ओटावा। कनाडा के मिसिसॉगा स्थित राम मंदिर पर हमला कर मंदिर को विरूपित किया गया है। हमलावरों ने मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे हैं।
इस हमले को खालिस्तान समर्थक समूहों का काम माना जा रहा है, क्योंकि मंदिर की दीवारों पर लिखे नारों में सिख आतंकी भिंडरावाला को शहीद लिखा गया है। साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।
इस घटना से कनाडा में रहने वाले भारतवंशियों में रोष व्याप्त है। कनाडा में टोरंटो स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने राम मंदिर पर हमले की निंदा की है। भारतीय दूतावास ने कनाडा सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है। महावाणिज्य दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि ‘हम मिसिसॉगा में राम मंदिर को विरूपित करने और उस पर भारत विरोधी नारे लिखने की निंदा करते हैं। हमने कनाडा की सरकार से मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है’।
कनाडा में हिंदू मंदिर को निशाना बनाने की यह पहली घटना नहीं है। इसी वर्ष जनवरी में कनाडा के ब्राम्पटन स्थित हिंदू मंदिर पर भी भारत विरोधी नारे लिखने की घटना हुई थी। जिसे लेकर हिंदू समुदाय ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी। इससे पहले सितंबर 2022 में कनाडा के स्वामीनारायण मंदिर को भी विरूपित करने और भारत विरोधी नारे लिखने की घटना हुई थी। जुलाई 2022 में ग्रेटर टोरंटो इलाके में रिचमंड हिल के हिंदू मंदिर में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ दिया गया था।
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जबलपुर। खालिस्तान समर्थक की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले को समर्थन देने वाले संगठन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऊपर जूता फेंकने वाले को 25 हजार डॉलर का इनाम देने का ऐलान किया है। पन्नू ने इससे संबंधित एक वीडियो जारी किया है, जिसे किसी आर. सिंह नामक व्यक्ति ने ट्वीट किया है। साथ ही ट्वीट पर खालिस्तान जिंदाबाद और जनमत संग्रह जिंदाबाद भी लिखा है।
पन्नू ने वीडियो में पिछले दिनों जबलपुर में गिरफ्तार हुए भिंडरावाले के समर्थक परमजोत सिंह सांगा की गिरफ्तारी और भिंडरावाले को आतंकवादी बताने पर नाराजगी जताई है। उसने कहा है कि जबलपुर में एक सिख के खिलाफ भिंडरावाले की फोटो लगाने पर केस दर्ज किया गया है, जबकि भिंडरावाले शहीद हैं। अकाल तख्त ने भी भिंडरावाले को संत घोषित किया है। वीडियो में पन्नू गुस्से में बोलते नजर आ रहा है। वह कह रहा है कि शिवराज सिंह, हम भारतीय संविधान पर भरोसा नहीं करते, न ही हम यूनियन के तौर पर भारत में भरोसा करते हैं। इसलिए मप्र के सिख समुदाय और सिख नेताओं के लिए यह चुनौती है कि वे शिवराज सिंह चौहान पर जूता फेंकें और 25 हजार डॉलर जीतें। शिवराज सिंह चौहान के लिए अब वापसी का कोई रास्ता नहीं, शहीद भिंडरावाले को आतंकी नहीं कहा जा सकता।
परमजोत सिंह सांगा नामक 22 वर्षीय युवक गत 19 दिसंबर को जबलपुर में निकाली गई सिख समाज की रैली में ट्रैक्टर लेकर शामिल हुआ था। उसने ट्रैक्टर पर भिंडरावाले की तस्वीर लगा रखी थी और उस पर नो कांप्टीशन लिखा था। इसके बाद 21 दिसंबर को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस मामले में नगर सिख समाज ने पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई को सही बताया था। उनका कहना था कि परमजोत की हरकत से सिख समाज आहत है। देश के लिए सिख समाज का योगदान अतुलनीय रहा है। समाज किसी भी प्रकार की अलगाववादी अथवा राष्ट्रद्रोही गतिविधि का समर्थन नहीं करता है।
एसएफजे नेता पन्नू का वीडियो को लेकर फिलहाल पुलिस-प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है। पुलिस का कहना है कि पहले वीडियो की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।