रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश के बिलासपुर जिले में रविवार रात करीब एक बजे गौरेला मार्ग पर रूह कंपा देने वाला सड़क हादसा हुआ है। एक कार की टक्कर से पलटी दूसरी कार में आग लग गई। दूसरी कार में चार लोग थे। चारों जिंदा जल गए। इनकी पहचान इनके सामान मसलन चश्मों, घड़ियों और गहनों से हुई है, क्योंकि लोहे के ढेर में तब्दील कार के अंदर शवों के नाम पर सिर्फ हड्डियां मिली हैं। यह जानकारी बिलासपुर पुलिस ने दी है।
पुलिस के मुताबिक यह हादसा रतनपुर थाना क्षेत्र के पोड़ी- खेरा के पास हुआ है। हादसे में एक पत्रकार सहित चार लोगों की मौत हो गई। इनमें दो युवती भी हैं। सभी के कंकाल सीट से छिपके हुए थे। उनमें हड्डियों के अलावा कुछ भी नहीं। मृतकों की पहचान कार की नंबर प्लेट, गहनों और अन्य सामान से हुई है। कार के नंबर प्लेट से कार मालिक पत्रकार शाहनवाज की पहचान हुई।
पुलिस के मुताबिक ड्राइवर सीट पर उसके गले की मोटी चेन, कड़ा और अंगूठियां मिलीं। ड्राइवर सीट के बाजू में मिले कंकाल की पहचान चेन से याशिका मनहर के रूप में हुई । पीछे की सीट में मिले कंकाल से एक कड़ा, चेन और घड़ी मिली। इससे अभिषेक कुर्रे की पहचान हुई। मृतकों में एक लड़की विक्टोरिया आदित्य भी बताई जा रही है। मगर उसकी पहचान नहीं हो पा रही। हालांकि उसके पिता सीएल आदित्य ने कहा है कि उनकी बेटी भी जलकर मर गई।
पुलिस का कहना है कि कार से मिले सामान, कंकालों, हडि्डयों और शरीर के अवशेषों को सिम्स के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के पास भेजा गया है। इनकी जांच से विक्टोरिया की पहचान हो सकती है।
Bones
नई दिल्ली। बहुचर्चित श्रद्धा हत्याकांड में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ है। श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपित आफताब की निशानदेही पर पुलिस ने जो हड्डियां बरामद की थीं, वो श्रद्धा की ही हैं। पुलिस ने गुरुग्राम और महरौली के जंगलों से जो हड्डियां बरामद की थीं उनका डीएनए मिलान श्रद्धा के पिता के डीएनए से कराया गया था। अब ये साफ हुआ है कि वो हड्डियां श्रद्धा की ही थीं।
आफताब के कबूलनामे के मुताबिक उसने हत्या करने के बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर के उन्हें दिल्ली के महरौली इलाके के जंगल में फेंक दिया था। पुलिस ने जब तलाशी की तो कई टुकड़े बरामद किए गए। इन टुकड़ों को पुलिस ने जांच के लिए सीएफएसएल भेजा था।
श्रद्धा हत्याकांड के आरोप में जब से उसका बॉयफ्रेंड आफताब पूनावाला पकड़ा गया था तब से ही रोजाना इस मामले में लगातार कई खुलासे हो रहे थे। जिस तरह की जानकारी आफताब रोजाना दे रहा था, उससे पुलिस को भी संदेह हुआ कि वो उन्हें बरगला रहा है। इसके बाद पुलिस ने आफताब के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट की मांग की, जिसकी दिल्ली हाई कोर्ट ने इजाजत दे दी।
इसी के साथ-साथ पुलिस हिरासत में आफताब से हो रही पूछताछ के आधार पर भी पुलिस लगातार जांच कर रही थी। इसी दौरान आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़े कर महरौली के जंगल में फेंकने की बात कही थी। ये बात आफताब ने नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट में भी दोहराई थी। पुलिस ने आफताब की बताई जगहों से हड्डियां बरामद भी कीं। हालांकि ये हड्डियां श्रद्धा की ही हैं, ये जानने के लिए पुलिस ने श्रद्धा के पिता के डीएनए से इसका मिलान करवाया। डीएनए जांच में अब खुलासा हुआ है कि वो हड्डियां श्रद्धा की ही हैं।
महाराष्ट्र के वसई की रहने वाली वालकर की उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने इस साल मई में दिल्ली में कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी। उसने श्रद्धा वालकर के शव के 35 टुकड़े किए थे, जिन्हें दिल्ली शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाने से पहले तीन हफ्ते तक महरौली स्थित अपने आवास पर फ्रिज में रखा था। फिलहाल आफताब न्यायिक हिरासत में है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम इस चर्चित हत्याकांड की जांच में जुटी हुई है।