कानपुर। कोपरगंज में व्यापारी के ठिकाने पर सर्वे करने गई जीएसटी की टीम से व्यापारियों ने नोकझोंक की। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी अफसर सर्वे के नाम पर दहशत फैलाते हैं और कारोबार नहीं करने देते। सर्वे के बाद उनके दलाल सक्रिय हो जाते हैं फिर उगाही करते हैं।
उत्तर प्रदेश प्रांतीय व्यापार मंडल व व्यापार सभा की ओर से शनिवार को व्यापारियों ने चौपाल लगाई। चौपाल में व्यापारियों ने जीएसटी छापेमारी, सर्वे और उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की। व्यापारियों ने प्रदेश सरकार से छापेमारी, उत्पीड़न रोकने की मांग की। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि जीएसटी के नाम पर छापेमारी से दहशत है। छापे के दौरान व्यापारियों के साथ बदमाशों सरीखा व्यवहार किया जाता है। बिना हिसाब-किताब जीएसटी और जुर्माना लगाया जाता है। फिर दलाल सक्रिय हो जाते हैं। उगाही की जाती है। व्यापारी कारोबार ठप कर इसका विरोध करेंगे।
उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष गुरजिंदर सिंह का कहना था कि छापे और सर्वे की वजह से व्यापारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। इसलिए इसका विरोध लगातार किया जाएगा। इसके बाद भी अगर कार्यवाही नहीं रुकी तो कानपुर से लेकर लखनऊ तक प्रदर्शन किया जाएगा।
Businessman
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में फर्जी बिल को लेकर टैक्स चोरी के करीब 500 करोड़ रुपए की गड़बड़ी मामले में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) और इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों एजेंसियों ने शनिवार को राज्य के अलग-अलग 150 स्थानों पर छापेमारी की। इससे पूर्व निर्वाचन विभाग ने राज्य में अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर 72 करोड़ रुपए से अधिक की रकम के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार शनिवार से शुरू की गई कार्रवाई में डीआरआई और जीएसटी की टीम ने सूरत, जामनगर, अहमदाबाद, भरूच में करीब 150 स्थानों पर छापेमारी की।
गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य में रुपए पहुंचाने का काम शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों के अंदर ही राज्य में 72 करोड़ रुपए से अधिक की रकम अलग-अलग कार्रवाई में जब्त की गई है। यह राशि गुजरात विधानसभा के वर्ष 2017 चुनाव के दौरान जब्त राशि से बहुत ज्यादा है। इसकी वजह से निर्वाचन आयोग के इस अभियान के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई थी।
बताया गया कि कुछ दिन पूर्व जीएसटी को गुजरात में फर्जी फर्म की बिलिंग से करीब 500 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का पता चला था। बताया गया कि इस राशि का उपयोग चुनाव में किया जा सकता है। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों समेत डीआरआई और जीएसटी समेत सभी एजेंसियां सतर्क हो गई थी।
जानकारी के अनुसार डीआरआई की कार्रवाई में पिछले दिनों मुंद्रा पोर्ट को गलत जानकारी देकर 64 करोड़ रुपए के खिलौनों के साथ अन्य सामान जब्त किया गया था। इसमें दो लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। ऐसे कई मामले एक साथ चुनाव से जुड़ने के कारण एजेंसियों ने एक साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की है।
अररिया। फारबिसगंज थाना क्षेत्र के हरिपुर वार्ड संख्या छह में गुप्त सूचना पर कार्रवाई कर हिरासत में लिए गये नशे के कारोबारी को भीड़ ने पुलिस और हमला कर छुड़ाया। हालांकि भीड़ जमा करने और आरोपी को भगाने के साथ पुलिस के कार्य मे बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि गुरुवार की देर शाम फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा को गुप्त सूचना मिली कि हरिपुर वार्ड संख्या छह में मो. फिरोज पिता-मो.इरफान कोडीनयुक्त कफ सीरप का अवैध कारोबार करता है और प्रतिबन्धित कोडीनयुक्त कफ सीरप को जमा कर बिक्री कर रहा है। इस सूचना पर फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा अपने अंगरक्षकों और फारबिसगंज थाना के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार सुमन और टाइगर मोबाइल एवं पुलिस बलों के साथ मौके के लिए कूच किया। मौके पर से ही उन्होंने 160 पीस प्रतिबन्धित कोडीनयुक्त कफ सीरप को बरामद भी कर लिया और आरोपी मो. फिरोज को अपने हिरासत में ले लिया।
इसी क्रम में फिरोज शोरगुल करते हुए परिजन समेत भीड़ को इकट्ठा कर लिया और भीड़ उग्र होकर पुलिस टीम पर हमला कर आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया। हालांकि मौके पर से ही पुलिस ने हमला करने,आरोपी को छुड़ाकर भगाने, भीड़ जमा कर उकसाने के आरोप में वार्ड संख्या पांच के रहने वाले शेख रहमान, मो.रुस्तम, मो.सबूल एवं वार्ड संख्या तीन निवासी मंजर आलम को हिरासत में कामयाब रही। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार किया।मामले में पुलिस की ओर से एक दर्जन नामजद और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।फारबिसगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु ने सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की बात कही।
कोलकाता। करोड़ों की नगदी बरामदगी के मामले में गत माह गिरफ्तार किये गये कोलकाता के गार्डनरीच इलाके के कारोबारी आमिर खान के एक और करीबी के घर तलाशी अभियान के दौरान बड़ी मात्रा में नगदी बरामद हुई है। उल्टाडांगा में स्थित आमिर खान के करीबी के घर बुधवार देर शाम ईडी के अधिकारी पहुंचे थे। यहां अलमारी और अन्य जगहों से बड़ी मात्रा में नगदी बरामद हुई। गुरुवार तड़के तक रुपये गिनने का काम जारी था। उस कारोबारी का नाम रमेश अग्रवाल है। लंबे समय तक उसे बैठाकर पूछताछ भी की गई है। घर से एक लैपटॉप और कई अन्य चीजें मिली हैं जिसे अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।
गुरुवार सुबह 5:00 बजे के करीब ईडी के अधिकारी कार्रवाई समाप्त कर वापस लौटे हैं। दो ट्रॉली बैग में भरकर रुपये और अन्य सामानों को ले जाया गया है। परिवार के एक सदस्य रूमेन अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है। घर में इतने रुपये कहां से आए और क्यों रखे गए थे इस बारे में घर वालों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। पता चला है कि ऑनलाइन ठगी और गेमिंग के मामले में ये लोग भी शामिल रहे हैं। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को ईडी अधिकारियों ने न केवल उल्टाडांगा बल्कि जादवपुर, पार्क स्ट्रीट सहित कई अन्य इलाकों में छापेमारी की थी। आमिर खान के घर गत 10 सितंबर को ईडी अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया था जहां से 17 करोड़ रुपये नगदी बरामद हुए थे। बाद में कोलकाता पुलिस ने उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह जेल में है।
भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को सुबह बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने सुबह मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्य चौरसिया के भिलाई स्थित निवास, कुछ बडे़ कारोबारियों, नेताओं और आईएएस अधिकारियों के ठिकानों पर दबिश दी है।
जानकारी मिली है कि ईडी ने मुख्यमंत्री के उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई निवास सूर्या रेजीडेंसी में आज सुबह छापा मारा गया है। घर के समीप भी जाने से सभी को रोक दिया गया है। स्थानीय पुलिस भी तैनात है। इसके अलावा प्रदेश के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, महासमुंद में रहने वाले उनके ससुर और पूर्व कांग्रेसी विधायक अग्नि चंद्राकर, रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू, बादल मक्कड़, सनी लुनिया, अजय नायडू के ठिकानों पर छापा मारा है। आईएएस जेपी मौर्य, समीर विश्नोई के यहां भी कार्रवाई की गयी है।
विदित हो कि जुलाई में इनकम टैक्स विभाग की टीम ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी सहित कुछ अफसरों के यहां भी छापा मारा था और छापे के बाद आयकर की टीम ने बड़ी वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा किया था।
बता दें कि कल सोमवार से ही प्रदेश में ईडी के पहुंचने की चर्चा पर जोरों पर थी और आज मंगलवार सुबह से ही ईडी की टीमों ने प्रदेश के कई रसूखदारों के यहां दबिश दी है। ईडी की यह कार्रवाई जुलाई महीने में इनकम टैक्स के छापे के बाद हुई है।