बीजापुर। जिले के पेद्दाकोरमा के जंगल में नक्सलियों द्वारा शनिवार रात तथाकथित जनअदालत लगाकर मुखबिरी के आरोप में दो ग्रामीणों राजू मोडियम और दूला कोडमे की हत्या उनकी पत्नी के सामने गला घोंटकर करने की पक्की सूचना स्थानीय ग्रामीणों से मिली है। नक्सलियों के दहशत का आलम ऐसा है कि मृतकों के परिजन इसकी सूचना पुलिस को नहीं दे रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों ग्रामीण युवक शादी शुदा हैं। इनके बच्चे भी हैं, जब नक्सलियों ने तथाकथित जनअदालत में मौत का फरमान सुनाया, उस वक्त इनकी पत्नियां भी वहां मौजूद रही। पत्नियों ने मार्मिक अपील नक्सलियों से किया और अपने पतियों को छोड़ने कहा लेकिन नक्सलियों का दिल नहीं पसीजा और रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी गई। बीजापुर थाना क्षेत्र के पेददाकोरमा निवासी राजू मोडियम और बोडला पूसनार निवासी दुला कोड़मे हत्या से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
यह सर्व विदित है कि नक्सली अपने दहशत और भय के साम्राज्य को बनाये रखने के लिए तथाकथित जनअदालत में ग्रामीणों के सामने ग्रामीणों की हत्या कर देते हैं। इन दिनों नक्सलियों का दायरा सिमटता जा रहा है, कैपों के स्थापना के साथ ही ग्रामीण भी नक्सलियों का साथ छोड़ने लगे हैं, जिसकी बौखहलाहट में नक्सली अपने आधार क्षेत्र में किसी पर भी मुखबिरी का आरोप लगाकर ग्रामीणों की हत्या करने का अनवरत सिलसिला जारी है। यह नक्सलियों के वजूद को बनाये रखने के लिए सोची-समझी रणनीति का अहम हिस्सा है।
बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय का कहना है कि जनअदालत में ग्रामीणों की हत्या के बारे में सूचना मिली है, इसकी तस्दीक की जा रही है। अब तक परिजन शिकायत दर्ज कराने पुलिस तक नहीं पहुंचे हैं।
Bijapur
बीजापुर। नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी ने प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए रायगुड़ा में पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया है।
सोमवार को मिले प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जिले के उसूर ब्लॉक, आवापल्ली थाना अंतर्गत तिम्मपुरम पंचायत, ग्राम रायगुड़ा निवासी मुचाकी भीमा अपने खेत में काम कर रहा था। तभी सीआरपीएफ डीआरजी, कोबरा बलों के जवानों ने भीमा पर फायरिंग किया। भीमा के पैर में गोली लगने पर पैर टूट गया। घायल अवस्था में भीमा को पुलिस गिरफ्तार करके थाना में ले गई।
मीडिया व अपने परिवार वालों ने घायल भीमा से मुलाकात के लिए बहुत कोशिश की लेकिन मुलाकात करने नहीं दिया गया। पुलिस ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ होने का झूठा प्रचार किया। भीमा एक साधारण ग्रामीण है, इनके दो पत्नी और बाल-बच्चे भी हैं, अपने परिवार को पालन-पोषण कर रहा था। भीमा से नक्सलियों का कोई लेन-देन नहीं हैं। नक्सलियों ने कहा है कि उसी दिन में तर्रेम कैंप की पुलिस बलों ने बुडगिनचेरू, पेगडीपल्ली, चीपुरभट्टी, छोटा-बड़ा गेल्लूर गांवों पर हमला करके कुछ बेकसूर ग्रामीणों से मारपीट भी की है।
बीजापुर। जिले के चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत मोदकपाल थाना क्षेत्र अंर्तगत कोंगुपल्ली स्थित सीआरपीएफ 170 बटालियन के जवान गुरुवार को सर्चिंग के लिए रवाना हुए थे, इसी दौरान जवानों की सतर्कता से गिलगिच्चा नाला के पास नक्सलियों द्वारा लगाए गए चार किलो का एक प्रेशर आईईडी बरामद किया गया। जिसे बीडीएस की टीम ने मौके पर ही सुरक्षित विस्फोट कर निष्क्रय कर नक्सलियों के नापाक मंसूबे को नाकाम कर दिया है।