वाशिंगटन । भारतीय मूल के लोग दुनिया भर में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं । अब भारतीय मूल की शोहिनी सिन्हा को अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। एफबीआई ने भारतीय-अमेरिकी शोहिनी को सॉल्ट लेक सिटी फील्ड कार्यालय के प्रभारी विशेष एजेंट के रूप में काम करने के लिए चुना है।
शोहिनी सिन्हा को अमेरिका में आतंकवाद विरोधी जांच पर अपने काम के लिए जाना जाता है। नई जिम्मेदारी मिलने से पहले शोहिनी वाशिंगटन डीसी में एफबीआई मुख्यालय में निदेशक के कार्यकारी विशेष सहायक के रूप में कार्यरत थीं। शोहिनी सिन्हा को आतंकवाद विरोधी जांच को लेकर ट्रैक रिकॉर्ड और एजेंसी में व्यापक अनुभव को देखते हुए यह नियुक्ति दी गई है।
एफबीआई की ओर से जानकारी दी गयी कि 2001 में एक विशेष एजेंट के रूप में एफबीआई में शामिल होने के बाद शोहिनी का करियर उल्लेखनीय रहा है। उनकी यात्रा मिल्वौकी फील्ड ऑफिस से शुरू हुई, जहां उन्होंने आतंकवाद विरोधी जांच के लिए काफी योगदान दिए। उन्होंने ग्वांतानामो बे नेवल बेस, लंदन में एफबीआई लीगल अताशे कार्यालय और बगदाद ऑपरेशंस सेंटर में अस्थायी नियुक्तियों पर भी काम किया।
शोहिनी सिन्हा के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए 2009 में उन्हें विशेष एजेंट के रूप में पदोन्नति दी गई और उन्हें वाशिंगटन, डीसी में आतंकवाद विरोधी प्रभाग में स्थानांतरित कर दिया गया। वहां, उन्होंने कनाडाई संपर्क अधिकारियों के साथ सहयोग को बढ़ावा देते हुए कनाडा स्थित सटीक जांच के लिए कार्यक्रम प्रबंधक की भूमिका निभाई। एफबीआई की ओर से बताया गया कि 2015 में उन्हें डेट्रॉइट फील्ड ऑफिस में फील्ड सुपरवाइजर के रूप में पदोन्नत किया गया और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की जांच करने वाले दस्ते का नेतृत्व किया।
शोहिनी सिन्हा 2020 की शुरुआत में साइबर क्राइम से जुड़े दल में शामिल हो गई। इसके बाद 2020 में वह पोर्टलैंड फील्ड ऑफिस में शामिल हो गईं। आपराधिक मामलों की जांच से पहले उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभारी सहायक विशेष एजेंट के रूप में पदोन्नत किया गया है।
FBI
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने वांछित गैंगस्टर और गोगी गिरोह के सरगना दीपक बॉक्सर को मेक्सिको से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने इसके लिए वहां की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) का सहयोग लिया है। गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को एक-दो दिन में भारत लाया जाएगा। वह दिल्ली एनसीआर के सबसे बड़े और मोस्ट वांटेड गैंगस्टर में से एक है। वह फर्जी पासपोर्ट के जरिये विदेश भागा था। पुलिस को आशंका है कि वह पिछले साल दिसंबर या फिर इस साल जनवरी में मेक्सिको भागा था।
पुलिस को हाल ही में एक पासपोर्ट के बारे में पता चला था, जिस पर फोटो तो दीपक बॉक्सर की लगी थी लेकिन वह पासपोर्ट एक दूसरे व्यक्ति मुरादाबाद निवासी रवि अंतिल के नाम पर बना था। यह फर्जी पासपोर्ट इसी साल 29 जनवरी की तारीख में बना था। रवि के छद्म नाम पर दीपक ने इस पासपोर्ट के जरिए कोलकाता से मेक्सिको के लिए फ्लाइट पकड़ी थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दीपक बॉक्सर को अमित गुप्ता नाम के बिल्डर की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस को तलाश थी। अमित गुप्ता की हत्या अगस्त 2022 में बुराड़ी इलाके में हुई थी। हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें कई गोलियां मारीं थीें। इसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान अमित गुप्ता की मौत हो गई थी।
दीपक बॉक्सर ने सितंबर 2022 में फेसबुक पोस्ट के जरिए अमित गुप्ता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उसके बाद से ही बॉक्सर फरार चल रहा था। बॉक्सर खूंखार गोगी गैंग का सरगना है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। उसने इस बात की पुष्टि भी की थी। हालांकि दीपक बॉक्सर ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा था कि उसने अमित गुप्ता की हत्या बदला लेने के लिए की थी।
उसने पोस्ट में लिखा था कि बिल्डर अमित गुप्ता गोगी गिरोह के दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया गिरोह का फाइनेंसर था। गोगी गिरोह के सदस्य कुलदीप उर्फ फज्जा को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके लिए अमित गुप्ता ने पुलिस की मुखबिरी की थी और उसने कुलदीप के बारे में जानकारी दी थी।
गोगी गिरोह के सरगना जितेंद्र गोगी की रोहिणी कोर्ट में हत्या के बाद से दीपक बॉक्सर ही इस गिरोह को चला रहा था। दीपक बॉक्सर मूल रूप से गन्नौर (सोनीपत, हरियाणा) का रहने वाला है और पुलिस ने उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।