हैदराबाद । मेडक जिले के तुफ्रान मंडल के रवेली पहाड़ियों में सोमवार को सुबह करीब नौ बजे एयरफोर्स का ट्रेनर एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हो गया। एयरक्राफ्ट में सवार दोनों पायलट की मौत की आशंका है लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। डंडीगल वायुसेना के अधिकारी हेलीकॉप्टर से घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त विमान की पहचान एक प्रशिक्षण विमान के रूप में की, जिसने डंडीगल हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि हादसा ग्रस्त विमान में सवार दोनों पायलट जीवित हैं या नहीं। दोनों पायलटों के बारे में फिलहाल आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
इससे पहले दुर्घटनाग्रस्त होते ही एयरक्राफ्ट में भीषण आग लग गई। आसपास खेतों में काम कर रहे किसान घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन विमान में लगी आग इतनी भयावह थी कि उनकी नजदीक जाने की हिम्मत नहीं हुई। लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी। पुलिस ने आसपास के इलाकों की तलाशी ली। पुलिस और डंडीगल वायुसेना कर्मी घटनास्थल की जांच कर रहे हैं। अधिकारियों को संदेह है कि तकनीकी त्रुटि के कारण प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
airforce
नई दिल्ली । सरकार ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान में गलती से दागी गई मिसाइल के लिए वायुसेना के 3 अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है। इसी साल की शुरुआत में भारत की ब्रह्मोस मिसाइल गलती से शूट हो गई थी। वायुसेना ने अपने बयान में कहा, एक ब्रह्मोस मिसाइल गलती से 09 मार्च 2022 को दागी गई थी। घटना के लिए जिम्मेदार तीन अधिकारियों की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। बता दें कि वायुसेना मुख्यालय से एक एयर वाइस मार्शल को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग की जिम्मेदारी दी गई थी। विस्तृत जांच के बाद तीन लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
आपको बता दें कि 9 मार्च को गलती से एक मिसाइल पाकिस्तान की जमीन पर जा गिरी थी। पाकिस्तान द्वारा मामले को उठाए जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 15 मार्च को संसद में विस्तृत जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में मिसाइल के आकस्मिक प्रक्षेपण से जुड़ी घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने राज्यसभा में कहा था, दुर्भाग्य से 9 मार्च को एक मिसाइल गलती से लॉन्च हो गई थी। यह घटना एक नियमित निरीक्षण के दौरान हुई थी। हमें बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान में जा गिरी थी।
वहीं पाकिस्तान ने बताया था कि मिसाइल ने 40,000 फीट की ऊंचाई पर और साउंड की स्पीड से तीन गुना तेज गति से उसके हवाई क्षेत्र के अंदर 100 किमी तक उड़ान भरी। मिसाइल पर कोई वारहेड नहीं था, इसलिए विस्फोट नहीं हुआ। मिसाइल से पाकिस्तान के मियां चन्नू शहर में गिरी। इससे किसी भी तरह की संपत्ति को कोई बड़ा नुकसान या किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ था। हालांकि भारत ने तुरंत इस घटना पर खेद जताया था।