नई दिल्ली । रजत पाटीदार को इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश के 30 वर्षीय बल्लेबाज को विराट कोहली द्वारा व्यक्तिगत कारणों से पहले दो टेस्ट मैचों के लिए अनुपलब्ध रहने के बाद टीम में शामिल किया गया है।
पाटीदार हाल ही में शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने पिछले हफ्ते अहमदाबाद में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 151 रन बनाए थे। उन्होंने लायंस के खिलाफ अभ्यास मैच में भी 111 रन बनाए थे और पिछले साल के अंत में ए टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थे।
मंगलवार (23 जनवरी) को हैदराबाद में बीसीसीआई के नमन पुरस्कारों में शामिल हुए पाटीदार ने दिसंबर में पार्ल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, जहां उन्होंने पारी की शुरुआत की। लेकिन यहां मौका मिलने पर उनके मध्यक्रम में खेलने की संभावना है।
पाटीदार के चयन का मतलब है कि भारत इस समय चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे पर ध्यान नहीं दे रहा है, और मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान के लिए इंतजार थोड़ा और लंबा हो गया है।
इससे पहले, रिंकू सिंह को इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दूसरे मल्टी-डे मैच के लिए भारत ए टीम में शामिल किया गया, जिससे पाटीदार को सीनियर पुरुष टीम में शामिल करने का रास्ता साफ हो गया।
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मुंबई। भारतीय टीम के दिसंबर में शुरू होने वाले साउथ अफ्रीका दौरे को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड गंभीर नज़र आ रहा है। दौरे को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। सीरीज शुरू होने से पहले भारतीय टीम 3 चार दिवसीय अभ्यास मैच भी खेल सकती है।
भारतीय टीम घरेलू जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज खत्म होने के ठीक बाद साउथ अफ्रीका का दौरा करेगी । यहां उन्हें 3 टी20, तीन वनडे और 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टेस्ट सीरीज के महत्व को देखते हुए 3 चार दिवसीय प्रैक्टिस मैचों की योजना बना रही है, जिससे टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी सीरीज शुरू होने से पहले खुद को वहां के हालात में पूरी तरह से ढाल सकें। भारतीय टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ी जो इस समय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं वह भी अपनी वापसी की राह देख रहे हैं, जिसमें उन्हें भी इन अभ्यास मैचों में खेलने का मौका मिल सकता है ताकि वह खुद को साबित कर सके।
दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम जल्द घोषित की जाएगी । इसमें कुछ नए नाम भी टीम में देखने को मिल सकते हैं, जो पिछले काफी समय से घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बीसीसीआई के एक सूत्र ने इन अभ्यास मैचों को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि हां, अगले महीने भारत ‘ए’ और दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के बीच तीन चार दिवसीय टेस्ट हैं। उसके लिए टीम की घोषणा कुछ दिनों में कर दी जाएगी। मुख्य टीम का सेंचुरियन (26 से 30 दिसंबर) और केप टाउन (तीन से सात जनवरी) में होने वाले दो टेस्ट मैचों से पहले लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकांश युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ कुछ सीनियर खिलाड़ी भी वहां मौजूद रहेंगे। इससे सभी खिलाड़ियों को वहां के हालात के अनुसार परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने का मौका मिलेगा।
टीम इंडिया ने अब तक साउथ अफ्रीका में एक भी बार टेस्ट सीरीज को अपने नाम करने में कामयाबी हासिल नहीं की है। ऐसे में ये दौरा टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। इसी बीच टेस्ट टीम के ऐलान पर भी सभी की नजरें हैं जिसमें चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को टीम में शामिल किया जाता है या नहीं क्योंकि दोनों का प्रदर्शन पिछले एक साल में कुछ खास नहीं देखने को मिला है। वहीं टीम उपेन्द्र यादव और सौरभ कुमार जैसे कुछ नए नाम भी देखने को मिल सकते जो लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार खेल दिखा रहे हैं।
नई दिल्ली । अजिंक्य रहाणे का कहना है कि पिछले महीने ही वह 35 साल के हुए हैं और उनके अंदर अभी भी बहुत क्रिकेट बचा हुआ है, लेकिन भविष्य में बहुत दूर देखने के बजाय उन्होंने वर्तमान में जीने पर दृढ़ता से ध्यान केंद्रित किया है।
भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के साथ अपना नया डब्ल्यूटीसी चक्र शुरू कर रहा है। टेस्ट सीरीज का पहला मैच आज से शुरू हो रहा है।
एक साल से अधिक समय तक क्रिकेट से दूर रहे रहाणे ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में वापसी की। मैच में उन्होंने पहली पारी में 89 और दूसरी पारी में 46 रन बनाये। अब उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया है।
बारिश के कारण दूसरे दिन भारत का प्रशिक्षण सत्र बाधित होने के बाद रहाणे ने बीसीसीआई टीवी को दिए साक्षात्कार में कहा, ”मैं अभी भी युवा हूं और मेरे अंदर काफी क्रिकेट बाकी है। पिछले एक साल में मैंने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है। मेरी बल्लेबाजी में कुछ बिंदु थे जिन पर मैंने काम किया है। मैं अपने क्रिकेट का भरपूर आनंद ले रहा हूं, अपनी बल्लेबाजी का आनंद ले रहा हूं। मैं भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। हर खेल महत्वपूर्ण है, व्यक्तिगत रूप से भी और मेरे लिए भी।”
फरवरी 2022 में टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद से, रहाणे ने कोई अपेक्षा किए बिना खेल से आनंद प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने 2022-23 के घरेलू सीज़न में सभी प्रारूपों में मुंबई की कप्तानी की, उन्हें सैयद मुश्ताक अली टी20 खिताब दिलाया, जबकि बल्ले से भी कुछ आकर्षक प्रदर्शन किए। सितंबर 2022 से इस साल फरवरी तक सभी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में, उन्होंने 16 पारियों में तीन शतक और एक अर्धशतक के साथ 58.93 की औसत से 884 रन बनाए। आंकड़े, भले ही दुनिया के लिए खास न हों, लेकिन उत्कृष्ट थीं, इस बात का संकेत थीं कि उन्होंने खुद को भारतीय टीम में जगह बनाने की रेस में बनाये रखा।
श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति में भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए अनुभव की आवश्यकता थी। और जब रहाणे को कॉल आया, तो वह उस तरीके से बल्लेबाजी कर रहे थे, जिसकी आईपीएल में कुछ लोगों ने उनसे उम्मीद की थी, एक एंकर से लेकर एक पूर्ण विकसित बाउंड्री-हिटर तक।
यह बदलाव उल्लेखनीय था क्योंकि रहाणे चेन्नई सुपर किंग्स की मूल योजनाओं में नहीं थे। ऐसा लग रहा था कि उनका आईपीएल करियर ख़त्म हो गया है; उन्होंने 2020 संस्करण के बाद से टूर्नामेंट में अर्धशतक नहीं लगाया था। भारतीय टीम की तरह, सुपर किंग्स के लिए भी उनकी जगह बन गई क्योंकि बेन स्टोक्स घायल हो गए थे और मोईन अली अस्वस्थ थे। उन्होंने अपने दूसरे मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ सिर्फ 27 गेंदों पर 61 रन बनाकर मैच विजयी प्रदर्शन किया।
जब रहाणे से उनके करियर में इस नवीनतम मोड़ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जोर देकर कहा, ”सीएसके ने मुझे एक भूमिका दी, और आप उस भूमिका को पूरा करने का प्रयास करते हैं। उससे पहले, मेरी भूमिका एक एंकर की थी, और मैंने उसी के अनुसार बल्लेबाजी की। सीएसके ने मुझसे कहा, ”तुम्हें आजादी है, बाहर जाओ और उसके मुताबिक खेलो।” मैं वास्तव में स्ट्रोक-निर्माता हूं, मैं हमेशा रनों की तलाश में रहता हूं। भूमिका बदल गई है, और कुछ नहीं बदला है. मैंने हमेशा कहा है कि टीम मुझे जो भूमिका देगी मैं उसे निभाऊंगा। मैं इसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।
पिछले महीने डब्ल्यूटीसी फाइनल रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के लिए रहाणे का पहला मैच था, दोनों बहुत पुराने हैं, आयु-समूह सर्किट और फिर प्रथम श्रेणी प्रारूप के माध्यम से मुंबई के लिए एक साथ खेलते हुए बड़े हुए हैं।
रहाणे ने कहा, ”रोहित मुझे जो भूमिका देंगे, मैं उसे पूरा करूंगा। रोहित के नेतृत्व में खेलना शानदार है। वह खिलाड़ियों को आज़ादी देते हैं, और फिर उनका समर्थन करते हैं। ये एक महान कप्तान के लक्षण हैं। मुझे अच्छा महसूस हो रहा है। हम एक महान समीकरण साझा करते हैं। मैं इस भूमिका (उप-कप्तान के रूप में) का आदी हूं। मैं टीम में और उप-कप्तान के रूप में वापस आकर वास्तव में खुश हूँ।”
मुंबई। भारत के वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। इस बार वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए टीम में कई बड़े बदलाव किए गए हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच जुलाई के महीने में वनडे, टेस्ट और टी20 सीरीज का आयोजन किया जाना है। इस दौरे के लिए भारतीय वनडे और टेस्ट टीम का ऐलान कर दिया गया है। इस बार कई नए नामों को टीम में शामिल किया गया है। भारतीय विकेटकीपर संजू सैमसन को एक बार फिर से वनडे स्क्वॉड में मौका मिला है। वहीं टेस्ट टीम में भी कई बड़े बदलाव किए गए हैं। चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया है। वहीं अजिंक्य रहाणे को टेस्ट टीम का उपकप्तान बनाया गया है।
संजू सैमसन की लगी लॉटरी
भारत के वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम में संजू सैमसन का भी है। संजू को घायल चल रहे केएल राहुल की जगह टीम में मौका मिला है। इस बार उनके पास शानदार मौका है कि वह अपने प्रदर्शन से टीम इंडिया के लिए एक-दो अच्छी पारी खेल ले और टीम में लगातार बने रहे। संजू सैमसन के अलावा बात करे अजिंक्या रहाणे के बारे में तो उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेली गई पारी का इनाम मिला है। रहाणे ने लगभग 2 सालों के बाद टेस्ट टीम में वापसी की थी और उन्हें एक बार फिर से टीम का उपकप्तान बना दिया गया है। इससे ये तो साफ हो गया है कि रहाणे अब लंबे समय तक टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वॉड का हिस्सा बने रहेंगे।
टीम इंडिया का स्क्वॉड
भारतीय वनडे टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, मुकेश कुमार।
भारतीय टेस्ट टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर अश्विन, आर जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।
लंदन । भारत लगातार दूसरी बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल हार गया। इस बार ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में भारत को हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत ली । लंदन के ओवल मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें दिन भारतीय टीम को 209 रनों से हरा दिया। भारत को जीत के लिए 444 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला था। जवाब में भारतीय टीम दूसरी पारी में 234 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों के बड़े अंतर से यह मुकाबला अपने नाम कर लिया। भारत को लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 2021 में टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल भारत को न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी।
इधर, ऑस्ट्रेलिया पहली टीम बन गई है, जिसने आईसीसी की सभी ट्रॉफी अपने नाम की है। ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी की सभी ट्रॉफी (एकदिवसीय विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी, टी-20 विश्व कप, डब्ल्यूटीसी ट्रॉफी) जीती है।
आज अंतिम दिन भारतीय टीम ने तीन विकेट पर 164 रन से आगे खेलने शुरू किया। टीम को उम्मीद थी कि क्रिज पर जमे विराट कोहली और अंजिक्य रहाणे कुछ कमाल करेंगे। दोनों ने शुरुआत भी संभल कर की, लेकिन 179 रन के स्कोर पर कोहली कैच आउट हो गए। कोहली ने 78 गेंद में 49 रन की पारी खेली। पहली पारी में अच्छा खेले रविन्द्र जडेजा इस बार बिना खाता खोले आउट हो गए। इसके बाद रहाणे भी 108 गेंद में 46 रन बनाकर आउट हो गए। अब यहां से भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला बचाना मुश्किल हो गया। अंत में शार्दुल ठाकुर 0, उमेश यादव 01 रन , श्रीकर भरत 23 और मोहम्मद सिराज 01 रन बनाकर आउट हुए। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें दिन के पहले सत्र में ही मुकाबला अपने नाम कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से दूसरी पारी में नाथन लियोन ने 4, स्कॉट बोलैंड 3, मिचेल स्टार्क 2 और पैट कमिंस ने एक विकेट अपने नाम किया।
इससे पहले चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 270 रन बनाकर घोषित की थी। ऑस्ट्रेलिया को 443 रन की कुल बढ़त मिली। इस तरह भारत को जीत के लिए 444 रन का विशाल लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया की ओर से दूसरी पारी में विकेट कीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने नाबाद 66 रन बनाए। कैरी के अलावा मिचेल स्टॉर्क ने 41 रन, मार्नस लाबुशेन ने 41 रन, स्टीव स्मिथ ने 34 रन और कैमरन ग्रीन ने 22 रन बनाए। भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने 3 विकेट, मोहम्मद शमी 2, उमेश यादव ने 2 और मोहम्मद सिराज 1 विकेट लिए।
इसके बाद 444 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी भरतीय टीम को कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों अच्छा खेल रहे थे। इस बीच शुभमन गिल एक विवादित कैच के चलते 18 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद 92 रन के कुल स्कोर पर कप्तान रोहित शर्मा 43 रन बनाकर आउट हो गए। चतेश्वर पुजारा भी कुछ कमाल नहीं कर सके और वे 27 रन बनाकर आउट हुए। यहां विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने पारी को संभाला और दोनों ने 50 रन से अधिक की पार्टनरशिप की। पांचवें दिन भारत को जीत के लिए 280 रन और बनाने थे, लेकिन टीम सारे विकेट खोकर 234 रन ही बना सकी।
भारतीय टीम की पहली पारी
भारतीय टीम की पहली पारी की शुरुआत खराब रही और केवल 71 रनों के कुल स्कोर पर कप्तान रोहित शर्मा (15), शुभमन गिल (13), चेतेश्वर पुजारा (14) और विराट कोहली (14) पवेलियन लौट गए। इसके बाद रविन्द्र जडेजा और अजिंक्य रहाणे ने पांचवें विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की। 142 के कुल स्कोर पर नाथन लियोन ने जडेजा को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। जडेजा ने 48 रन बनाए। जडेजा के बाद श्रीकर भरत कुछ खास नहीं कर सके और केवल 5 रन बनाकर बोल्ड हो गए। यहां से शार्दुल ठाकुर और अजिंक्य रहाणे ने सातवें विकेट के लिए 109 रनों की साझेदारी की और भारत का स्कोर 250 के पार पहुंचा दिया। पैट कमिंस ने 261 के कुल स्कोर पर रहाणे को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। रहाणे ने 89 रन बनाए। उमेश यादव 05 रन बनाकर आउट हुए। शार्दुल ठाकुर भी अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद आउट हो गए। शार्दुल ने 51 रन बनाए। 296 के कुल स्कोर पर मोहम्मद शमी 13 आउट हुए। पहली पारी में टीम 296 रन बना सकी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान पैट कमिंस ने 3, स्कॉट बोलैंड, कैमरन ग्रीन और मिचेल स्टॉर्क ने 2-2 व नाथन ल्योन ने 1 विकेट लिया।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी
इस मुकाबले में भारतीय कप्तान रोहित शर्म ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही। मोहम्मद सिराज ने चौथे ओवर में उस्मान ख्वाजा को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। इसके बाद मार्नस लाबुशेन और डेविड वॉर्नर ने दूसरे विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी की। शार्दुल ठाकुर ने वॉर्नर को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। वॉर्नर को 43 रन बनाए। मोहम्मद शमी ने लाबुशेन को बोल्ड कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। इसके बाद स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने चौथे विकेट के लिए शानदार 285 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलियाई टीम को मैच में वापसी दिला दी। इस साझेदारी को सिराज ने तोड़ा। सिराज ने हेड को श्रीकर भरत के हाथों कैच कराया। हेड ने 174 गेंदों पर 25 चौके और एक छक्के की बदौलत 163 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। इसक बाद स्मिथ 121 रन बनाकर शार्दुल ठाकुर की गेंद पर बोल्ड हो गए। अंत में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 469 रन पर सिमटी।
भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज ने 4, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद शमी ने 2-2 एवं रवींद्र जडेजा ने 1 विकेट लिया।