चंडीगढ़। हरियाणा की सीमा पर तैनात रेलवे पुलिस के एसआई की मौत हो गई। मौत का कारण आंसू गैस के गोले से दम घुटने के कारण हुई है।
पुलिस के अनुसार गांव चुलकाना, पानीपत निवासी एसआई हीरालाल की पोस्टिंग जीआरपी समालखा चौकी में थी। हाल ही में इनकी ड्यूटी किसान आंदोलन के चलते अंबाला में लगी थी। इस दौरान आंसू गैस के गोलों से दम घुटने से उनकी मौत हुई। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।
Ambala
जयपुर। दिसंबर से फरवरी तक उत्तर-मध्य भारत में कोहरा पड़ने की आशंका में रेलवे ने आठ ट्रेनों के 100 से ज्यादा फेरों को रद्द कर दिया है। इसमें चार ट्रेनें तो ऐसी है, जिन्हें दिसंबर से फरवरी तक चलाया ही नहीं जाएगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे से जारी शेड्यूल के मुताबिक कोहरा पड़ने की संभावना को देखते हुए गाड़ी संख्या 14525 अम्बाला-श्रीगंगानगर और गाड़ी संख्या 14526 श्रीगंगानगर-अम्बाला को 1 दिसंबर से 29 फरवरी तक रद्द करने का निर्णय किया गया है। ये गाड़ी रोजाना अम्बाला-श्रीगंगानगर के बीच संचालित होती है। इसी तरह गाड़ी संख्या 14724 भिवानी-प्रयागराज और गाड़ी संख्या 14723 प्रयागराज-भिवानी को आंशिक रूप से रद्द किया है। ये गाड़ी एक दिसंबर से 29 फरवरी तक कानपुर सेंट्रल से प्रयागराज के बीच रद्द रहेगी। रेलवे ने गाड़ी संख्या 12988 अजमेर- सियालदाह को 2 दिसंबर से 29 फरवरी तक प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को ही चलेगी, जबकि सप्ताह के शेष दिन रद्द रहेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 12987 सियालदाह-अजमेर तीन दिसंबर से एक मार्च तक प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही चलेगी, जबकि शेष दिन रद्द रहेगी।
इसी तरह गाड़ी संख्या 15909 डिब्रुगढ-लालगढ़ 2 दिसंबर से 24 फरवरी सप्ताह में केवल छह दिन ही चलेगी, ये ट्रेन हर शनिवार को रद्द रहेगी। गाड़ी संख्या 15910 लालगढ़-डिब्रुगढ़ पांच दिसंबर से 27 फरवरी तक हर मंगलवार को रद्द रहेगी।
चंडीगढ़। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार को अम्बाला जिला के बाढ़ग्रस्त गांवों में प्रभावित क्षेत्र का जायज़ा लेने पहुंचे। उन्होंने मौके पर जाकर लोगों का हाल जाना और अधिकारियों को आवश्यक खाने का सामान, पीने का पानी और रात के समय प्रकाश करने के लिए सोलर लाइट का प्रबंध करने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री चौटाला बुधवार सुबह ही अम्बाला जिले के भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित गांवों में पहुंचे। उन्होंने नंडियाली और आसपास के खेतों की फसलों को पानी में डूबा देखा। इसके अलावा गांवों में भी बरसाती पानी घुस देखा। ज़्यादा पानी होने के कारण अधिकारियों ने चौटाला को आगे जाने से रोकना चाहा, परन्तु दुष्यंत चौटाला ख़ुद ट्रैक्टर लेकर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में लोगों का हाल -चाल जानने पहुंच गए। उन्होंने गांववासियों से बातचीत की और प्रशासन की सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया।
उपमुख्यमंत्री ने मौके पर अम्बाला के उपायुक्त डॉ. शालीन और पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा, आर्मी ऑफिसर तथा एनडीआरएफ़ के अधिकारियों से बात की। उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को नाव से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और जहां नाव नहीं जा सकती, वहां से हेलीकॉप्टर से लिफ्ट करके लोगों को निकाला जाए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को आवश्यकता अनुसार सूखा राशन, खाना और पीने का पानी, दवाई आदि पहुंचाने और रात में प्रकाश करने के लिए सोलर लाइट का प्रबंध करने का भी निर्देश दिया।
कैथल। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं हुए तो किसान 24 नवंबर को अंबाला के मोहड़ा में रैली कर रेल रोको आंदोलन की शुरुआत करेंगे। शनिवार को कैथल में हुई भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की जिला कार्यकारी अध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल व जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड़ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह ऐलान किया गया।
बैठक में भाकियू चढूनी ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश बैंस व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट ने हिस्सा लिया। किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली में चले 13 महीने 13 दिन चले किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने लिखित समझोते में केंद्र सरकार ने सभी प्रकार के केस वापिस लेने की किसानों की शर्त को माना था। परंतु लगभग एक साल का समय बीत जाने पर भी अभी तक रेलवे के केस वापिस नहीं हुए।
भाकियू चढूनी द्वारा मांगी सूचना में रेलवे विभाग ने बताया कि हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान 12 केस दर्ज किए गए थे। परंतु इस केसों को वापिस लेने का कोई भी आदेश विभाग को नही मिला है। इस प्रकार आंदोलन के दौरान समझौता वार्ता में भी सभी केस वापिस लेने की बात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मानी थी और सारे पुराने केस वापिस लेने व आंदोलन के सहायक लोगों को किसी भी प्रकार से प्रताड़ित न करने का वायदा किया था।
बैठक मे पिरथी कौल,नरेंद्र मागो माजरी, कृष्ण मालखेडी, जसबतं संधू, चांदी राम सरपंच, कुलबत गोयत, धर्मा गुर्जर, नरेंद्र चदलाना, जगवीर पयौदा, विक्रम दुसैण, मनोज नीमवाला, अनिल गुर्जर नंबरदार, महाबीर पयौदा, सोनू पयौदा, जस्सू पयौदा, गुरुमुख फरल, विनोद चहल, बलकार मलिक, कुलदीप मलिक,राजपाल चहल,रमेश रामगढ,सोनू बागड,राजेश देबन,अजैब किगन,तेजा सरदार,समशेर तितरम,जयपाल पयौदा,सुरेश शर्मा बदराणा,सुभाष मास्टर ने हिस्सा लिया।
कैथल। मन्नत पूरी होने पर एक मां बाप ने कैथल के बाबा राजपुरी में अपने डेढ़ साल के बेटे को दान कर दिया। बच्चा माता गेट के बाबा राजपुरी डेरा में रह रहा है। बुधवार को कैथल पुलिस सूचना मिलने पर सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों के साथ माता गेट के बाबा राजपुरी डेरा में पहुंचे और पूरे मामले की जांच की। वहीं डेरा के संचालकों का कहना है कि बच्चे के मां बाप ने इसे अपनी मर्जी से मन्नत पूरी होने पर डेरे को सौंपा है।
पुलिस का कहना है कि चाइल्ड वैलफेयर कमेटी की तरफ से शिकायत आने पर इस मामले में डेरा संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। दूसरी और अंबाला पुलिस भी अपने तरीके से मामले की जांच कर रही है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने अंबाला की बाल कल्याण समिति को शिकायत दी थी कि बलदेव नगर कैंप में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपना बच्चा कैथल के किसी डेरे में दान कर दिया है इस सूचना पर कैथल की सीडब्ल्यूसी ने अपनी जांच शुरू की और पता लगाया कि बच्चे को उसके माता-पिता ने माता गेट स्थित बाबा राजपुरी के डेरे में दान किया है और उसे वहीं छोड़कर गए हैं।
बच्चा माता गेट स्थित बाबा राजपुरी के डेरे में रह रहा है। इसी सूचना के आधार पर बुधवार को पुलिस बाबा राजपुरी के डेरे में पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू की गई। मामले की जांच करने बाबा राजपुरी के डेरे में पहुंचे डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया कि बच्चे की दादी डेरे के संप्रदाय में महंत बनी हुई है। पुलिस बच्चे के मां बाप के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर रही है। पूरे मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी को दे दी गई है। अगर सीडब्ल्यूसी इस बारे में कोई शिकायत करेगी तो पुलिस इस मामले में एफ आई आर दर्ज कर लेगी।
एसएचओ सिटी महेंद्र सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि बलदेव नगर अंबाला के रहने वाले संजय चौहान नए मन्नत पूरी होने पर अपने डेढ़ साल के बेटे को कैथल के बाबा राजपुरी के डेरे में दान कर दिया। बच्चे का पिता संजय चौहान भजन गायक है और धार्मिक आयोजनों में भजन गाता है। बच्चे की दादी की बहन डेरे में साधु बनी हुई है। उसका नाना भीम सिंह भी साधु बना हुआ है और इसी डेरा में ही रहता है। बच्चे के पिता संजय चौहान भजन गायक है और धार्मिक आयोजनों में भजन गाते हैं।
परिवार से सारी जानकारी के बाद सीडब्ल्यूसी की शिकायत पर ही आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। डेरे को बेटा देने वाले पिता संजय चौहान ने बताया कि उन्होंने अपनी मर्जी से बेटे का दान किया है। उनकी मन्नत के अनुसार उन्होंने पहले ही बेटा देने की बात तय कर ली थी। बच्चा बाद में बड़ा होकर नहीं जाता, इसलिए अभी दे दिया है। बाबा का उनके ऊपर कोई दबाव नहीं है।
इस बारे में जब बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राणा बंसल ने कहा कि उन्हें बाबा डेरा राजपुरी में संत महात्माओं को किसी माता पिता द्वारा एक छोटा बच्चा गद्दी पर दिए जाने की सूचना मिली है। इस सूचना के आधार पर शहर थाना प्रभारी के साथ जिला बाल संरक्षक अधिकारी शशी बाला डेरे में गई थी। उन्होंने मामले की पूरी जानकारी जुटा ली है। एक बार तो डेरे से बच्चा देने से मना कर दिया है। लेकिन डेेरे के माध्यम से बेटे के माता पिता का उन्हें पता चल गया है। इसी आधार पर बच्चे के माता पिता से बाल कल्याण समिति का सम्पर्क हो चुका है। कल उनके माता बाल कल्याण समिति के मिलेंगे। इसके बाद बाल कल्याण समिति अगला कदम उठाएगी। वैसे तो डेरा यह कहता है कि गद्दी पर जो बच्चा आ जाता है वह डेरे का होता है। बच्चे के लालन पालन की जिम्मेदारी भी डेरे यानि गद्दी की ही होती है। बच्चे की शिक्षा दीक्षा की जिम्मेदारी भी डेरा ही निभाता है। लेकिन इस तरह से हम बच्चा किसी के पास नहीं छोड़ सकते हैं। परिवार से सारी जानकारी के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।