अतिथि होंगे। पार्थासारथी स्वयं भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर हैं।
लांचिंग समारोह में इन फिल्मों के ट्रेलर दिखाकर और ग्राउन्ड प्रमोशन के जरिए इन्हें प्रमोट किया जाएगा। इस दौरान हर शहर में भारतीय ‘सिनेमा आज और कल’ के साथ जिस राज्य में अभियान होगा वहां की क्षेत्रीय फिल्में जो जिफ में नामांकित हुई हैं उन पर चर्चा की जाएगी। इन फिल्मों की स्क्रीनिंग जनवरी में जयपुर में होने जा रहे पन्द्रहवें जिफ समारोह के दौरान की जाएगी एवं इसी दौरान इन्हें दिए जाने वाले अवार्ड्स की भी घोषणा की जाएगी।
15 नवम्बर को गुवाहाटी में लांचिंग के बाद ये टॉच कैम्पेन 18 नवम्बर को कोलाकाता, 26 नवम्बर को चेन्नई, 1 दिसम्बर को मुम्बई, 16 दिसम्बर चंडीगढ़, 17 दिसम्बर रोहतक, 26 दिसम्बर जोधपुर में आयोजित किया जाएगा। जोधपुर के बाद टॉर्च दिल्ली के फिल्मकारों को सौंप दी जाएगी जो 5 जनवरी को जयपुर लेकर आएंगे।
नई दिल्ली। दस दिवसीय यूरोपीय संघ फिल्म महोत्सव शुक्रवार से दिल्ली में शुरू हो रहा है। ईयूएफएफ का 27वां संस्करण यूरोपीय संघ और भारत के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित किया जा रहा है।
भारत में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल, ईयू सदस्य देशों के दूतावासों और क्षेत्रीय साझेदारों की ओर से 13 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेचिया, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, यूनान, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लग्जमबर्ग, मालटा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन से 23 भाषाओं में कुल 27 फिल्में दिखाई जाएंगी।
इसके बाद 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक वर्चुअल रूप से भी फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह महोत्सव दर्शकों को कॉमेडी, एक्शन, ड्रामा और एनिमेशन जैसी विभिन्न शैलियों के जरिए यूरोप की पूरी यात्रा को दिखायेगा। कोरोना महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद भारत में यह महोत्सव हो रहा है। ऐसे में इस महोत्सव को लेकर दर्शकों में भी खासा उत्साह है।