मेक्सिको सिटी। मध्य मेक्सिको के तट पर आज आधी रात बाद लगभग 2:00 बजे भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 रही। यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी।
पिछले महीने भी मेक्सिको में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जा चुके हैं। 25 मई को पनामा-कोलंबिया सीमा के कैरेबियन सागर के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 थी। 18 मई को भी मेक्सिको की धरती भूकंप से कांपी। तब रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र कैनिला, ग्वाटेमाला की नगर पालिका से दो किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था।
कंप आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेट्स का टकराना होता है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं। यह लगातार घूमती हैं। इनके किसी जगह पर आपस में टकराने से वहां फॉल्ट लाइन जोन बनता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। इनके मुड़ने से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने से अंदर की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसकी वजह से धरती हिलती है। इसे भूकंप कहा जाता है।
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जकार्ता . इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत पूर्वी जावा में आज तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 दर्ज की गई। यह जानकारी इंडोनेशिया मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भू-भौतिकी एजेंसी ने दी।
एजेंसी ने कहा इससे घबराने की कोई बात नहीं है। साथ ही सुनामी का भी खतरा भी नहीं है। स्थानीय समयानुसार भूकंप सुबह चार बजे आया। इसका केंद्र पैकिटान जिले से 117 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में और समुद्र तल के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था।
जबरदस्त भूकंप से पाकिस्तान में 11 लोगों की मौत, अफगानिस्तान, चीन सहित कई देशों में भी देर रात धरती कांपी
इस्लामाबाद/ काबुल । पाकिस्तान में मंगलवार को देर रात आये भूकंप से 11 लोगों की मौत हो गई और सौ से अधिक लोग घायल हो गए। उधर, अफगानिस्तान, चीन सहित कई देशों में भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए।
मंगलवार रात भारत के अलावा कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। चीन, अफगानिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान की धरती कांपी तो लोगों में अफरातफरी मची। अफगानिस्तान में फायजाबाद से 77 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। पाकिस्तान में राजधानी इस्लामाबाद सहित पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के विभिन्न शहरों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदुकुश क्षेत्र था, जबकि इसकी गहराई 180 किलोमीटर थी। लाहौर, इस्लामाबाद, पेशावर, झेलम, शेखूपुरा, स्वात, नौशेरा, मुल्तान, स्वात, शांगला और अन्य जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद देश में दहशत का माहौल था। लोग घरों से भागने के लिए मजबूर हो गए।
खैबर पख्तूनख्वा के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रांत में छत, दीवार और घर गिरने की घटनाओं से कम से कम दो लोगों की मौत हुई है और छह लोग घायल हुए हैं। यहां भूकंप के कारण आठ घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्वात जिले में पुलिस अधिकारी शफीउल्लाह गंडापुर ने बताया कि जिले में नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में भी भूकंप के झटके के कारण एक घर की छत ढह गई। इससे एक परिवार के पांच सदस्य घायल हो गए।
भूकंप के कारण भूस्खलन होने से बहरीन-कलाम रोड बाधित हो गया। भूकंप के कारण डरे सहमे लोग सड़कों पर आ गए। भूकंप के समय रावलपिंडी के बाजारों में भगदड़ जैसे हालात बन गए थे। पाकिस्तान के पेशावर, कोहाट और स्वाबी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसके अलावा लाहौर, क्वेटा और रावलपिंडी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। घबराए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। स्थापाकिस्तान के गुजरांवाला, गुजरात, सियालकोट, कोट मोमिन, मध रांझा, चकवाल, कोहाट और गिलगित-बाल्टिस्तान इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
अंकारा (तुर्किये)/दमिश्क (सीरिया) । तुर्किये-सीरिया में एक बार फिर सोमवार को दहशत का माहौल पैदा हो गया। तुर्किये-सीरिया में शक्तिशाली भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। भूकंप दोनों देशों की सीमा क्षेत्र में जमीन पर दो किलोमीटर (1.2 मील) की गहराई में आया। यूरोपीय भू-मध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र ने कहा है कि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 रही। इससे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा और तीन लोगों की मौत हुई है। भूकंप के झटके लेबनान और मिस्र में भी महसूस किए गए।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप से भारी तबाही हुई है। सोमवार आए भूकंप से राहत कार्य में बाधा आई है। साथ ही तीन लोगों की मौत हो गई और 213 लोग घायल हो गए हैं। तुर्किये और सीरिया में अब तक 32 आफ्टर शॉक्स आ चुके हैं।
तुर्किये की आपदा एजेंसी के अनुसार दक्षिणी हटे प्रांत के समंदाग में 5.8 तीव्रता तो अंताक्य में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया है। बीते दिनों आए जोरदार भूकंप के चलते लोग अभी भी दहशत में हैं। आज 6.4 के भूकंप के आने के तुरंत बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए और चारों ओर अफरा तफरी मच गई। भूकंप के झटके मिस्र और लेबनान में भी महसूस किए गए। तुर्किये-सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप में अब तक 45,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का आंकड़ा हर रोज बढ़ रहा है।
टेक्सास । संयुक्त राज्य अमेरिका में पश्चिमी टेक्सास के रेगिस्तान में आए भूकंप के झटके सैकड़ों मील दूर सैन एंटोनियो में भी महसूस किए गए। यूनिवर्सिटी हेल्थ की राबर्ट बी.ग्रीन ऐतिहासिक इमारत को भी भूकंप की वजह से नुकसान पहुंचा है। इसे असुरक्षित माना गया है। भूकंप बुधवार को न्यू मैक्सिको सीमा के पास एक दूरदराज इलाके में आया।
यूनिवर्सिटी हेल्थ ने कहा कि ऐतिहासिक इमारत 100 साल से अधिक पुरानी है। सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया गया है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र मेंटोन से लगभग 23 मील यानी 37 किलोमीटर दक्षिण में था। यह टेक्सास में रिकार्ड किए गए सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक है। यह भूकंप तेल और गैस उत्पादन के लिए मशहूर क्षेत्र में आया था। यूएस जियोलाजिकल सर्वे ने कहा है कि 2020 में भी इस क्षेत्र में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
टोक्यो । जापान के टोबा शहर में सोमवार दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता के साथ भूकंप आया। इससे स्थानीय लोग सहम गए और घरों से बाहर निकल आए। सुनामी की कोई भी चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप से किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
जापान के विज्ञान एजेंसी के मुताबिक यह भूकंप भारतीय समय के अनुसार 13 बजकर 38 मिनट पर दक्षिणी इबारकी प्रांत में आया। इसकी गहराई लगभग 50 किलोमीटर की थी। रायटर्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, सुनामी की कोई भी चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप से किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
जापान में 16 मार्च, 2022 को भी जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार यह भूकंप रात को लगभग 8:06 बजे टोक्यो से 297 किमी उत्तर पूर्व में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे इमारतें हिल गईं और सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी। सार्वजनिक प्रसारक एनएचके के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 7.3 दर्ज की गई और कुछ क्षेत्रों में जापानी झटकों की तीव्रता के पैमाने पर 6 से अधिक की तीव्रता दर्ज की गई थी।
इसी क्षेत्र में वर्ष 2011 भूकंप आया था जिससे भारी तबाही मच गई थी। 11 मार्च, 2011 को 9 तीव्रता के भूंकप के झटके लगे थे जिसके बाद सुनामी ने पूर्वोत्तर जापान को तबाह कर दिया था। इस भूकंप में 18 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 5 लाख लोग विस्थापित हुए थे। इस त्रासदी को 10 साल बीच चुके हैं, लेकिन अब तक फुकुशिमा के आसपास के लोग अपने घरों में लौट नहीं पाए हैं।
इससे पहले 22 जनवरी को सुबह लगभग 1:08 बजे दक्षिण-पश्चिमी और पश्चिमी जापान में भूकंप आया था जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था। इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई थी। इसमें 10 लोग घायल हो गए थे। भूकंप का केंद्र क्यूशू द्वीप के पास 40 किलोमीटर (24.8 मील) की गहराई पर था।
इस्लामाबाद । पाकिस्तान की धरती सोमवार आधी रात के बाद तेजी से कांपी। पाकिस्तान में 4.8 तीव्रता के झटके महसूस किये गए। भूकंप के झटके से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार रात सवा एक बजे के आसपास जब लोग सो रहे थे, अचानक धरती तेजी से हिलने लगी। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 303 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम इलाके में अचानक आए इस भूकंप से लोगों में दहशत मच गयी। भारी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आए।
नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.8 दर्ज की गयी है। भूकंप की गहराई जमीन से 120 किलोमीटर नीचे बताई गयी है। बताया गया कि भूकंप का केंद्र 120 किमी की गहराई के साथ 36.17 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 71.68 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया। अबतक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
एथेंस। यूनान में शनिवार देर रात 5.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। अभी तक इससे किसी जान-माल का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है।
जानकारी के अनुसार भूकंप रात को एक बजकर दो मिनट पर आया और इसका केन्द्र राजधानी से लगभग एक सौ किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में कुरिंथ की खाड़ी में समुद्र तल से 12.7 किलोमीटर की गहराई में था। जानकारी के मुताबिक, भूकंप के झटके करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए, जिससे कम आबादी वाले क्षेत्रों के लोगों में दहशत फैल गई। यूनान भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील देश है। वहां 5.0 तीव्रता तक भूकंप काफी आम है।