दौसा । कलेक्ट्रेट के पास रेलवे ओवरब्रिज पर बीती रात सवारियों से भरी बस ओवरब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए रेलवे ट्रैक के पास जा गिरी। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 29 घायल हो गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल 7 यात्रियों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल रेफर किया गया है। हादसे के बाद दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग करीब ढाई घंटे तक बंद रहा।
जानकारी के अनुसार प्राइवेट बस हरिद्वार से उदयपुर जा रही थी। रात करीब दो बजे ओवरब्रिज पर पहुंचते ही ड्राइवर को झपकी आ गई और बस रेलिंग तोड़ते हुए 30 फीट नीचे रेलवे ट्रैक के पास गिर गई। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। कलेक्टर कमर चौधरी और एएसपी बजरंग सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों ने रेलवे अधिकारियों से बातचीत कर दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग को बंद करवा कर घायलों को दौसा जिला अस्पताल भिजवाया। बस में 35 से ज्यादा यात्री थे, जो हरिद्वार में अस्थि विसर्जन कर अपने घर लौट रहे थे।
चार बस यात्रियों की मौत
हादसे में चांदना परवीनी (60) निवासी नदिया पश्चिम बंगाल समेत एक महिला व दो पुरुषों की मौत हो गई। तीन मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। जिनके शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं।
29 यात्री घायल, 7 की हालत गंभीर
इस भीषण हादसे के शिकार बस यात्री यात्री करीब 1 घंटे तक बस में फंसे रहे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। इस हादसे में 29 यात्री घायल हुए हैं जिनमें अधिकांश जयपुर, टोंक और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। हादसे में हस्तीमल निवासी अगड़िया राजसमंद, अंकित कश्यप निवासी हरिद्वार, नंदकिशोर, गीता बाई व ललिता बाई निवासी सबलगढ़ बूंदी, साधी निवासी सोडाला जयपुर, अजयपाल सिंह निवासी दातारामगढ़ सीकर, विद्या देवी निवासी गणगौरी बाजार जयपुर, देवानंद, मोहमाया, दीपांकर निवासी मुर्शिदाबाद कोलकाता, ऊषा कोली, किशन देवी, चेल्ली निवासी जयपुर, मुंशी निवासी बंगाल, रूपनारायण निवासी जोशी कॉलोनी जयपुर, गुलाबचंद निवासी बड़ी चौपड़ जयपुर, लालाराम सैनी, राधा व संतरा सैनी निवासी निवाई टोंक, सोहनलाल निवासी गोनेर जयपुर, मोहम्मद कासिम निवासी अजमेर, सुनीता देवी निवासी प्रताप नगर चितौड़गढ़, ओमी देवी महावर निवासी गंगापोल जयपुर, अक्षरा कुमार निवासी मालपुरा टोंक, मौसमी निवासी मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इनमें 7 गंभीर घायलों को जयपुर रेफर किया गया है।
बाधित रेल सेवा बहाल
हादसे के कारण जयपुर मंडल के बांदीकुई-जयपुर रेलखंड के भांकरी-दौसा रेलखंड के मध्य अप व डाउन ट्रैक बाधित हुए। सूचना प्राप्त होने पर जयपुर से दुर्घटना राहत गाड़ी रवाना की गई। रेल प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी तुरंत साइट पर पहुंचे और रात में ही कार्य में जुट गए। रोड क्रेन 4 बजे साइट पर पहुंची और 4.45 बजे यात्री बस को हटा कर रेलवे ट्रैक को क्लियर किया। 5.05 बजे रेलवे ट्रैक को रेल संचालन के लिए फिट दिया गया। इस कारण गाड़ी संख्या 12957, अहमदाबाद-नई दिल्ली रेलसेवा और गाड़ी संख्या 19412, दौलतपुर चौक-साबरमती रेल सेवा प्रभावित रही।
Dausa
राजस्थान में फूड प्वाइजनिंग से 300 लोग बीमार, धार्मिक कार्यक्रम में सहभोज के बाद बिगड़ी तबीयत
दौसा । राजस्थान के दौसा जिले के पाखर चौडकी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम में सामूहिक भोज के बाद फूड प्वाइजनिंग से 300 लोगों की तबियत बिगड़ गयी। सबको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत में एक पांच वर्षीय बच्ची को इलाज के लिए दौसा जिला अस्पताल रेफर किया है। फिलहाल इन लोगों की तबीयत में सुधार बताया जा रहा है। चिकित्सा विभाग ने ब्लड सैम्पल और भोजन के सैंपल जांच के लिए भिजवाए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुभाष बिलोनिया ने बताया कि पाखर चौडकी गांव के रहने वाले महेंद्र बैरवा की पिछले दिनों दिल्ली में सेकेंड ग्रेड अध्यापक के पद पर सरकारी नौकरी लगी थी। इसके चलते उसने गुरुवार को गांव में सवामणी का धार्मिक कार्यक्रम कर ग्रामीणों को सामूहिक भोज के लिए आमंत्रित किया। लोगों ने लड्डू पूरी और दाल के बड़े खाए। इसके बाद उन्हें उल्टी-दस्त और पेट दर्द शुरू हो गया। इस पर करीब 120 मरीजों को मंडावर और 80 मरीजों को महुवा अस्पताल में भर्ती कराया। मरीजों की संख्या ज्यादा होने से अस्पताल में बेड कम पड़ गए, लोगों का जमीन पर लिटा कर इलाज करना पड़ा।
फूड प्वाइजनिंग की सूचना पर दौसा से सीएमएचओ डॉ. सुभाष बिलोनिया व स्थानीय विधायक ओमप्रकाश हुडला देररात को महुवा अस्पताल पहुंचे। चिकित्सा विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर बीमार लोगों का इलाज शुरू किया। सीएमएचओ ने बताया कि सवामणी कार्यक्रम के सामूहिक भोज में खाना खाने से 300 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। इलाज के बाद सभी लोगों की तबीयत में सुधार है। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि दाल के बड़े खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ी है।
दौसा। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। पायलट ने कहा कि राजस्थान और देश में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। किसी ने सही कहा है कि हर गलती सजा मांगती है। आपस में कैसे भी संबंध हों, सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला देता है। आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा।
सचिन पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट की 23वीं पुण्यतिथि पर गुर्जर छात्रावास में आयोजित सभा में कहा कि बेबाकी से बोलना, सच्चाई और ईमानदारी के साथ विपरीत परिस्थितियों में समझौता न करना राजेश पायलट ने सिखाया है। मैं सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करता हूं। पांच साल प्रदेशाध्यक्ष रहा तो सरकार के दांत खट्टे कर दिए। वसुंधरा राजे का विरोध साल के 365 दिन किया।
पायलट ने कहा कि राजेश पायलट ने छोटे किसान के घर में जन्म लेकर ऊंचाई पर पहुंचकर अपना दामन साफ रखा। यह राजनेता की सबसे बड़ी सफलता है। राजेश पायलट की राजनीति अनोखी रही है, कभी-कभार वो भी राजनीति में लटके-झटके कर देते थे, लेकिन उनके केंद्र में गरीब, वंचित रहते थे।
पायलट ने कहा कि परिस्थिति कोई भी, आप लोगों के लिए संघर्ष करना, न्याय दिलाने का वादा कल भी था, आज भी है, कल भी रहेगा। राजनीति में बात रखना जरूरी है। मुझे भी राजनीति में 20 साल हो गए। मैंने हमेशा नौजवानों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए काम किया है। मेरी आवाज में बुलंदी दौसा के लोगों के कारण है। मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं। हम किसी पद पर हों या न हों, जनता हमेशा तौल कर रखती है कि कहते क्या थे, करते क्या थे? मेरे लिए जनता की विश्वसनीयता सबसे बड़ी पूंजी है।
पायलट की प्रतिमा का अनावरण भी किया
पायलट ने गुर्जर छात्रावास में पिता राजेश पायलट की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इससे पहले पायलट सुबह 10 बजे भंड़ाना पहुंचे। यहां राजेश पायलट के स्मारक पर उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की और प्रार्थना सभा में शामिल हुए। राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने वालों में कैबिनेट मंत्री परसादीलाल मीणा, प्रतापिसंह खाचरियावास, ममता भूपेश शामिल हैं। थ ही मंत्री हेमाराम चौधरी, मुरारीलाल मीणा, बृजेंद्र ओला भी पहुंचे। विधायक ओमप्रकाश हुडला, मुकेश भाकर सहित राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी, नसीम अख्तर, पूर्व विधायक नवीन पिलानिया, खिलाड़ी राम बैरवा भी राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
दौसा के कार्यक्रम में शामिल हुए
जयपुर। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को दौसा पहुंचे। यहां भंडाना स्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट के स्मारक पहुंचकर उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रार्थना सभा में शामिल हुए। राजेश पायलट की 23वीं पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में पायलट के समर्थक भंडाना स्मारक पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित कर रहे हैं। इससे पहले मंत्री प्रसादी लाल मीणा के पहुंचने पर पायलट जिंदाबाद के नारे लगे।
इसके बाद सचिन पायलट दौसा शहर स्थित गुर्जर छात्रावास पहुंचकर राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण करेंगे। यहां वे जनसभा को भी संबोधित करेंगे। कार्यक्रम को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने जिलेभर से लोगों को आमंत्रित किया है। ऐसे में बड़ी संख्या में सचिन पायलट को सुनने के लिए लोगों की भीड़ पहुंच रही है। 11 जून को सचिन पायलट द्वारा बड़ा सियासी ऐलान करने की संभावनाओं पर भी पूरी तरह ब्रेक लग गया है। पुष्पांजलि अर्पित पहुंचे पायलट के समर्थक कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा कि इस प्रकार की बातें सिर्फ अफवाह है, यहां सिर्फ श्रद्धांजलि सभा होगी।
उन्होंने कहा कि राजेश पायलट बड़े नेता थे, उनकी पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष भंडाना में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस साल भी यह कार्यक्रम हो रहा है, इसके बाद सचिन पायलट दिल्ली रवाना होंगे। बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा ने भी 11 जून को होने वाली संभावित घोषणा की चर्चाओं का खंडन किया था। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान पायलट समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। चिकित्सा मंत्री के कार में बैठने जाते वक्त भी युवाओं में पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए।
इससे पहले पायलट ने टवीट कर अपने पिता राजेश पायलट को श्रद्धा के साथ याद किया। उन्होंने लिखा कि पूज्य पिताजी स्व. राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करता हूं। अपनी कर्मभूमि से उनका जुड़ाव, जनता से अपनेपन का रिश्ता एवं जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानकर कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके विचारों और आदर्शों का मैं सदैव अनुसरण करता रहूंगा।
दौसा। जिले के बांदीकुई शहर की निजि स्कूल की दसवीं क्लास की छात्रा का सुसाइड प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। यहां पिछले तीन दिन से पुलिस थाने के सामने के धरना प्रदर्शन जारी है। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब स्कूल प्रशासन व गणित के शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं मृतका स्कूल छात्रा का शव तीसरे दिन भी अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए समझाइश के प्रयास में जुटे हैं कि शव का अंतिम संस्कार किया जाए। लेकिन धरनार्थी गणित के अध्यापक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
यह था मामला
बांदीकुई की रामनगर कॉलोनी निवासी छात्रा अंजलिका 15 संत फ्रांसिस इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ती थी। जिसने शनिवार दोपहर घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। छात्रा ने कागज पर ‘माई डेथ रीजन इज मैथ, आई एम यूजलेस।’ लिखकर सुसाइड किया। वहीं परिजनों को आरोप है कि घटनाक्रम के बाद स्कूल के गणित के अध्यापक ने छात्रा के घर फोन कर पूछा था कि छात्रा घर पहुंची या नहीं। ऐसे में परिजनों को शक है कि मैथ्स टीचर के परेशान करने से छात्रा ने यह कदम उठाया है।
दादा ने दर्ज करवाया था प्रकरण
इस सम्बंध में छात्रा के दादा ओमप्रकाश ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए बताया कि स्कूल में बच्ची को गलत तरीके से ट्रीट किया गया था, जिसके कारण यह कदम उठाया। छात्रा अंजलिका के स्कूल से घर आने के बाद मैथ के टीचर विपिन कुमार ने घर पर कॉल करके पूछा था कि बच्ची घर पहुंची या नहीं। ऐसे में उनको शक है कि स्कूल प्रशासन और मैथ के टीचर ने बच्ची को परेशान किया था।
अलवर। जिले के खेड़ली थाना क्षेत्र स्थित समूची गांव में शादी समारोह के दौरान रविवार को लग्न समारोह में दूल्हे के भाई व एक अन्य व्यक्ति ने नशे में फायरिंग कर की। इस दौरान संतुलन बिगड़ने से एक महिला व सात साल के बच्चे को गोली लग गई। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद मौके से भाग रहे दोनों आरोपियों को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि खेड़ली में रविवार रात राजपूत समाज के लग्न टीका समारोह में दूल्हे के भाई व उसके एक साथी ने नशे की हालत में हवाई फायरिंग की। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद महिला दिनेश कंवर व सात साल के बालक सागर को गोली लग गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वहां मौजूद हंसा नाम की एक अन्य महिला व प्राची को भी गोली लगी। इस घटना में हंसा व प्राची गंभीर रूप से घायल हो गए। फायरिंग के बाद कार्यक्रम में भगदड़ मच गई। हंगामे के बीच आरोपी भी मौके से भागने लगे।
वहां मौजूद भीड़ ने दोनों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दोनों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने एक महिला व एक सात साल के बालक को मृत घोषित कर दिया है। मरने वाले सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। इस घटना के बाद से परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं।
मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर बताया कि खेड़ली के समूची गांच में यह घटनाक्रम हुआ है। आठ साल के बच्चे और 35 साल की महिला की मौत हो गई है। दस साल की बच्ची प्राची भगदड़ में घायल हो गई है। पुलिस ने बताया कि राजवीर सिंह राजपूत के बेटे देवेन्द्र सिंह का लगन समारोह चल रहा था। लड़की पक्ष के लोग दौसा के बालाजी क्षेत्र से आए हुए थे। मेहमानों की भीड़ थी। इसी दौरान किसी ने हवाई फायर कर दिया। उसके बाद तीन से चार बार फिर से फायर किए गए। लोग समझ पाते इससे पहले ही तमंचा फट गया और टुकड़े-टुकड़े हो गया। वहां दो लाशें गिरीं। उसके बाद हंगामा हो गया। समारोह को रोक दिया गया। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। कुछ लोगों के मोाबाइल फोन से पुलिस ने वीड़ियो बरामद किया है। इसके आधार पर जांच पड़ताल जारी है।
दौसा। जिले के मंडावर थाना क्षेत्र के पालोदा गांव में सुबह पथराव के बाद अचानक फायरिंग हो गई। इसमें एक महिला समेत दो की मौत हो गई। इधर, परिजन जब घायलों को हाॅस्पिटल लेकर पहुंचे तो पुलिस को देख बिफर गए। आरोप लगाया कि रविवार रात में हुए विवाद के बाद पुलिस को सूचना दी लेकिन कोई भी मौके पर नहीं आया। इस घटना के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर जाम लगा दिया।
जानकारी के अनुसार परिवार के हीरालाल योगी (60) और रामेश्वर व मोतीलाल पड़ोसी है। तीन महीने पहले एक एक्सीडेंट को लेकर दोनों परिवारों के बीच विवाद चल रहा था। रविवार शाम को दोनों का परिवार एक कपड़े की दुकान पर पहुंच गया। यहां एक्सीडेंट को लेकर एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया। इस पर रविवार रात दोनों पक्षों में जमकर झगड़ा हुआ। गांव वालों ने जैसे-तैसे मामला शांत करवाया। लेकिन, सोमवार सुबह एक बार फिर से हीरालाल योगी और रामेश्वर-मोतीलाल का परिवार आमने-सामने हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों परिवारों के बीच जमकर पथराव होने लगा। तभी रामेश्वर व मोतीलाल के परिवार की ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में हीरालाल योगी और अलका पत्नी दीपराम योगी (20) घायल हो गए। इन्हें मुंडावर हॉस्पिटल लाया गया, जहां इनकी मौत हो गई। वहीं फायरिंग में परिवार के तीन लोग भी घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार हीरालााल योगी के बेटे संतराम का तीन महीने पहले एक्सीडेंट हो गया था और इस हादसे में उसकी मौत हो गई थी। परिवार का आरोप था कि रामेश्वर व मोतीलाल के परिवार ने उसकी हत्या कर मार डाला और इसके बाद मामला भी दर्ज करवाया। तभी से दोनों परिवारों के बीच विवाद चल रहा है। रविवार को भी इसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इधर, हीरालाल येागी के परिवार का कहना है कि रविवार रात हुए झगड़े में पुलिस को भी सूचना दी गई लेकिन कोई मौके पर नहीं आया। वहीं दो की मौत के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल के आगे जाम लगा दिया है। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। ऐसे में तीन थानों महुवा, मंडावर और सलीमपुर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।