न्यूयॉर्क । कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर लगाए गए आपत्तिजनक आरोपों से अमेरिका बेहद ज्यादा चिंतित है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि ट्रूडो ने एक अलगाववादी सिख नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोप लगाए हैं। यह अमेरिका के लिए चिंता की बात है। हालांकि ब्लिंकन ने कहा कि यह जरूरी है कि भारत इस मामले की जांच में कनाडा के साथ मिलकर काम करे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में विदेशमंत्री ब्लिंकन का यह संवाददाता सम्मेलन चर्चा में है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इस विषय पर भारत सरकार के साथ सीधे संपर्क में है। खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद जारी है। उल्लेखनीय है कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को हुई निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के ट्रूडो के आरोपों के बाद कूटनीतिक विवाद बढ़ गया है।
ब्लिंकन के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया है कि भारत के खिलाफ ट्रूडो के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा उन्हें इसके बारे में कुछ बातें कहनी है। पहली, प्रधानमंत्री ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं उन्हें लेकर हम अत्यधिक चिंतित हैं। अमेरिका लगातार कनाडाई सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा है। इस समय जरूरी यह है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और भारत इस जांच में कनाडा के साथ काम करे।
ब्लिंकन से उस रिपोर्ट के बारे में भी पूछा गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने निजी तौर पर यह मुद्दा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस सवाल पर विदेशमंत्री ने कहा कि वह राजनयिक स्तर की बातचीत के बारे में कुछ बोलना नहीं चाहते। दूसरी ओर, अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कनाडा ने हालांकि अपने आरोपों के संबंध में कोई साक्ष्य साझा नहीं किया है लेकिन उसने यह जरूर कहा है कि उसके आरोप खुफिया जानकारी और ओटावा के फाइव आइज खुफिया नेटवर्क के एक सहयोगी देश से मिली गोपनीय सूचनाओं पर आधारित हैं। फाइव आइज खुफिया नेटवर्क में कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
CANADA KHALISTAN
ओट्टावा । खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस ने कनाडा में रह रहे हिंदुओं को तुरंत कनाडा छोड़ने के लिए कहा है। यह धमकी कनाडा में एक अलगाववादी की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के बीच शुरू हुए राजनयिक गतिरोध के बाद आई है।
कनाडा और भारत के बीच अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा इस हत्याकांड में भारत का हाथ बताए जाने के बाद कनाडा में सक्रिय खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों के हौसले बुलंद हो गए हैं। अब वर्ष 2019 में भारत द्वारा प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस ने भारतीय मूल के हिंदुओं को तुरंत कनाडा छोड़ने के लिए कहा है। उसने भारत का समर्थन करने और निज्जर की हत्या का जश्न मनाने को लेकर भारतवंशियों को धमकी दी है। भारत में आतंकवादी घोषित गुरपतवंत पन्नू ने वीडियो जारी कर धमकी दी। पन्नू ने कहा कि इंडो-हिंदू कनाडा छोड़ो, भारत जाओ। उसने कहा कि जो लोग न केवल भारत का समर्थन करते हैं, बल्कि खालिस्तान समर्थक सिखों के भाषण और अभिव्यक्ति के दमन का भी समर्थन कर रहे हैं, उन्हें तुरंत कनाडा छोड़ देना चाहिए।
कनाडाई हिंदूज फॉर हार्मनी के प्रवक्ता विजय जैन ने पन्नू की धमकी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हम शहर में हर तरफ हिंदू फोबिया देख रहे हैं। ट्रूडो की टिप्पणी से हिंसा भड़क सकती हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको चिंता सता रही है कि कहीं कनाडाई हिंदुओं को निशाना न बनाया जाए
टिप्पणीकार रूपा सुब्रमण्य ने पन्नू की धमकी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर किसी श्वेत ने धमकी दी हो कि सभी अश्वेत लोगों को कनाडा छोड़ देना चाहिए, तो कल्पना कीजिए कि कितना हंगामा होगा। फिर भी जब कोई खालिस्तानी कनाडा में एक कार्यक्रम में हिंदुओं को धमकाता है, तो हर कोई इसे नजरअंदाज कर देता है।
कनाडा की हिंदू मंत्री अनीता आनंद ने शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशियाई और भारत से आने वाले परिवारों को ट्रूडो का बयान अच्छा नहीं लगा होगा। उन्होंने कहा कि बयान सुनना मुश्किल था, लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया को जारी रखने का समय है।