कानपुर। बर्फीली हवाओं के चलते हाड़ कंपा देनी वाली ठंड जारी है। कानपुर समेत प्रदेश के बारह जिलों का तापमान पांच डिग्री के नीचे बना हुआ है। शनिवार रात और रविवार की भोर तापमान दो डिग्री तक पहुंच गया। बरेली, बागपत, मैनपुरी दो से तीन डिग्री के बीच तापमान रहा। मौसम विभाग के मुताबिक कानपुर में बीस वर्ष का रिकॉर्ड टूट गया। पुराने रोगियों को चिकित्सकों ने बेहद सावधानी करने की चेतावनी दी है।
कानपुर में बीते तीन दिन से न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से कम रहा। पांच जनवरी को न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री था जो छह जनवरी को गिरकर 3.2 डिग्री पर पहुंच गया। सात जनवरी को पुन: तापमान नीचे दो डिग्री पर चला गया। यह इस सीजन का ही नहीं सात जनवरी 2013 के बाद से सबसे कम है। कड़ाके की ठंड ने कानपुर में 20 वर्ष का रिकॉर्ड टूट गया।
धूप से नहीं मिलेगी राहत, ठंड बढ़ने की संभावना
सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहा है। शनिवार को उप्र में दिन में धूप निकलने के बावजूद कोहरा एवं बर्फीली हवाओं की वजह से ठंड बरकरार है। एक दिन पहले कानपुर में न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जिसमें 1.2 की कमी दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, अभी ठंड और बढ़ेगी। बीच-बीच में कुछ देर के लिए धूप निकल सकती है। लेकिन, बर्फीली हवाएं परेशान करेंगी।
कानपुर दो डिग्री सेल्सियस, बरेली 2.9, मुजफ्फर नगर 3.0,गौतमबुद्ध नगर 3.7, झांसी 4.0, लखनऊ 4.0, गाजियाबाद 4.1, अलीगढ़ 4.2, मथुरा 4.7, वाराणसी 4.8, अयोध्या 5.0, प्रयागराज 5.5, यह न्यूनतम आंकड़े शनिवार-रविवार की रात के हैं।
शरीर को ढक कर ही निकलें बाहर, पुराने रोगी ठंड में बाहर न निकलें
स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने सावधान करते हुए कहा है कि पुराने रोगी, कोरोना से ठीक हुए लोग ठंड में बाहर न निकलें। नसों के रोगी गर्म कपड़ा लपेटकर शरीर को गर्म रखें। दमा और अस्थमा के रोगी ठंड से बचें। दवा की डोज दुरुस्त कराएं। गर्म कमरे से अचानक बाहर ठंड में न निकलें। छोटे बच्चों को गर्म कपड़े से ढंके रहें। माताएं शिशुओं को कंगारू केयर दें। हाई ब्लड प्रेशर के रोगी जांच कराकर दवा की डोज दुरुस्त करा लें। ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें। इससे ब्रेन और हार्ट अटैक पड़ सकता है।
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लखनऊ। पूरे प्रदेश में शीतलहर और कड़ाके की सर्दी ने परेशानी बढ़ा दी है। कई जिलों में रविवार और सोमवार को दिनभर सूरज नहीं निकला। जहां निकला भी, वहां दोपहर बाद और वह भी लुकाछिपी ही करता रहा। इससे लोगों को राहत नहीं मिली। मंगवार की स्थिति यह है कि पूर्वांह्न साढ़े ग्यारह बजे तक लखनऊ का तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि झांसी का नौ डिग्री तक है।
भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि पहाड़ों में पड़ी बर्फ के कारण यह सर्दी बढ़ी है। इसे अभी जारी रहने की संभावना है। हालांकि दो दिन के बाद प्रदेश के कई जिलों में लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
मौसम विभाग द्वारा मंगलवार को दी गयी जानकारी के अनुसार प्रदेश में न्यूनतम पारा कानपुर नगर का 3.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं बरेली का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं नजीमाबाद का चार डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरनगर का 5.2 डिग्री सेल्सियस, झांसी का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा बस्ती जिले का 19 डिग्री सेल्सियस रहा।
इस सप्ताह बारिश के आसार
सीएसए विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि दिन का पारा नीचे आने की सम्भावना है। न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 10 डिग्री तक आ गया है। वहीं मंगलवार सुबह की शुरुआत भी घने कोहरे के साथ हुई है। बीते 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.5 डिग्री तक नीचे गिर गया है। अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री तक आ गया है।
कानपुर में सोमवार की रात कड़ाके की ठंड पड़ी। यहां तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रहा। पड़ोसी जिला फतेहपुर में तापमान 5डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बताया कि आने वाले पांच दिनों में पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी हो सकती है। इसका असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद और इसके आस—पास के जिलों में रहेगा।यहां घना कोहरा के साथ ही कड़ाके के शीतलहर रहेगी। इस सप्ताह के अंत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के भी आसार बन रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिन के दौरान बारिश की संभावना है। जहां 20 से 22 जनवरी के आसपास बादल छाए रहने की संभावना है। इन तीन दिनों में बारिश हो सकती है। इसके बाद तापमान सामान्य होने लगेगा। ठंड का असर भी कम होने लगेगा। बताया कि फरवरी की शुरुआत में फिर बूंदाबांदी की संभावना बन रही है।
कड़ाके की ठंड की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि मंगलवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में घना कोहरा पड़ेगा। चेतावनी के मुताबिक मंगलवार को शीतलहर चलने की वजह से हाड़ कपकपा देने वाली ठंड रहेगी।
उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जिले का न्यूनतम तापमान कानपुर नगर-3.6,फतेहपुर-5, इटावा-7.2, हरदोई-7.5, झांसी-7.7, अलीगढ़-8.2, उरई 8.2,आगरा 8.6,बस्ती 8, लखनऊ-10, प्रयागराज-10.2 तथा वाराणसी में 10.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
भोपाल। मध्य प्रदेश में बीता दिसंबर माह भले ही 10 साल में सबसे गर्म रहा हो, लेकिन नया साल कड़ाके की ठंड लेकर आया है। सोमवार सुबह भोपाल, ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड और बघेलखंड में घना कोहरा छाया रहा। वहीं, ग्वालियर-चंबल बेल्ट कड़ाके की ठंड की चपेट में है।
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 5-6 जनवरी को प्रदेश में मावठा भी गिर सकता है। इसकी शुरुआत जबलपुर से होगी और यह भोपाल के पास तक सक्रिय रह सकता है। ग्वालियर-चंबल में रात का पारा 5 डिग्री के नीचे, तो इंदौर और भोपाल में यह 9 डिग्री तक आ सकता है। मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू के अनुसार ईस्ट एमपी में पानी गिर सकता है। अगर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनता है, तो तापमान में तेजी से गिरावट होगी।
मौसम विभाग के अनुसार जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल और आसपास के जिलों में दो दिन बारिश हो सकती है। अधिकांश इलाकों में तापमान 10 डिग्री के नीचे आ सकता है। ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल में पारा 7 से नीचे जा सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम में तापमान 9 डिग्री से नीचे आ सकता है। भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर और दतिया में घना कोहरा रहेगा। सागर, सतना, रीवा, रायसेन और भोपाल में मध्यम कोहरा रहेगा। अगर पश्चिमी विक्षोभ बहुत स्ट्रॉन्ग होता है, तो ओले भी गिर सकते हैं। ऐसे में ठंड ज्यादा पड़ सकती है। लेकिन यह संभावना पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर करेगी।
भोपाल में तेज ठंड और कोहरा
राजधानी भोपाल नए साल के पहले दिन ही ठिठुरन की जकड़ में आ गई थी। सोमवार सुबह से यहां घना कोहरा है। 1 जनवरी की सुबह भी करीब ढाई घंटे राजधानी में सीजन का पहला घना कोहरा छाया। सुबह 7:30 बजे से 9 बजे तक शहर के ज्यादातर इलाकों में विजिबिलिटी कम रही। एयरपोर्ट रोड पर जहां यह 200 मी. थी, तो होशंगाबाद रोड पर 1000 मी. के आसपास। ढाई घंटे ऐसा ही नजारा दिखता रहा। कोहरे के साथ ही ठंडी हवा भी चली, जिससे तापमान गिर गया। दोपहर 3:30 बजे पारा 23 डिग्री था, जो रात 11:30 बजे 11.4 डिग्री पर आ गया। मौसम विशेषज्ञ पीके साहा का कहना है कि भोपाल में यह इस सीजन का पहला घना कोहरा था। उन्होंने बताया कि जब वातावरण में नमी ज्यादा हो और हवा की रफ्तार कम हो, तो कोहरा छाता है।