यरुशलम । गाजा पट्टी पर छिड़े युद्ध के 35वें दिन इजराइल ने विश्व समुदाय से किए वादे के मुताबिक हवाई हमले रोक दिए। हवाई हमले बंद होते ही फिलिस्तीन के नागरिकों ने गाजा पट्टी से निकलना शुरू कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इजराइली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने आज सुबह घोषणा की है कि नागरिक क्षति को कम करने के लिए फिलहाल गाजा में हवाई हमले रोक दिए गए हैं। मगर हिजबुल्लाह की हरकत को देखते हुए आईडीएफ के लड़ाकू विमानों ने लेबनान में उसके आतंकी ढांचे को बमबारी कर नष्ट कर दिया।
इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ किया है कि इजराइल, गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहता। भविष्य में गाजा में मजबूत नागरिक सरकार की जरूरत होगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सात अक्टूबर जैसा हमला दोबारा न हो। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा के अल-शिफा अस्पताल के आसपास इजराइल-हमास की लड़ाई को लेकर ह्यूमन राइट्स वॉच गंभीर रूप से चिंतित है। ह्यूमन राइट्स वॉच ने विश्व नेताओं से आग्रह किया कि वे इस पर दखल दें।
इजराइल के शुक्रवार को हमले स्थगित कर देने से अमेरिका ने राहत की सांस ली है। उसे उम्मीद है कि अब हमास की कैद से अपने बंधक नागरिकों को छुड़ाना आसान होगा। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गुरुवार को गाजा शहर में इजराइली सैनिकों और हमास के आतंकियों के बीच करीब 10 घंटे तक सीधी लड़ाई हुई। इस दौरान इजराइल ने हमास के एक गढ़ को ध्वस्त कर दिया।
Bombing
यरुशलम/तेल अवीव । फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के इजरायल पर आक्रमण के बाद गाजा पट्टी पर उमड़े युद्ध के बादल कहर बरपा रहे हैं। इजराइल की सेना ने गाजा पर अब तक सबसे तेज बमबारी की है। इजराइल ने पिछले 48 घंटे में हमास के 720 से अधिक ठिकानों पर, मोर्टार, रॉकेट और मिसाइल दागे हैं। इन हमलों में 704 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इनमें हमास के आतंकवादी भी शामिल हैं। इस युद्ध के बीच हमास ने इजराइल के सामने नया प्रस्ताव रखा है। इसमें कहा गया है कि अगर हमला बंद कर दिया जाए तो वह बंधकों को रिहा कर देगा। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि युद्ध के 19वें दिन अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं। इस बीच इजराइल के सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा है कि उसने पिछले 24 घंटों में 400 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है। इससे एक दिन पहले उसने 320 से अधिक ठिकानों को तबाह किया। हाल के दिनों में गाजा पर यह सबसे तीव्र हवाई हमले हैं। हमास नियंत्रित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस युद्ध में एक दिन में मरने वालों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है। इजराइल ने दर्जनों हमले किए हैं। उसने घरों के अलावा एक शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया है। इन हमलों में कम से कम 704 लोग मारे गए।
गाजा के हालात पर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने कहा है कि सात अक्टूबर को हमास के इजराइल पर किए गए हमले में 1,400 लोग मारे गए थे। यह भयानक आक्रमण था, लेकिन इसके लिए गाजा पट्टी के नागरिकों को सामूहिक सजा देना अनुचित है। इस बीच आईडीएफ ने हमास का एक ऑडियो जारी किया गया है। इसमें एक परिवार को यहूदियों की हत्या का दावा करने के लिए उकसाया जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इजराइल पर जमीनी आक्रमण में देरी करने के लिए राजनयिक दबाव बढ़ गया है। मगर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि इजराइल इसका फैसला खुद कर सकता है।
आईडीएफ ने कहा है कि इजराइल की सेना ने जेनिन में हवाई हमला कर सैनिकों पर हमला करने वाले सैकड़ों हथियारबंद आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजराइल के हमलों से हमास घबरा गया है। हमास के प्रमुख नेता खालिद मेशाल ने मंगलवार को कहा है कि अगर इजराइल गाजा पट्टी में आतंकवादी समूह से जुड़े ठिकानों पर हमला करना बंद कर दे तो सात अक्टूबर को बंधक बनाए गए सभी नागरिकों को हमास मुक्त कर देगा।
यरुशलम । फिलिस्तीन और इजरायल के बीच घमासान अब युद्ध में तब्दील हो गया है। गाजा पट्टी में युद्ध की घोषणा कर दी गयी है। हमास और इजराइल की ओर से दर्जनों रॉकेट दागे गए हैं। इजराइल में आग की चेतावनी वाले सायरन गूंज रहे हैं, वहीं गाजा पट्टी में भी धमाके सुनाई दे रहे हैं। हमास के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद जैफ ने एक बयान जारी कर ‘अल-अक्सा तूफान’ ऑपरेशन की शुरुआत की घोषणा की।
जैफ ने दावा किया कि हमास ने 500 से अधिक मिसाइलों के साथ दुश्मन के ठिकानों, हवाई अड्डों और सैन्य किलेबंदी को निशाना बनाया है। बयान में कहा गया कि आज का दिन दुश्मन को यह बताने का दिन है कि उसका समय समाप्त हो गया है। आज से सारी सुरक्षा व्यवस्था ख़त्म हो जाएगी। आज बंदूक रखने वाले हर व्यक्ति को बाहर निकलने की जरूरत है। इतिहास अपने सबसे चमकीले और महानतम पन्ने खोलता है। बयान में लेबनान, सीरिया, इराक और ईरान के लोगों से भी सभी मोर्चों व झंडों को एकजुट करने की अपील की गयी है।
बीस मिनट में दागे 5000 से ज्यादा रॉकेट
हमास ने कहा है कि इज़रायली जेलों में फ़िलिस्तीनी कैदियों के प्रति उठाए गए इजराइली सरकार के कदम के खिलाफ ये हमले शुरू किये गए हैं। गाजा से दागे गए रॉकेट इजराइल के अश्कलोन में गिरे हैं। इजराइल के केफ़र अवीव क्षेत्र में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है। गाजा और उसके आस-पास के साथ-साथ मध्य और दक्षिणी इज़राइल- के तेल अवीव और पूर्वी यरुशलम तक अलर्ट सायरन बज रहे हैं। हमास की सशस्त्र शाखा ने कहा है कि ऑपरेशन के पहले 20 मिनट में गाजा पट्टी से इज़राइल में 5,000 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं। हमास ने कहा है, कि “हमने कब्जे (इजरायल) के सभी अपराधों को खत्म करने का फैसला किया है, जवाबदेह ठहराए बिना उत्पात मचाने का उनका समय खत्म हो गया है।”
गाजा पट्टी के आसपास आपातस्थिति की घोषणा
इन हमलों के जवाब में इजराइल ने भी गाजा पट्टी में युद्ध की घोषणा कर दी है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने गाजा पट्टी से 80 किमी के दायरे में आपातकालीन स्थिति की घोषणा की है। उनके कार्यालय के अनुसार ‘विशेष स्थिति’ सेना को सभाओं को प्रतिबंधित करने और क्षेत्रों को बंद करने की अनुमति देती है। प्रतिबंधित क्षेत्र में तेल अवीव और बेर्शेबा शामिल हैं। इज़रायली सेना ने गाजा के साथ सीमा क्षेत्र के पास के निवासियों से भी घर के अंदर रहने का आग्रह किया है। इज़राइल में वाहनों पर सवार सशस्त्र हमास सैनिकों की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं।
इजराइली शहर अश्कलोन की इमारतों में आग
इजरायली सैन्य रेडियो रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलिस्तीनी हथियारबंद लोगों ने गाजा से इजरायल में ‘घुसपैठ’ की है। इज़राइल ने कहा कि उसने अपनी आयरन डोम रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया है। सोशल मीडिया से प्राप्त फुटेज से पता चलता है कि दक्षिणी इजरायली शहर अश्कलोन में कई इमारतों के पास आग लग गई है और घटनास्थल से काले धुएं का गुबार उठ रहा है। गोलियों की आवाजें सुनी जा सकती हैं। स्थानीय समय के मुताबिक शनिवार सुबह 06:30 बजे गाजा में कई स्थानों से रॉकेट दागे गए। इस्राइली सेना ने देश के दक्षिण और मध्य क्षेत्रों में एक घंटे से अधिक समय तक सायरन बजाकर आम जनता को चेतावनी दी। सुरक्षाबलों की तरफ से अपील की गई है कि जनता बम शेल्टर यानी बंकरों में शरण ले।
हवाई अड्डे बंद, पुलिस स्टेशन पर लड़ाकों का कब्जा
इज़राइल के हवाईअड्डा प्राधिकरण के अनुसार निजी और खेल उड़ानों को छोड़कर, दक्षिणी और मध्य इज़राइल में कई हवाईअड्डे अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं, लेकिन तेल अवीव में बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा खुला रहेगा और सुरक्षा दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित होगा। इज़राइल ब्रॉडकास्टिंग अथॉरिटी ने बताया है कि हमास के लड़ाकों ने इज़राइल के सेडरोट में पुलिस स्टेशन पर कब्ज़ा कर लिया है और गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए हैं।
नेतान्याहू जल्द करेंगे सुरक्षा प्रमुखों के साथ बैठक
हमलों के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से भी बयान जारी किया गया। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री जल्द ही हिंसा से जुड़े सुरक्षा प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे। सीमा पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। हमले से पहले सीमा पर प्रदर्शन भी हुआ। प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों पर हमला करने के लिए टायर जलाने, पत्थर और पेट्रोल बम फेंकने का सहारा लिया। रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षाबलों ने आंसू गैस और हवाई फायरिंग से जवाब दिया।
दक्षिण 24 परगना। खेल के मैदान में पंडाल लगाने को लेकर हुए बमबारी में सात लोग घायल हो गये हैं। घटना दक्षिण 24 परगना जिला अंतर्गत जयनगर के दुर्गापुर ग्राम पंचायत के अलीपुर-गाजीपाड़ा इलाके में हुई। घटना को लेकर इलाके में काफी तनाव है। इलाके में पुलिस पिकेट लगा दी गई है।
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में जयनगर के अलीपुर-गाजी खेल मैदान में मैच है। ऐसे में गाजीपाड़ा के मैदान में पंडाल लगे होने के कारण इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। आरोप है कि बुधवार सुबह अचानक कुछ बदमाश इलाके में आ गए और लगातार बम फेंकने लगे। बम से कई लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही जयनगर थाने पुलिस मौके पर पहुंच गयी। घायलों में से सात को इलाज के लिए जयनगर के दो नंबर ब्लॉक के निमपीठ श्री रामकृष्ण ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने मौके से 12 कैसेट बम बरामद किए हैं। इस घटना को लेकर इलाके में अभी भी तनाव है। जयनगर पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले हिंसा का दौर शुरू हो गया है। राजधानी कोलकाता से सटे दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में मंगलवार देर रात सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर बमबारी और गोलीबारी हुई है। जान बचाने के लिए तृणमूल नेता फजले करीम को अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पलंग के नीचे छुपना पड़ा है।
बुधवार सुबह उन्होंने बताया कि बराली गांव जहां उनका घर है, वहां देर रात बदमाशों ने अचानक बमबारी और गोलीबारी शुरू कर दी। 12 राउंड फायरिंग हुई, जबकि कई बम फेंके गए हैं। सूचना मिलने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। आरोप है कि सुबह जब पुलिस मौके पर पहुंची तब भी वहां जिंदा बम बरामद हुए हैं। उन्होंने अपनी ही पार्टी के एक अन्य नेता कैसर अहमद पर फायरिंग करवाने और बमबारी के आरोप लगाया है।
करीम ने कहा कि मेरी ही पार्टी के नेता कैसर अहमद मुझ पर कई बार हमले की कोशिश करवा चुका है। मैं ईमानदार नेता हूं, इसलिए मुझ पर हमले होते हैं। मौके पर पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के जिला महासचिव बहरूल इस्लाम कहा कि पार्टी इसका संज्ञान ले रही है और निश्चित तौर पर जो दोषी हैं उनके खिलाफ न केवल कानूनी कार्रवाई होगी बल्कि अनुशासनात्मक कदम भी उठाया जाएगा।