अहमदाबाद/सूरत । गुजरात के सूरत शहर में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के रूकावट बन रहे चौक बाजार स्थित 200 वर्ष पुराने चर्च को सहमति लेकर ढहा दिया गया। मेट्रो रेल प्रशासन ने इसके लिए चर्च प्रबंधन की सहमति लेने के साथ ही मुआवजा चुकाने की बात कही है।
शहर में दो चरणों में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है। पहले चरण में ड्रीम सिटी (सरसाणा) से सरथाणा (वराछा) और दूसरे चरण में सारोली से भेंसाण का कार्य पूरा किया जाएगा। वर्ष 2024 तक पहले चरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये तेजी से कार्य किया जा रहा है।
शहर के पुराने क्षेत्र से मेट्रो के गुजरने के कारण कई प्राचीन सम्पत्तियां इसके रूट में आ रही है। इसकी वजह से निजी और ट्रस्ट आदि के मालिकों से बातचीत कर शहर के हित में निर्णय किया जा रहा है।
मेट्रो प्रशासन के अनुसार लोगों के सहयोगात्मक रुख के कारण कहीं कोई अड़चन नहीं आ रही है। सम्पत्तियों को लेकर मेट्रो तय नीति के तहत उन्हें मुआवजा भी चुका रहा है। यह कार्य चौक बाजार तक पहुंच चुका है। यहां 200 साल पुराना एक चर्च था। मेट्रो प्रशासन ने बीते दिनों चर्च प्रबंधन से बात कर उसे डिमोलिशन करने का कार्य शुरू किया गया। मेट्रो ने इसके बदले संबंधित संस्था को मुआवजा देने की बात कही है।
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