नई दिल्ली । श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज ने अरुण जेटली स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ सोमवार को मैच के दौरान अपने आउट होने के तरीके पर निराशा और नाराजगी व्यक्त की है।
क्रिकेट के इतिहास में यह दुर्लभ क्षण पहली पारी के 25वें ओवर में हुआ। सदीरा समाराविक्रमा के आउट होने के दो मिनट के भीतर क्रीज पर पहुंचने में नाकाम रहने के बाद मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिया गया। शाकिब ने अपील की और अंपायर ने मैथ्यूज को वापस भेजने का फैसला किया क्योंकि यह विश्व कप क्रिकेट के नियमों के तहत था।
मैथ्यूज ने शाकिब से बातचीत की लेकिन अंत में उन्होंने अपना फैसला वापस नहीं लिया और इस अनुभवी ऑलराउंडर को बाहर जाना पड़ा।
श्रीलंका की हार के बाद, मैथ्यूज ने कहा कि उनके पास वीडियो सबूत हैं कि वह दो मिनट के भीतर क्रीज पर थे और वे बाद में इस पर बयान देंगे।
मैच के बाद मैथ्यूज ने कहा, “जाहिर है, आप सभी जीतने के लिए खेलते हैं। और अगर यह नियम के भीतर है, तो ठीक है। लेकिन नियम के अनुसार दो मिनट के भीतर मैं वहां था। हमारे पास वीडियो सबूत हैं। हम बाद में एक बयान देंगे। हमारे पास वीडियो सबूत, फुटेज हैं, सब कुछ देखा गया। मैं यहां सिर्फ आकर बातें नहीं कह रहा हूं। मैं सबूत के साथ बात कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “तो, हमारे पास वीडियो सबूत है कि जिस समय कैच लिया गया था, और फिर जब मैं क्रीज में चला गया, तब भी मेरे हेलमेट टूटने के बाद भी पांच सेकंड का समय था। इसलिए, हम खिलाड़ियों की सुरक्षा के बारे में बात करते हैं – आप लोग मुझे बताएं कि क्या मेरे लिए बिना हेलमेट पहने गार्ड लेना सही है? यह सिर्फ सामान्य ज्ञान है।”
मैच की बात करें तो इम मुकाबले में श्रीलंका ने चरिथ असालंका के शतक (108) और पाथुम निसांका (41) और सदिरा समरविक्रमा (41) की पारियों की बदौलत 49,3 ओवर में सभी विकेट खोकर 279 रन बनाए।
जवाब में बांग्लादेश ने नजमुल हसन शान्तो (90) और कप्तान शाकिब अल हसन (82) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 41.1 ओवर में सात विकेट पर 282 रन बनाकर जीत हासिल कर ली।
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दिल्ली । बांग्लादेश ने श्रीलंका को तीन विकेट से हरा दिया है। इस हार के साथ ही श्रीलंका की टीम आधिकारिक तौर पर सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई है। वहीं, बांग्लादेश की इस जीत से सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद को संजीवनी मिली है।
श्रीलंका के दिए 280 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने शुरुआत में दो विकेट जल्दी खोने के बाद तीसरे विकेट के लिए शानदार साझेदारी की। यह पार्टनरशिप शाकिब उल हन (82) और नजमुल हसन शंटो (90 रन) के बीच हुई। दोनों तीसरे विकेट के लिए 169 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। इस उम्दा बल्लेबाजी प्रदर्शन की वजह से बांग्लादेश की टीम ने तीन विकेट से मैच को अपने नाम किया। श्रीलंका के लिए दिलशान मदुशंका ने तीन विकेट, एंजेलो मैथ्यूज ने दो विकेट और महीश तीक्षणा ने दो विकेट लेने में सफलता हासिल की।
इससे पहले, श्रीलंका ने चरिथ असालंका के शानदार शतक (108 रन) की बदौलत 279 रन का स्कोर खड़ा किया। असलंका ने पहले धनंजय डिसिल्वा (34) के साथ छठे विकेट के लिए 78 रन और सदीरा समरविक्रम (41) के साथ चौथे विकेट के लिए 63 रन जोड़े। इसके अलावा, पथुम निसांका ने भी 41 रनों का योगदान दिया। बांग्लादेश के लिए तंजिम हसन शाकिब ने तीन विकेट अपने नाम किए। वहीं, शाकिब अल हसन और शोरिफुल इस्लाम को दो-दो सफलता मिली।
मैच में छाया विवाद
मैच के दौरान एक विवाद भी हो गया जब श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ की वजह से आउट करार देने का मामला सामने आया। दरअसल एक बल्लेबाज के आउट होने पर दूसरे बल्लेबाज को दो मिनट के अंदर मैदान पर होना होता है। ऐसे में मैथ्यूज को क्रीज पर आना था लेकिन जब वो क्रीज पर आने को तैयार हुए तो उनके हेलमेट की एक बेल्ट टूटी मिली, जिस पर वो उसे बदलने लगे। इसी बदलाव के दौरान दो मिनट से ज्यादा समय लग गया। तब बांग्लादेश की तरफ से शाकिब उल हसन ने अम्पायर से मंत्रणा की और मैथ्यूज को टाइम आउट की वजह से आउट करार दिया गया।
नयी दिल्ली। श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दिल्ली में विश्व कप के मुकाबले में एक अजीब घटना हुई है। श्रीलंका के बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दिया गया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहली बार हुआ है। टाइम आउट करार दिए जाने के बाद मैथ्यूज काफी गुस्से में नज़र आये।
श्रीलंका के बल्लेबाज समरविक्रमा के आउट होने के बाद यह घटनाक्रम हुआ। मैथ्यूज क्रीज पर गए तब उनके हेलमेट का एक साइड का स्ट्रिप खुला हुआ था। उन्होंने दूसरा हेलमेट मंगवाया था। इसके बाद टाइम पूरा हो गया और बांग्लादेश की तरफ से अपील कर दी गई। शाकिब अल हसन ने अपील की थी। इसके बाद अम्पायर ने मैथ्यूज को आउट दिया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार कोई बल्लेबाज इस तरह टाइम आउट हुआ है। मैथ्यूज ने बाद में शाकिब अल हसन और अम्पायर के साथ बात की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उनको मैदान छोड़कर जाना पड़ा। शाकिब नहीं माने। नियम यही है कि बल्लेबाज के आउट या रिटायरमेंट के बाद 3 मिनट के अंदर खेलने के लिए तैयार होना होता है।
मैथ्यूज ने जैसे ही हेलमेट को ठीक करना चाहा, इसकी स्ट्रिप टूटी हुई थी। इसके बाद नया हेलमेट मंगाया गया। तभी गेंदबाजी कर रहे शाकिब अल हसन ने अपील कर डाली और अम्पायर ने आउट दे दिया। इसके बाद शाकिब ने मैथ्यूज की कोई भी बात सुनने से इनकार कर दिया और बल्लेबाज को जाना पड़ा। मैथ्यूज ने टूटे हुए हेलमेट के बारे में अम्पायर को बताया भी था।
आईसीसी नियमों के आर्टिकल 40.1.1 के अनुसार कोई बल्लेबाज आउट होता है या रिटायर हो जाता है तो तीन मिनट के अंदर ही नए बल्लेबाज को खेलने के लिए तैयार हो जाना होता है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो बल्लेबाज आउट होगा। ख़ास बात तो यह है कि इस तरह आउट होने पर विकेट गेंदबाज के खाते में नहीं जोड़ा जाता।