कोलकाता । पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान राज्य में हिंसा और हंगामे की खबरें सुर्खियों में रही हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने शुक्रवार को राज्य चुनाव आयोग का एक आंकड़ा ट्विटर पर साझा किया है। इसमें देखा जा सकता है कि 13 जून को तृणमूल कांग्रेस की ओर से केवल 9328 उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल हुआ था जबकि 14 जून को केवल चार घंटे में सत्तारूढ़ पार्टी के 49 हजार 491 उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल हुआ है।
इस आंकड़े को साझा करते हुए उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने किस कदर धांधली की है और लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है यह उसी की बानगी है। मजूमदार ने ट्विटर पर लिखा है, “पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान महज चार घंटे में 40 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। यानी एक व्यक्ति के नामांकन के लिए औसत समय दो मिनट है। इससे पता चलता है कि राज्य सरकार ने कुछ गड़बड़ किया है और लोकतंत्र का मजाक बनाया है।”
BHARTIYA JANTA PARTY
पश्चिम बंगाल : पंचायत चुनाव के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन, सबसे अधिक तृणमूल उम्मीदवारों ने भरा पर्चा
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में आगामी सात जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज गुरुवार को आखिरी दिन है। बुधवार रात तक दाखिल सूची के मुताबिक सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सबसे अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है जबकि दूसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी है। तीसरे स्थान पर माकपा और सबसे अंतिम पायदान पर कांग्रेस है। बुधवार रात तक कुल एक लाख 62 हजार 655 नामांकन जमा हुआ है।
पिछले शुक्रवार से नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए आकलन के मुताबिक सत्ता पक्ष ने पांचवें दिन तक नामांकन दाखिल करने के मामले में बाकियों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
पहले पांच दिनों के आंकड़े बताते हैं कि पंचायतों के तीन स्तरों (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद) में नामांकन पत्रों के मामले में तृणमूल, भाजपा से तीन हजार 183 नामांकन से आगे है। ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद को मिलाकर अकेले सत्ता पक्ष ने 49 हजार 491 नामांकन दिया है। भाजपा पांचवें दिन कुल 46 हजार 308 नामांकन दाखिल कर चुकी है। सीपीएम तीसरे नंबर पर है। इन पांच दिनों में उन्होंने 38 हजार 39 नामांकन जमा किए। चौथे नंबर की कांग्रेस ने इन पांच दिनों में कुल 11 हजार 823 नामांकन ही जमा किए हैं।
हालांकि, बुधवार को जिला परिषद सीट के लिए तृणमूल ने कुल 418 नामांकन दाखिल किए हैं। वे भाजपा (759) और सीपीएम (727) से काफी पीछे हैं। भाजपा ने पंचायत समिति सीटों के लिए कुल 6786 नामांकन दाखिल किए। वहां भी सत्ता पक्ष (6058) पीछे है। हालांकि ग्राम पंचायत में तृणमूल ने सभी को पीछे छोड़ दिया। कुल 43 हजार 15 नामांकन दाखिल किए गए।
नामांकन के पहले चार दिनों में, तृणमूल तीसरे (9,328), उसके बाद सीपीएम (30,249) और भाजपा (37,565) थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या 3317, पंचायत समिति 341 और जिला परिषद 20 है। कुल मतदाता 5 करोड़ 67 लाख 21 हजार 234 हैं।
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के महासंपर्क अभियान के तहत प्रदेश के सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में बड़ी जनसभा आयोजित की जानी हैं। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में भी दो बड़ी जनसभा होंगी। एक जनसभा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र और दूसरी केन्द्रीयमंत्री कौशल किशोर के संसदीय क्षेत्र में प्रस्तावित है।
लखनऊ संसदीय क्षेत्र में जनसभा 11 जून को कानपुर रोड स्थित सीएमएस में होगी। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा पार्टी के कई नेता शामिल होंगे।
लखनऊ ग्रामीण के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण लोधी ने बताया कि मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र में 18 जून को बख्शी का तालाब में बड़ी जनसभा होगी। इस जनसभा को सफल बनाने के लिए तैयारी की जा रही है।
कोलकाता । लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश में जनसंपर्क अभियान की अपनी योजना के तहत भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में भी बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने की तैयारी शुरू कर दी है। गत एक जून से यह अभियान शुरू हुआ है जो 30 जून तक जारी रहेगा। अलग-अलग राज्यों से चुने गए 160 नेताओं को देश के अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में अभियान का नेतृत्व भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों में से एक, जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता कर रहे हैं। उनके साथ बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय भी हैं। फिलहाल इन दोनों के नेतृत्व में हुगली, बर्दवान-दुर्गापुर, बिष्णुपुर और बनगांव में बैठकों का दौर चल रहा है।
कविंदर गुप्ता ने बताया, “हम अलग-अलग तरीकों से लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में सार्वजनिक बैठकें, पार्टी के किसानों, महिलाओं, युवाओं, अनुसूचित जातियों और जनजातियों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के क्षेत्रीय नेताओं के साथ बैठकें, महत्वपूर्ण व्यक्तियों, पार्टी के पुराने सदस्य, संपादक, वरिष्ठ पत्रकार, व्यवसायी , कलाकार, वैज्ञानिक, खिलाड़ी, ब्लॉगर, ट्रेड यूनियन नेता, केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी आदि से मुलाकात की जा रही है।
21 जून को विभिन्न क्षेत्रों में योग दिवस मनाया जाएगा। श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस 23 जून को भी कई सार्वजनिक कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके अलावा महीने के आखिरी रविवार 25 जून को प्रधानमंत्री मोदी के ”मन की बात” कार्यक्रम को हर जगह प्रसारित करने का प्रयास किया जाएगा।
कविंदर ने सोमवार को भारत-बांग्लादेश भूमि बंदरगाह का दौरा किया था। केंद्र की 450 करोड़ रुपये की इस परियोजना में क्षेत्रीय स्तर पर कैसे और किस हद तक लाभ मिलेगा, इस बारे में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। मंगलवार को बर्दवान जा रहे हैं। सर्वमंगला मंदिर में कई बैठकें और सभाएं हो रही हैं। बुधवार और गुरुवार को भी उनके पूरे दिन कार्यक्रम हैं।
अन्य राज्यों से भाजपा के नेता जो पश्चिम बंगाल में हैं, उनमें रांची की मेयर और इस राज्य में पार्टी की सह पर्यवेक्षक डॉ. आशा लकड़ा हैं। उन्होंने सोमवार को श्रीरामपुर में कुछ रैलियों में हिस्सा लिया था। मंगलवार को कांथी में उनके तीन और खेजूरी और बजकुल में एक-एक कार्यक्रम हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का दौरा किया था।
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश कुमार शर्मा ने सोमवार को तारापीठ और नलहाटी का दौरा किया। मंगलवार को, उन्होंने दक्षिण 24 परगना के नामखाना में दो, गंगासागर और रुद्रनगर में एक-एक कार्यक्रम निर्धारित किया है। केंद्रीय पंचायत राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल मंगलवार को बीरभूम में चार खास जगहों का दौरा कर रहे हैं।
भाजपा के राज्य सह पर्यवेक्षक अमित मालवीय मंगलवार को वैष्णवनगर, ”विकासतीर्थ” फरक्का एनटीपीसी जाने वाले हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रयागराज विधायक सिद्धार्थ नाथ मंगलवार को दो ”विकासतीर्थ” दक्षिणेश्वर मेट्रो स्टेशन और सियालदह मेट्रो स्टेशन का दौरा करने वाले हैं।
इस अभियान में भाजपा अखिल भारतीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार, पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा , महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर ओरांव सहित अन्य भाग ले रहे हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए पार्टियों ने लामबंदी शुरू कर दी है। सभी दलों में निकाय चुनाव लड़ने के दावेदारों ने अपना दावा ठोकना शुरू कर दिया है। कई दल अपने सहयोगी दलों से सीटों के तालमेल पर बात करने लगे हैं । इसी क्रम में निषाद पार्टी ने निकाय चुनाव भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर लड़ने का एलान किया है।
प्रदेश के मंत्री संजय निषाद ने गाठ दिवस गोरखपुर का दौरा किया। वहां उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया जिसमें निकाय चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई। निषाद पार्टी प्रमुख और यूपी के मतस्य पालन मंत्री संजय निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी यूपी नगर निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा। संजय निषाद ने कहा कि यह गठबंधन आगामी नगर निकाय चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरेगा.
संजय निषाद ने गोरखपुर के सर्किट हाउस में अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘देश के हर बड़े शहर की 20 प्रतिशत आबादी मछुआ समुदाय की है और कम से कम 50 नगर परिषद मछुआ प्रभुत्व के है। इसलिए यह नगर निकाय चुनाव में निषाद पार्टी की भागीदारी को महत्वपूर्ण बना देता है। ‘ संजय निषाद ने कहा कि वह अगले सप्ताह सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात कर इस तथ्य को उनके सामने रखेंगे।
संजय निषाद ने मछुआ समाज के लिए किए गए काम को गिनाया। संजय निषाद ने गोरखपुर दौरे पर बीजेपी सरकार द्वारा निषाद समुदाय के लिए किए गए काम को गिनाया। उन्होंने 26 मार्च को संस्कृति विभाग द्वारा प्रयागराज में श्रींगवेरपुर धाम में निषादराज जयंती मनाए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में यह पहली बार हुआ है जब सरकारी विभाग इस जश्न में शामिल हुआ है। उससे यह स्पष्ट होता है कि पूर्व की सरकारों ने मछुआ समाज के सांस्कृतिक धरोहर की राजनीतिक हत्या और आर्थिक अपंगता करने की कोशिश की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार मछुआ समाज के उत्थान का काम कर रही है। ‘
बता दें कि यूपी के 760 नगरीय निकाय चुनाव के अंंतर्गत कुल 14,684 पदों पर चुनाव होंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक इसमें 17 महापौर, 1420 पार्षद, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्ष, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्य, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्ष और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिए चुनाव होगा।