नई दिल्ली/वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि ये स्टेडियम केवल ईंट और कंक्रीट से बना एक मैदान नहीं बल्कि भविष्य के भारत का एक प्रतीक बनेगा।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब खेल का बुनियादी ढांचा तैयार होता है, जब इतना बड़ा स्टेडियम बनता है तो खेल ही नहीं स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। काशी का ये अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पूर्वांचल का चमकता सितारा बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। नए-नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं। जाहिर है कि आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने वाली है। जब मैचों की संख्या बढ़ेगी तो नए स्टेडियमों की जरूरत भी पड़ेगी। तब बनारस का ये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “काशी के सांसद के रूप में, मैं यहां पहला अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने में उनके समर्थन के लिए बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत का पहला बहुस्तरीय खेल परिसर है जो दिव्यांगजनों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। ये स्टेडियम न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान जैसा होगा। इस स्टेडियम के पूरा होने पर 30,000 से ज्यादा लोग यहां बैठकर मैच देख पाएंगे। जबसे इस स्टेडियम की तस्वीरें बाहर आई हैं, उन्हें देखकर हर काशीवासी गदगद हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज, मुझे वाराणसी आने का एक और मौका मिला। काशी आने पर हमें जो खुशी मिलती है, वह अद्वितीय है। आज मैं एक ऐसे दिन काशी आया हूं, जब चंद्रमा के शिवशक्ति पॉइंट पर भारत के पहुंचने का एक महीना पूरा हो रहा है। एक शिवशक्ति का स्थान चंद्रमा पर है और दूसरा शिवशक्ति का स्थान यहां काशी में है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलों में भारत को जो सफलता मिल रही है, वह खेलों के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव का प्रमाण है। सरकार हर स्तर पर खिलाड़ियों की मदद कर रही है। नौ वर्ष पहले की तुलना में इस वर्ष केंद्रीय खेल बजट तीन गुना बढ़ाया गया है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के बजट में तो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
उन्होंने कहा कि पहले सुसज्जित स्टेडियम केवल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में मौजूद थे। हालांकि, अब दूरदराज के स्थानों में भी खिलाड़ियों को ये सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अभी कुछ समय पहले ही वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत ने इतिहास रचा है। इन गेम्स के इतिहास में पिछले कई दशकों में भारत ने कुल मिलाकर जितने पदक जीते थे, उससे ज्यादा पदक सिर्फ इस साल जीतकर दिखा दिए हैं।
cricket stadium
वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी सहित पूरे पूर्वांचल को 1565 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसके साथ ही वे राजातालाब गंजारी में पूर्वांचल के पहले क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास भी करेंगे। क्रिकेट स्टेडियम के शिलान्यास समारोह में भाग लेने शहर में आए वर्ष 1983 में भारत को विश्व कप दिलाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान कपिल देव और लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के स्वर्णिम दरबार में विधिवत हाजिरी लगाई।
कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर में पहुंचे कपिलदेव और सचिन तेंदुलकर की एक झलक पाने और सेल्फी लेने के लिए ज्ञानवापी के बाहर युवा प्रशंसकों की भीड़ जुटी रही। मंदिर के गर्भगृह में दोनों क्रिकेटरों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान से बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग का अभिषेक कर दर्शन किया।
गौरतलब हो कि गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, कपिल देव, करसन घावरी, दिलीप वेंगसरकर, मदनलाल, गुंडप्पा विश्वनाथ, यूपी के खेलमंत्री गिरीश चन्द्र यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या और विधायक त्रिभुवन राम मौजूद रहेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इकाना स्टेडियम के पास लगा यूनीपोल गिरने से मां-बेटी की मौत के मामले का इकाना प्रशासन ने संज्ञान लिया है। उन्होंने होर्डिंग लगाने वाली कंपनी को नोटिस देते हुए मृतकों के परिवार को आर्थिक सहयोग देने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी मिली है कि ओरियन नाम की एक कंपनी ने बीते दिनों शहर में हुए आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम के पास एक होर्डिंग लगवायी थी। सोमवार को वही यूनीपोल तेज आंधी में गिर गई और उसके नीचे दबकर कार सवार मां-बेटी की जान चली गई। घटना के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन कंपनी के नाम का जिक्र नहीं किया गया है। वहीं, अब इस मामले में इकाना प्रशासन ने होर्डिंग लगाने वाली कंपनी को नोटिस देते हुए मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये देने के निर्देश दिए हैं। हादसे में घायलों को पांच लाख रुपये देने को कहा है।
जिम्मेदारों की चूक बना हादसों की वजह
लखनऊ नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण की होर्डिंग, यूनीपोल के मामलों में लापरवाही लगातार सामने आ रही है। इसका मुख्य कारण प्रचार करने वाली कंपनियों की विभागीय सांठगाठ से जनपद में अवैध रूप से होर्डिंग और यूनीपोल लगाए जा रहे हैं जो लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। मानकों के विपरीत बने यह यूनीपोल हादसों का सबब बनते जा रहे हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से होर्डिंग और यूनीपोल लगाने का गोरखधंधा फल-फूल रहा है। इसकी बानगी बीते दिनों हुसैनगंज में होर्डिंग सहित इमारत की छत एक हिस्सा गिरने के मामले में सामने आया था। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी लेकिन सोमवार को इकाना स्टेडियम के पास लगे यूनीपोल के गिरने से उसकी चपेट में आकर मां-बेटी की जान चली गई थी। इसमें दो लोग घायल हैं। इतने बड़े हादसे के बावजूद अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं।
इकाना स्टेडियम के पास लगा काफी वजनी यूनीपोल तेज आंधी में एक दिन पूर्व सोमवार को गिर गया था। उसकी चपेट में आकर कार सवार 38 वर्षीय प्रीति जग्गी और 13 साल की बेटी एंजल की मौत हो गई, जबकि कार चालक खुर्रमनगर निवासी सरताज घायल हो गया था।