इस्लामाबाद । अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक थाने पर आज (सोमवार) तड़के करीब तीन बजे हुए आतंकी हमले में 10 पुलिसकर्मी मारे गए। यह आतंकी हमला डेरा इस्माइल खान जिले के तहसील दरबान के चोडवान पुलिस स्टेशन पर हुआ। इस हमले में छह अन्य घायल हो गए।
डॉन समाचार पत्र और जिओ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले हुई इस वारदात की प्रांत सरकार ने कड़ी निंदा की है। क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी (आरपीओ) नासिर महमूद ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की। इस हमले ने खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सुरक्षा चिंता बढ़ा दी है।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरशद हुसैन शाह ने हमले की निंदा की है। उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। शाह ने कहा है कि सरकार शोक संतप्त लोगों की “हर संभव तरीके से” मदद करेगी।
पुलिस ने कहा है कि आतंकवादियों ने तड़के तीन बजे पुलिस थाने पर घातक हथियारों से हमला कर दिया। घायलों को डीएचक्यू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आतंकियों ने पुलिस स्टेशन को चारों तरफ से घेरकर ग्रेनेड फेंके और गोलीबारी की। पुलिस के अनुसार, सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। शहीद पुलिसकर्मियों का अंतिम संस्कार पुलिस लाइन में किया जाएगा।
attack on police station
इस्लामाबाद । उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के सबसे ज्यादा अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार को दरबान थाने पर आत्मघाती आतंकी हमले में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 28 अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती हमलावरों ने दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से सटे अशांत डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने को निशाना बनाया। विस्फोटकों से लदे वाहन से थाने की इमारत में टक्कर मार दी और फिर मोर्टार से हमला किया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस दौरान सुरक्षाबलों और हमलावरों के बीच गोलीबारी में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 28 अन्य घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया है। इस हमले की जिम्मेदारीआतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है। पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है। टीजेपी प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इसे फिदायीन हमला करार दिया है। अधिकारियों के अनुसार हमले के कारण जिले के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया। सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए।
बचाव दल ने घायल व्यक्तियों को डेरा अस्पताल पहुंचाया है। बचाव अधिकारी एजाज महमूद ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की है। कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवादी हमले की निंदा की और लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्व मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमलों की निंदा करते हुए इसे अक्षम्य बताया है। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया है।
जूनागढ़ । गुजरात में जूनागढ़ के मजेवडी दरवाजा के पास पुलिस चौकी पर शुक्रवार देररात बेकाबू भीड़ ने पथराव कर हमला कर दिया। इस दौरान वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। हमले में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत पांच पीएसआई को चोट लगी है।
पुलिस के अनुसार एक धार्मिक स्थल को नोटिस दिया गया था। इसके डिमोलिशन के वक्त स्थानीय लोगों की भीड़ ने मजेवडी पुलिस चौकी को घेरकर पथराव शुरू कर दिया गया। वाहनों के साथ सरकारी बसों पर पथराव किया गया। वाहनों पर आग लगाने की कोशिश की गई।
बताया गया कि इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान अश्रुगैस के गोले भी दागे गए। पुलिस ने 174 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। रात भर कॉम्बिंग की गई है।