दुर्गापुर। दुर्गापुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों की रहस्यमय परिस्थिति में मौत गई। घटना दुर्गापुर स्थित कुरुलियाडांगा के मिलनपल्ली की है, जहां एक प्रौढ़, उसकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चों के शव मिले हैं। मृतक की शिनाख्त अमित मंडल के तौर पर है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक अमित मंडल का शव घर के भीतर लटका हुआ मिला, जबकि कमरे में पलंग पर उसकी पत्नी और दो बच्चों के शव पड़े थे। रविवार अहलेसुबह लोगों को घटना की खबर मिली, जिसके बाद स्थानीय लोग घर के सामने इकट्ठा हो गए। उनका दावा है कि दंपति और उनके बच्चों की हत्या की गई है। दुर्गापुर थाने की पुलिस ने मौके पर जाकर शव बरामद करने का प्रयास किया तो स्थानीय लोगों व मृतक के परिजनों ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि हत्या के पीछे अमित के चचेरे भाई का हाथ है। वह अमित के फोन पर धमकी भरे संदेश भेजता था। हालांकि यह हत्या है या आत्महत्या, पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
Durgapur
कोलकाता। ममता बनर्जी सरकार के कैबिनेट मंत्री बाबुल सुप्रियो ने केंद्रीय कोयला मंत्री पर कोयला माफिया से सांठगांठ का आरोप लगाया है। इसे लेकर उन्होंने एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर डाली है।
गत बुधवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी राज्य के दो दिनों के दौरे पर आए थे। आरोप है कि दुर्गापुर में जिस होटल में वे रुके थे, उसके मालिक का नाम राजू झा है। दावा है कि राजू पूरे कोयलांचल क्षेत्र में कोयला तस्करी का सरगना है। बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कोयला तस्करी के बेताज बादशाह राजू के होटल में मंत्री प्रहलाद जोशी ना सिर्फ ठहरे बल्कि ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड ईसीएल की महत्वपूर्ण बैठक उसी होटल में की।
शुक्रवार को ट्विटर पर बाबुल सुप्रियो ने लिखा है कि सम्मानीय केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी के पास जो व्यक्ति खड़ा है, वह आसनसोल का एक कुख्यात कोयला माफिया है। उनके पास दुर्गापुर के भाजपा विधायक लक्ष्मण घोरुई भी हैं। इसके अलावा वहां सुब्रत मिश्र खड़े हैं, जिन्होंने भाजपा के बड़े नेता को चुनाव में टिकट के लिए घूस दिया था।
बाबुल सुप्रीयो के इस ट्वीट पर लक्ष्मण ने सफाई देते हुए उनके आरोपों को बेबुनियाद बताया है। हालांकि बाबुल सुप्रियो ने एक और ट्वीट किया, जिसमें सुब्रत मिश्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं भाजपा में था तो ये सारे लोग मेरे मित्र थे। कभी इनके यहां छापेमारी या तलाशी अभियान नहीं चलता। हमारे पास अभी भी कई सारी शिकायतें पड़ी हुई हैं, जिसमें सुब्रत मिश्र पर ईसीएल अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के साक्ष्य हैं।