भोपाल।मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी बढ़त मिल रही है। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना में भाजपा लगभग 163 वही कांग्रेस की 66 सीटों पर जीत तय है।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिल रही भारी बढ़त के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपनी हार स्वीकार ली है और कहा है कि विरोधी दल के नाते कांग्रेस अपने कर्तव्य का निर्वहन करेगी।कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में कमल नाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला की मौजूदगी में कहा, “उन्हें मध्य प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा भरोसा था और आगे भी यही भरोसा रहेगा। भाजपा से उम्मीद करता हूं कि वह प्रदेश की जनता के भरोसे पर खरा उतरेगी और उसके साथ विश्वासघात नहीं करेगी।”
कमलनाथ ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि राज्य में नौजवानों के भविष्य, रोजगार और कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और कांग्रेस इस दिशा में अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन करेगी।वहीं कांग्रेस की ओर से आखिर क्या कमी रह गई जिसके चलते उसे हार का सामना करना पड़ा, इसके लिए वह कांग्रेस के निर्वाचित विधायक और हारे हुए उम्मीदवारों से विमर्श करेंगे।
digvijay singh
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अध्यक्षता में चुनाव समिति का गठन किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को इस नवगठित समिति की सूची जारी की है।
जारी सूची के अनुसार, चुनाव प्रचार अभियान समिति में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, बाला बच्चन, तरुण भनोट, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पांसे, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल और आरिफ मसूद को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। राज्य स्तरीय फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख और एससी-एसटी और ओबीसी माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष भी इस समिति के सदस्य होंगे।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त किए जाने पर विरोध जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार सबसे अधिक राहुल गांधी और कांग्रेस से डरती है। इसी लिए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की गई है।
उन्होंने लोकसभा सचिवालय की ओर से की गई कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त किया जाना लोकतंत्र की हत्या है। वो (मोदी सरकार) सच बोलने वालों का मुंह बंद करवाना चाहती है। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की हिफाजत में हम जेल तक जाने को तैयार हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से डरी हुई है। मोदी सरकार से राहुल गांधी की लोकप्रियता हजम नहीं हो रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अडानी मामले पर सवाल पूछने की वजह से राहुल गांधी पर यह कार्रवाई हुई है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा में अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया। इससे पता चलता है कि मोदी सरकार राहुल गांधी से किस तरह डरी हुई है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हम कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से इस लड़ाई को लड़ेंगे। हम डरने या चुप रहने वाले नहीं हैं। प्रधानमंत्री से जुड़े अडानी महाघोटाले में जेपीसी के बजाय राहुल गांधी को अयोग्य करार दिया गया है। यह गलत है।
केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त कर दी गई है। लोकसभा सचिवालय की ओर से शुक्रवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक संविधान के अनुच्छेद 102 और जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 8 के तहत राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त की गई है। राहुल गांधी को गुजरात के सूरत की अदालत ने गुरुवार को एक मामले में दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई। इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता रद्द करने का फैसला किया, जो 23 मार्च 2023 से प्रभावी हो गई है।
सूरत की अदालत ने राहुल के मोदी सरनेम वाले बयान पर दो साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने साथ ही साथ राहुल को जमानत भी दे दी। कोर्ट ने इसके अलावा सजा को 30 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। वर्ष 2019 में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बयान दिया था। राहुल ने कहा था कि ‘सारे चोरों के सरनेम मोदी कैसे हैं? राहुल के इस बयान के बाद सूरत पश्चिम सीट के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का केस कर दिया था। उन्होंने कहा था कि राहुल ने मोदी समुदाय का अपमान किया।
भोपाल। पुलवामा हमले की चौथी बरसी पर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जहां पुलवामा हमले को इंटेलिजेंस की चूक बताया है, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह की बुद्धि फेल हो गई है।
उल्लेखनीय है कि चार साल पहले 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों से भरी बस पर हमला कर दिया था, जिसमें 40 सैनिक शहीद हो गए थे। आज पूरा देश पुलवामा हमले की बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा है कि आज हम उन 40 शहीद सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में भारी इंटेलिजेंस चूक के कारण शहीद हो गए। मुझे उम्मीद है कि सभी शहीदों के परिवारों का अच्छे से पुनर्वास किया गया है। दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही तमाम भाजपा नेताओं ने उन पर पलटवार किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को भोपाल के स्मार्ट पार्क में मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि दिग्विजय की बुद्धि फेल हो गई है। वे देश की सेना का अपमान करते हैं। दिग्विजय पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। सेना का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। अब जांच तो दिग्विजय सिंह की होनी चाहिए।
प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह श्रद्धांजलि में भी तंज कस रहे हैं। ट्वीट देखकर ऐसा लग रहा है जैसे आईएसआई से किसी ने ट्वीट किया हो। भारत माता की प्राण पण से सेवा कर अपने प्राणों का बलिदान देने वालों पर तंज कसने से आप नहीं चूकते। मुझे लगता है कि कांग्रेस की आदत ही हो गई है सेना के ऊपर इस तरह के बयान देना और उनके मनोबल को तोड़ना।
मप्र के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट किया कि वीर जवानों के बलिदान पर राजनीति करना कांग्रेस का चरित्र रहा है। मुंबई टेरर अटैक को ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साजिश बोल रहे थे। राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे। आज देश वीर जवानों को नमन कर रहा है और ये आदतन अपना चरित्र उजागर करने में व्यस्त हैं।
हालांकि, मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने दिग्विजय के ट्वीट का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पुलवामा के शहीदों को उनके बलिदान-दिवस पर सादर नमन। संसद, अक्षरधाम, कश्मीर, विधानसभा सहित आधा दर्जन आतंकी हमले कब हुए? पुलवामा हमले में डीएसपी देवेंद्र सिंह की भूमिका, मध्य प्रदेश में भाजपा नेता ध्रुव सक्सेना की आईएसआई जासूसी को लेकर गिरफ्तारी पर प्रश्न पूछना क्या देशद्रोह या सेना का अपमान है?