कोलकाता । पश्चिम बंगाल में भरी हिंसा के बीच पंचायत चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार कई जगह हुई हिंसक वारदातों पांच लोगों की जान जा चुकी है। मतदान शुरू होते ही चारो तरफ से शिकायते आना शुरू हो गयीं लेकिन राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा तीन घंटे बाद दफ्तर पहुंचे।
मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कांग्रेस और तृणमूल के बीच झड़प में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता बाबर अली की मौत हो गई। हिंसा के बाद इलाके में भारी तनाव है।मतदान शुरू होते ही कूचबिहार में मतदान केंद्र में तोड़फोड़ कर दी गई है और मतपत्र लूट लिए गए है। इसी तरह की खबरें डायमंड हारबर से भी आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक मालदा के मानिकचक और गोपालपुर ग्राम पंचायत के जिशारद टोला में भारी बमबारी हुई है। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मृत व्यक्ति का नाम शेख मालेक बताया गया है। सूचना मिली है कि हुगली में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने एक निर्दलीय उम्मीदवार को गोली मार दी है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का मतदान भारी हिंसा के बीच जारी है। पूरे राज्य भर से जगह-जगह हिंसा, आगजनी, पथराव की खबरें आ रही हैं। पूरे राज्य में भारी तनाव फैला हुआ है। राज्य में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद जमकर हिंसा हो रही है। पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम ब्लॉक 1 के रेजिडेंट्स ने तृणमूल कांग्रेस पर बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाते हुए इलेक्शन का बॉयकॉट किया। लोगों का कहना है कि महम्मदपुर के बूथ नंबर 67 और 68 में सेंट्रल फोर्स की तैनाती की जाए। तैनाती न होने तक वे वोट नहीं डालेंगे।
शनिवार की सुबह सात बजे राज्य के पंचायत की लगभग 74 सीटों के लिए मतदान शुरू हुआ है। दक्षिण से लेकर उत्तर बंगाल तक हर जगह हिंसा की खबरें आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक मतदान के दौरान हुई हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हैं।
आगजनी, गोलीबारी, बमबारी और लूटपाट के बीच अब तक मुर्शिदाबाद, मालदा, कूचबिहार और दक्षिण 24 परगना में पांच लोगों की हत्या

चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा
की चुकी है। 24 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर में स्थापित कंट्रोल रूम में सुबह से फोन पर घंटियां घनघनाती रहीं। किसी ने भी फोन नहीं उठाया। …और राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा तीन घंटे बाद दफ्तर पहुंचे।
कूचबिहार में तो मतदान केंद्र को आग के हवाले कर दिया गया है। भाजपा पोलिंग एजेंट को बम से उड़ाया जा चुका है। एक पुलिसकर्मी और पीठासीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं। आयोग के दफ्तर पर सुबह से पत्रकारों का जमघट है। सिन्हा के पहुंचने से पहले किसी भी अधिकारी ने मुंह नहीं खोला। कंट्रोल रूम में करीब एक दर्जन से अधिक लैंडलाइन फोन पर घंटी लगातार बजती रहीं लेकिन किसी भी कॉल को अटेंड नहीं किया गया । आयोग के सचिव नीलांजन शांडिल्य और अन्य कर्मचारी जरूर सुबह दफ्तर पहुंच गए पर आयुक्त राजीव सिन्हा तीन घंटे बाद आए है।