भुवनेश्वर। नाईजीरिया ने जर्मनी को पेनल्टी शूट आउट में हराकर पहली बार फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में कांस्य पदक अपने नाम किया। तय समय तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थीं, जिसके बाद पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया, जिसमें नाईजीरिया ने 3-2 से बाजी मारी।
इससे पहले अंडर-17 विश्वकप में नाइजीरिया ने 2010, 2012 और 2014 के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी।
कांस्य पदक मुकाबले में नाईजीरिया के लिए ओपेमी अजाकाये, अमीना बेल्लो और एडिडियॉन्ग एटिम ने गोल किया, जबकि जर्मनी के लिए जेला वीट, पॉलिना बार्टज़ और लॉरेन बेंडर ने गोल किया।
बता दें कि सोमवार को स्पेन ने कोलंबिया को 1-0 से हराकर फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप का खिताब जीता। स्पेन के लिए अना मारिया ने मैच के 82वें मिनट में एकमात्र गोल किया।
FIFA U-17 Women’s World Cup
भुवनेश्वर । फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप में हार के साथ भारत का सफर समाप्त हो गया है। सोमवार को खेले गए मुकाबले में ब्राजील ने भारत को 5-0 से हरा दिया। यह इस टूर्नामेंट में भारत की लगातार तीसरी हार थी। इससे पहले भारत को अमेरिका ने 8-0 और मोरक्को ने 3-0 से हराया था। इस जीत के साथ ही ब्राजील ने अंतिम आठ में प्रवेश कर लिया है। ब्राजील के लिए एलाइन गोम्स अमरो और लारा डेंटास फरेरा डॉस सैंटोस ने दो-दो व गेब्रियल बर्चोन जुंकेइरा ने 1 गोल किया।
इस मुकाबले में ब्राजील ने आक्रामक शुरूआत की और मैच के 11वें मिनट में बेरचोन ने गोल कर ब्राजील को 1-0 की बढ़त दिला दी। ब्राजील ने इस गोल के बाद अपना आक्रमण और तेज कर दिया, मैच के 40वें मिनट में भारतीय डिफेंस की चूक का फायदा उठाते हुए एलाइन ने गोल कर ब्राजील को 2-0 से आगे कर दिया। पहले हॉफ में ब्राजील की टीम 2-0 से आगे रही।
दूसरे हाफ में भी ब्राजील ने लगातार आक्रमण जारी रखा और मैच के 51वें मिनट में एलाइन ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए ब्राजील की बढ़त 3-0 कर दी। हालांकि इस गोल के बाद भारतीय टीम को गोल करने के एक दो मौके मिले, लेकिन भारतीय टीम उसका फायदा नहीं उठा सकी।
मैच खत्म होने से तीन मिनट पहले मैच के 87वें मिनट में लारा ने ब्राजील के लिए चौथा गोल किया। हालांकि इसके 2 मिनट बाद ही मैच के 89वें मिनट में भारत को गोल करने का मौका मिला, लेकिन नेहा ने यह अवसर गंवा दिया।
मैच के अतिरिक्त समय (90 3) में लारा ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए ब्राजील की बढ़त 5-0 कर दी और यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ। इस जीत के साथ ही ब्राजील ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। जहां ब्राजील का सामना जर्मनी से होगा।
मोरक्को के खिलाफ मिली हार से निराश कोच डेननरबी ने कहा- लड़कियों के लड़ने के जज्बे पर गर्व है
भुवनेश्वर । फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 ग्रुप ए टाई में मोरक्को के खिलाफ 3-0 से मिली हार के एक दिन बाद, भारतीय टीम के मुख्य कोच थॉमस डेननरबी ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों के समग्र प्रदर्शन से काफी संतुष्ट हैं, लेकिन निश्चित रूप से अब तक के परिणामों से निराश हैं।
उन्होंने कहा, मुझे कल के प्रदर्शन के लिए अपनी लड़कियों पर गर्व है लेकिन अंत में परिणाम से बहुत खुश नहीं हूं। मुझे पता है कि हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं, लेकिन फिर भी मेरी लड़कियों ने अंत तक जिस तरह से संघर्ष किया, उससे मैं खुश हूं। हमारा फिटनेस स्तर कोई समस्या नहीं थी। लेकिन हम तकनीकी रूप से सही नहीं हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां हमें और मेहनत करने की जरूरत है।
इस मैच में हाफ टाइम तक भारतीय टीम ने एक बी गोल नहीं होने दिया था, लेकिन दूसरे हाफ में मैच पूरी तरह से बदल गया और मोरक्को ने तीन गोल कर मैच जीत लिया।
64 वर्षीय कोच ने कहा, “मैं इतने लंबे समय से अपनी टीम के खेल को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहा था और सटीकता के साथ अंतिम और महत्वपूर्ण पास खेलने का अभ्यास करा रहा था। हमें एक गोल बनाना चाहिए था जब अनीता दूसरे हाफ में प्रतिद्वंद्वी कीपर के आमने-सामने की स्थिति में थीं। फुटबॉल मुख्य रूप से कौशल का खेल है और हमें इस क्षेत्र में कुछ और करना है। यही सच्चाई है।
इस बीच, डिफेंडर शुभांगी सिंह, जिन्होंने मोरक्को के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया, ने कहा, “हां परिणाम निराशाजनक है लेकिन हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हम हर मौका लेना चाहते थे जो हम कर सकते थे। व्यक्तिगत रूप से, मेरे लिए मोरक्को के हमलावरों से निपटना और उन्हें रोकना वास्तव में एक चुनौती थी, लेकिन मैं मेरा लक्ष्य उन्हें कड़ी टक्कर देने का था।
हार के बावजूद भारतीय टीम ने मोरक्को को चुनौती दी और मैदान पर भी एक मजबूत प्रदर्शन किया।
कप्तान अस्तम उरांव ने कहा, “कोच के पास हमारे लिए एक विशिष्ट योजना थी और हमने उसका पालन करने की कोशिश की। हम तकनीकी रूप से खेलना जानते थे लेकिन किसी तरह परिणाम हमारे पक्ष में नहीं था। हर कोई देख सकता था कि हमने अपने पिछले गेम से बेहतर खेला क्योंकि हमने हार नहीं मानी। मैदान पर पिछले 7-8 महीनों में हमने जो कड़ी मेहनत की थी, उसका सबसे अच्छा उपयोग करने के लिए कोच ने हमें कहा था और हमने वही किया। हमारे खिलाफ जो पेनल्टी दी गई, उसने पूरा खेल बदल दिया और आखिरकार हम हार गए।
भारतीय टीम अब अपने अगले मुकाबले में 17 अक्टूबर को ब्राजील का सामना करेगी।