लंदन । लंदन के मेयर पद के लिए भारतीय मूल के दो प्रत्याशी मैदान में उतर रहे हैं। दो मई को होने वाले चुनाव के लिए भारतीय मूल के दो कारोबारी निवर्तमान मेयर सादिक खान को चुनौती देने के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतर गए हैं।
व्यवसायी तरुण गुलाटी (63) ने पिछले साल के अंत में भारत की यात्रा के दौरान अपना मेयर पद का चुनावी अभियान शुरू किया था वहीं, 62 वर्षीय उद्यमी श्याम भाटिया के चुनाव में ताल ठोंकने से लगभग एक दर्जन उम्मीदवार मैदान में हैं।
गुलाटी का चुनावी नारा ‘‘विश्वास और विकास’’ है, जबकि बत्रा ने ‘‘आशा के दूत’’ का नारा दिया है। गुलाटी ने से कहा, ऐसी धारणा बढ़ रही है कि मौजूदा सत्ताधारी ने समर्थन खो दिया है और पार्टी के एक अन्य प्रमुख दावेदार से भी मतदाता बहुत खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं लंदन का अगला मेयर बनने के लिए एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़ा हूं क्योंकि मैं पार्टी विचारधारा और पूर्वाग्रह के बिना विचारों और नीतियों के मुक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करना चाहता हूं। मैं लोगों के विचार जान रहा हूं और उसके अनुसार निर्णय लेने की प्रक्रिया में जहां भी संभव होगा, लोगों को शामिल करने के लिए काम करूंगा।’’
भारत में अपना मेयर पद का अभियान शुरू करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर गुलाटी ने कहा, ‘‘भारत मेरी जन्मभूमि है, जहां मेरा जन्म हुआ और लंदन मेरी कर्मभूमि है, जहां मैं काम करता हूं। मेरे लिए बड़ों, माता-पिता, परिवार और शुभचिंतकों का आशीर्वाद पाना बहुत महत्वपूर्ण था। इसीलिए मैंने लंदन के मेयर पद के लिए अपना अभियान भारत में शुरू करने का फैसला किया।
बत्रा ने कहा, ‘‘मैं शहर के मौजूदा हालात से काफी चिंतित हूं। यह देखकर मुझे दुख होता है कि निष्क्रिय नीतियों से निवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। मैं बेहतर के लिए काम करना चाहता हूं।
BRITAIN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि ”वीर बाल दिवस” भारतीयता की रक्षा और सुरक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती है।
प्रधानमंत्री दिल्ली के भारत मंडपम में ”वीर बाल दिवस” पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोई देश अपनी विरासत पर गर्व करते हुए आगे बढ़ता है तो दुनिया उसका सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि आज देश वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है, उनसे प्रेरणा ले रहा है। आजादी के अमृतकाल में ”वीर बाल दिवस” के रूप में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था। वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती।
उन्होंने कहा कि ”वीर बाल दिवस” अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं तो दुनिया का भी नजरिया बदला है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज का भारत ”गुलामी की मानसिकता” से बाहर निकल रहा है। आज के भारत को अपने लोगों पर, अपने सामर्थ्य पर, अपनी प्रेरणाओं पर पूरा पूरा भरोसा है। आज के भारत के लिए साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है। आज के भारत में भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान, गोविंद गुरु का बलिदान पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में से है, जो देश सबसे ज्यादा युवा देश हैं। इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था। जब उस युवा शक्ति ने देश को आजादी दिलाई तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है, यह कल्पना से परे है।
लंदन। अवैध प्रवासियों को देश से वापस भेजने की ब्रिटिश सरकार की रवांडा नीति पर ‘‘गहरी असहमति” व्यक्त करते हुए इमीग्रेशन (आव्रजन) मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने सुनक मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। जेनरिक को हाल तक सुनक के सहयोगी के तौर पर देखा जाता था। जेनरिक ने बुधवार को कहा कि उन्होंने महसूस किया कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली द्वारा संसदीय बयान में प्रस्तुत आपातकालीन विधेयक ‘‘कानूनी चुनौतियों” को समाप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं है। सुनक ने उनके इस्तीफे पर कहा कि वह ‘‘निराश” हैं लेकिन पद छोड़ने का उनका तर्क ‘‘स्थिति की बुनियादी गलतफहमी पर आधारित” है।
जेनरिक ने निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में प्रश्नकाल के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बेहद दुख के साथ मैंने आव्रजन मंत्री के रूप में अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को दे दिया है।” उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की नीति को लेकर जब मेरी इतनी गहरी असहमति है तो मैं अपने पद पर नहीं बने रह सकता।” जेनरिक ने कहा कि इंग्लिश चैनल को पार करने वाली छोटी नौकाएं देश को ‘‘अनजाने में नुकसान” पहुंचा रही हैं और सरकार को ‘‘राष्ट्रीय हितों को अंतरराष्ट्रीय कानून के अत्यधिक विवादित बयानों से ऊपर रखने” की जरूरत है। उन्होंने बुधवार को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, ‘‘मैंने लगातार एक स्पष्ट कानून की वकालत की है जो घरेलू और विदेशी अदालतों के लिए नीति की प्रभावशीलता को अवरुद्ध करने या कम करने के अवसरों को गंभीर रूप से सीमित करता है।”
अपने जवाब में प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि कि नया विधेयक ‘‘ब्रिटेन सरकार द्वारा अब तक पेश किया गया सबसे कठिन अवैध प्रवासन कानून” होगा। उन्होंने कहा, ‘‘रवांडा सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ऐसे कानून पर आधारित ब्रिटेन की इस योजना को स्वीकार नहीं करेगी जिसे अंतरराष्ट्रीय कानून दायित्वों का उल्लंघन माना जा सकता है।” यह कदम सुनक के लिए निराशाजनक है और ऐसे समय में अहम हो जाता है जब वह 2024 के लिए आम चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। रवांडा सुरक्षा विधेयक औपचारिक रूप से बृहस्पतिवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में पेश किया जाएगा। ब्रिटेन सरकार ने मंगलवार को रवांडा के साथ एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया जाएगा। समझौता यह सुनिश्चित करता है कि रवांडा भेजे गए लोगों को ऐसे देश में स्थानांतरित करने का खतरा नहीं होगा जहां उनके जीवन या स्वतंत्रता को खतरा हो।
मीरजापुर। ऑस्कर अवार्ड विजेता फिल्म “स्माइल पिंकी” की मुख्य किरदार पिंकी का परिवार संकट में है। बच्चों के कटे होठ को लेकर उनके जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी की मुख्य किरदार पिंकी के मीरजापुर जिले के ग्राम रामपुर ढबही में वन विभाग का नोटिस पहुंचने से हलचल मच गई। पिंकी के पिता राजेंद्र सोनकर सहित 28 लोगों को कब्जा हटाने का नोटिस दिया गया है।
वन विभाग ने जिस मकान से बेदखली का नोटिस भेजा है उस मकान को डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी के ऑस्कर अवार्ड जीतने के बाद पिंकी के परिवार को जिला प्रशासन ने ही बनवाकर दिया था। इसके साथ ही कई वादे भी किए थे।
स्माइल पिंकी फिल्म को 2009 में आस्कर अवार्ड मिला था। उसी समय से रामपुर ढबही गांव की पिंकी शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गई। इसके बाद पिंकी 2013 में ब्रिटेन में आयोजित विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले के लिए सिक्का उछाल कर टास कराने पहुंची थीं। इस प्रसिद्धि के बावजूद पिंकी का परिवार गुमनामी के अंधेरे में जीवन गुजर-बसर करने को मजबूर है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रामपुर ढबही गांव में गाटा संख्या 966 वन भूमि है। इस पर 28 लोगों ने अतिक्रमण किया है। इसे खाली कराने के लिए नोटिस दिया गया है। स्माइल पिंकी के पिता राजेंद्र सोनकर ने बताया कि 25 वर्षों से अधिक समय से वह वहीं पर रह रहे हैं। अब उनसे उनका घर खाली कराने के लिए कहा जा रहा है। घर से बेदखल होने पर उन्हें रहने के लिए कोई घर नहीं है। डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि वन विभाग की भूमि पर घर बनाने को लेकर नोटिस दिया गया है। 28 परिवारों से बेदखली का जवाब मांगा गया है। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग द्वारा नोटिस जारी किए जाने की जानकारी मिलते ही अहरौरा के सपा के नगर अध्यक्ष मुमताज अहमद के नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल स्माइल पिंकी के घर पहुंच आश्वासन दिया कि जिलाधिकारी से मिलकर किसी को बेदखल नहीं होने दिया जाएगा। मुमताज अहमद ने कहा कि पिंकी ने देश का नाम रोशन किया है। उसके लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी।
स्माइल पिंकी पर बनी डाक्यूमेंट्री को आस्कर पुरस्कार मिलने पर प्रशासन ने खुद मदद करके मकान बनवाया था। पढ़ाई से लेकर कई वादे किए गए थे। कुछ दिनों बाद सभी लोगों ने हाथ पीछे खींच लिया। अब वन विभाग ने बेदखली को लेकर नोटिस जारी किया है। मजे की बात यह है कि कई लोगों ने सरकारी आवास भी बना रखा है। नोटिस जारी होने के बाद सभी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर पत्र सौंप न्याय की गुहार लगाई।
अहरौरा के रामपुर ढबही निवासी पिंकी सोनकर का जन्म के बाद से ही होठ कटा हुआ था। वर्ष 2008 में फिल्म निर्माता मेगन माइलन ने कटे होंठ के बच्चों के जीवन पर आधारित 39 मिनट की डाक्यूमेंट्री स्माइल पिंकी बनाई थी। 2009 में इस डाक्यूमेंट्री को आस्कर पुरस्कार मिला था। हिंदी और भोजपुरी में इस फिल्म को बनाया गया था।
डाक्यूमेंट्री के माध्यम से कटे होठ वालों के सामाजिक तिरस्कार के बारे में दिखाया गया था। ऑस्कर पुरस्कार जीतने के बाद स्माइल पिंकी को लेकर वादों को अंबार लगा, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ। भेड़ और बकरियों में जीवन बिताने वाली पिंकी के पिता राजेन्द्र सोनकर ने बताया, उस समय हमें पता नहीं था कि मेरी जमीन और वन विभाग की जमीन कहां से है। जब बन रहा था तो कोई नहीं रोका और अब परेशान कर रहे हैं।
जेनेवा । संयुक्त राष्ट्र में हांगकांग में मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर होने वाले एक कार्यक्रम आयोजित किए जाने को लेकर चीन ने नाराजगी व्यक्त की है। इस पर चीन ने कई देशों पर कार्यक्रम को बायकॉट करने के लिए दबाव बना रहा है। मालूम हो कि ये कार्यक्रम ब्रिटिश आयोजित कर रहा है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की पांच सप्ताह की बैठक के दौरान बुधवार को ‘हांगकांग में मीडिया की स्वतंत्रता’ को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में जिमी लाई के बेटे सेबेस्टियन लाई भी वक्ता के तौर पर शामिल हो रहे हैं। जिमी लाई राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और राजद्रोह से संबंधित आरोपों में हांगकांग की जेल में बंद है।
चीन ने इसे लेकर अपने राजनयिकों को एडवाइजरी जारी किया है। चीन ने राजनयिकों से इस तरह के किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने से मना किया है। चीन द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि हांग कांग, चीन का आंतरिक मुद्दा है और इसमें बाहरी हस्तक्षेप नहीं चाहिए।
चीन के दबाव के बावजूद करीब 22 देशों ने इस कार्यक्रम में शामिल होने की पु्ष्टि की है। इन देशों में अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी इन देशों में शामिल हैं। इस संबंध में जिनेवा में चीनी मिशन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
वहीं, ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ने कहा कि वह हांगकांग अधिकारों और स्वतंत्रता को लेकर आवाज उठाता रहेगा, क्योंकि हमारा उद्देश्य हांगकांग की स्वायत्तता की गारंटी देना है।
ब्रिटेन ने कहा- जारी रहेगी मुक्त व्यापार वार्ता , कनाडा मामले का भारत संबंधों पर असर नहीं पडे़गा
लंदन । कनाडा और भारत के ताजा टकराव के बीच ब्रिटेन ने साफ किया है कि भारत के साथ चल रहे उसके मुक्त व्यापार वार्ता (एफटीए) पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रवक्ता ने पत्रकारों से भारत-ब्रिटेन संबंधों पर असर पड़ने के सवाल पर साफ किया कि ब्रिटेन कनाडा के अधिकारियों से करीबी संपर्क बनाए रखेगा। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को संसद में कहा था कि वह खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के संभावित संबंधों के विश्वसनीय आरोपों की जांच कर रहे हैं। कनाडा ने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को भी निष्कासित किया। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था और भारत में एक घोषित आतंकवादी था।
भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को कनाडा के इन दावों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया और जवाबी कार्रवाई में उनके एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया।
ब्रिटेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम इन गंभीर आरोपों के बारे में अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ निकट संपर्क में हैं। प्रवक्ता ने कहा कि कनाडाई अधिकारियों द्वारा चल रही जांच के दौरान टिप्पणी करना अनुचित होगा। सुनक के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के साथ व्यापार वार्ता पर काम पहले की तरह जारी है। भारत और ब्रिटेन इस महीने की शुरुआत में एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की दिशा में तेजी से काम करना जारी रखने पर सहमत हुए थे।
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में राष्ट्राध्यक्षों के न पहुंचने से संयुक्त राष्ट्र महासचिव आहत हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में अमेरिकी राष्ट्रपति को छोड़कर किसी राष्ट्राध्यक्ष के न पहुंचने पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि यहां कोई मेला नहीं चल रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन न्यूयॉर्क पहुंचे
संयुक्त राष्ट्र महासभा की 78वीं बैठक के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन में से सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में शिरकत कर रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उच्च स्तरीय बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के उपराष्ट्रपति हान झंग, ब्रिटेन के उप-प्रधानमंत्री ओलिवर डाउडेन और फ्रांस के विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रमुख नेतृत्व की अनुपस्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यहां कोई मेला नहीं चल रहा है। वैसे विभिन्न गंभीर वैश्विक मुद्दों पर सरकारों के फैसले, किसी नेता विशेष की उपस्थिति से ज्यादा अहम हैं। यह एक राजनीतिक निकाय है, जिसमें सरकारों का प्रतिनिधित्व किया जाता है। उन्हें चिंता इस बात की है कि जो देश यहां हैं, वह सतत विकास लक्ष्य की प्रतिबद्धताओं को मानने के लिए तैयार हों। दुर्भाग्य से चीजें सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही हैं और ये एक हकीकत है। हमें कई अहम चीजों पर प्रतिबद्धता की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह समझना होगा कि हमारे पास एक अन्यायपूर्ण, निष्क्रिय और पुरानी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली है, जिसे सुधारने की जरूरत है।
लंदन। ब्रिटेन में हाल ही में हिंदू विरोधी हिंसा और नफरत को लेकर सरकार ने कहा है कि उनके समाज में इसके लिए कोई जगह नहीं है। ब्रिटेन के स्थानीय सरकार मंत्री ली रोवले ने मंगलवार को कहा कि समाज में फैल रही हिंदू विरोधी नफरत घृणित है और इसकी हमारे समाज में इसकी कोई जगह नहीं है। रोवले ने कहा कि ब्रिटेन सरकार इसकी निगरानी करने के साथ इससे मुकाबला करने के लिए पुलिस और सामुदायिक भागीदारों के साथ काम कर रही है।
मंत्री ली रोवले ब्रिटेन के सांसद नवेंदु मिश्रा के सवालों का जवाब दे रहे थे। दरअसल, नवेंदु मिश्रा ने ली रोवले से ब्रिटेन में “हिंदूफोबिया के स्तर के रुझान” के बारे में उनके विभाग के आकलन के बारे में पूछा था। इस बीच, ब्रिटेन के व्यापार राज्य सचिव केमी बडेनोच ने मार्च महीने में खालिस्तान समर्थकों द्वारा लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमले की निंदा की। खालसा वॉक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने हमले को अपमानजनक बताया।
ब्रिटिश हवाई अड्डों का एयर ट्रैफिक कंट्रोल दुरुस्त , अगले कुछ दिनों प्रभावित रहेंगी फ्लाइट्स
लंदन । ब्रिटेन में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली) में तकनीकी खराबी के चलते सैकड़ों उड़ानें प्रभावित हुई हैं और हजारों हवाई यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। हालांकि ब्रिटेन की सरकार ने मंगलवार को कहा कि तकनीकी खामी को ठीक कर लिया गया है, लेकिन कुछ दिनों तक हवाई मार्ग प्रभावित रहने की संभावना है।
परिवहन मंत्री मार्क हार्पर ने सोमवार को आई इस तकनीकी खराबी के पीछे साइबर सुरक्षा से संबंधित किसी भी कारण से इनकार किया है। हार्पर ने कहा कि तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया गया है, लेकिन उड़ानें प्रभावित रहेंगी क्योंकि उड़ानों का शिड्यूल प्रभावित हुआ और यात्रियों के लिए वैकल्पिक उड़ानों को समायोजित करना पड़ रहा है।
ब्रिटिश मीडिया के अनुसार देश की हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली में सोमवार को तकनीकी खराबी आ जाने के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गईं। हीथ्रो हवाईअड्डा प्रशासन की तरफ से कहा गया कि शेष दिन के लिए उसका कार्यक्रम बाधित रहेगा क्योंकि कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। नेशनल एयर ट्रैफिक सर्विसेस (एनएटीएस) ने कहा कि तकनीकी खराबी से उड़ानों की योजनाओं की स्वचालित प्रक्रिया पर असर पड़ा और कई काम मैन्युअल करने पड़े जिसकी वजह से प्रक्रिया धीमी हो गई। एनएटीएस ने खराबी की वजह नहीं बताई।
ब्रिटेन के हवाई अड्डों पर उड़ानों की आवाजाही पर रोक,लंदन। किसी बड़ी तकनीकी खराबी के चलते ब्रिटेन ने अपना सम्पूर्ण हवाई यातायात बंद कर दिया है। इस कारण पूरे ब्रिटेन में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को तकनीकी खराबी की समस्या का सामना करना पड़ा है। एक एयरलाइन ने ‘नेटवर्क-व्यापी विफलता’ की सूचना दी है। उधर, यूके के बाहर की उड़ानों वाली एयरलाइंस के यात्रियों को बता दिया गया है कि ब्रिटैन में हवाई यातायात को कंट्रोल करने वाला नेटवर्क बंद है। इस कारण उनकी उड़ानों में देरी होगी।
क्या है तकनीकी खराबी, ढूंढने पर किया जा रहा काम?
ब्रिटेन की राष्ट्रीय हवाई यातायात सेवा को सोमवार को विमान की आवाजाही को प्रतिबंधित करने पर मजबूर होना पड़ा है। तकनीकी खराबी की वजह से एयरलाइंस और एयरपोर्ट्स को चेतावनी दी गई कि हवाई यातायात को रोक दिया जाए।
इस संबंध में एक प्रवक्ता ने कहा, ‘वर्तमान में हम एक तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं और सुरक्षा बनाए रखने के लिए यातायात प्रवाह प्रतिबंध लागू किया है। इंजीनियर खराबी ढूंढने और उसे ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं।’
इससे पहले स्कॉटिश एयरलाइन लोगानेयर ने सोशल मीडिया पर कहा था कि यूके एयर ट्रैफिक कंट्रोल कंप्यूटर सिस्टम की नेटवर्क फेल हो गया है। इस कारण चेतावनी दी गई है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी हो सकती है। लंदन ल्यूटन हवाई अड्डे ने कहा कि वह ‘प्रभाव को समझने और उड़ानों की सामान्य आवाजाही फिर से शुरू करने के लिए समयसीमा’ के लिए अधिकारियों के साथ काम किया जा रहा है।
8 से 12 घंटे की देरी से यात्री परेशान
ब्रिटिश एयरवेज ने भी कहा कि वह प्रभाव को समझने के लिए एनएटीएस के साथ मिलकर काम कर रहा है।आयरलैंड में डबलिन एयरपोर्ट के हवाले से खबर है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल द्वारा उड़ानों के रोकने के कारण आयरिश एयरलाइंस की उड़ानों में भी देरी और कैंसिल की जा रही हैं। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर कहा कि वे ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में सोमवार की सार्वजनिक छुट्टी के कारण व्यस्त यात्रा वाले दिन उड़ान भरने के इंतजार में एयरपोर्ट्स पर फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि यात्रियों को 8-12 घंटे की देरी का सामना करना पड़ रहा है।