ढाका । दुनिया भर के खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों की सूची में ढाका एक बार फिर शीर्ष पर रहा। गुरुवार सुबह 9 बजे इसका एक्यूआई स्कोर 280 रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक ढाका की बेहद खराब वायु गुणवत्ता से लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम का खतरा है। लंबे समय से वायु प्रदूषण से जूझ रहे ढाका में सर्दियों के दौरान स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है और मानसून में इसमें सुधार पाया जाता है।
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक में ढाका शहर की वायु गुणवत्ता सबसे खराब पाई गई है। जबकि दुनिया के दूसरे देशों में पाकिस्तान का लाहौर दूसरे, भारत का दिल्ली तीसरे और कोलकाता चौथे स्थान पर है। लाहौर का एक्यूआई स्कोर 234 और दिल्ली का 224 व कोलकाता का 190 पाया गया है।
जब एक्यूआई स्कोर 101 से 150 के बीच हो तो यह वायु गुणवत्ता संवेदनशील लोगों के लिए यह हानिकारक है। जबकि 150-200 के बीच यह सभी प्रकार के लोगों के लिए हानिकारक है। जबकि 201-300 के बीच वायु गुणवत्ता बेहद खराब है जबकि 301 से ऊपर का स्कोर सर्वाधिक खतरनाक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक, वायु प्रदूषण से हर साल दुनिया भर में करीब 7 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है। वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक, हृदय संबंधी रोग, फेफड़ों का कैंसर और गंभीर किस्म की स्वास्थ्य संबंधी रोग होते हैं।
Air Quality Index
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुछ दिन से दोपहर को चढ़ता पारा पसीना बहाने लगा है। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी खराब श्रेणी में है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक फरवरी के पहले हफ्ते में दिल्ली के बढ़ते तापमान ने पिछले 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
इस मौसम विज्ञानी के मुताबिक, साल 2011 के बाद पहली बार है, जब राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी के पहले सप्ताह सोमवार (06 फरवरी) का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। यह पिछले दो साल में इस महीने का सबसे अधिक तापमान है। न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस अधिकारी का कहना है कि आमतौर पर महानगर में 06 फरवरी से 09 फरवरी तक औसत अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया होता है। मगर रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 25.7 दर्ज किया गया।
इस मौसम विज्ञानी का कहना है कि 2021 में 26 फरवरी को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मगर मंगलवार की बात की जाए तो अधिकतम तापमान कुछ घटकर 27 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान बढ़कर 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। अगले पांच दिन में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस का इजाफा हो सकता है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियम में 12 फरवरी को कमी हो सकती है। यह घटकर 23 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है। 08, 11 और 12 फरवरी को दिन में तेज हवा चलने की संभावना है। आसमान में बादल भी छाये रह सकते हैं।
प्रदूषण की बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सोमवार को 265 पहुंच गया। रविवार को यह 244 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के डेटा के मुताबिक, आज (मंगलवार) सुबह करीब 7 बजे एक्यूआई 290 दर्ज किया गया। 201 से 300 तक इसे ‘खराब’ श्रेणी में माना जाता है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर हवा का स्तर बेहद खराब श्रेणी पर पहुंच गया। सोमवार की सुबह राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का औसत स्तर 315 पार दर्ज किया गया। सुबह कोहरे के साथ हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा।
कुछ दिनों से दिल्ली के एक्यूआई में सुधार के साथ हवा का स्तर सामान्य था। मगर तापमान गिरने के साथ 21 दिसंबर तक हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है। इसके साथ ही पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने पूर्वानुमान जताया है कि अगले छह दिन हवा की गुणवत्ता काफी हद तक खराब श्रेणी में रह सकती है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर 0-50 तक बेहतर माना जाता है। 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 तक सामान्य , 201-300 तक खराब, 301-400 तक बेहद खराब और 400 से पार बेहद गंभीर माना जाता है। वहीं, हवा में पीएम10 का स्तर 100 और पीएम2.5 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
- दिल्ली एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़ पर लगा प्रतिबंध हट जाएगा
- ईंट भट्टे, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर चल सकेंगे.
- राज्य सरकारें बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल की कारों पर रोक नहीं रहेगी.
- जिन औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर और आपूर्ति नहीं है, वहां स्वीकृत ईंधन का उपयोग न करने वाले उद्योग अब बिना प्रतिबंध काम कर सकते हैं.
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण स्तर (Air Quality Index) बेहद खराब हो चुका है। दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है। सर्दी बढ़ने के साथ ही दिल्ली में स्मॉग भी बढ़ रहा है। दिल्ली के वायु प्रदूषण को कम करने में हवाएं भी सहायक होती है लेकिन इन दिनों दिल्ली में चलने वाली हवाओं की धीमी गति भी प्रदूषण को कम करने में नाकाम साबित हो रहीं है। दिल्ली के साथ एनसीआर का भी यही हाल है।
दिल्ली के लोगों को प्रदूषण की वजह से स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियां हो रही है। इसी खतरे के बीच दिल्ली एनसीआर की वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है। वायु प्रदूषण की वजह से सांस की बीमारियां फेफड़े और अस्थमा के रोगियों को खासतौर पर सजग रहने की आवश्यकता है। दिल्ली एनसीआर में स्मॉग की चादर दिखाई दे रही है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एयर बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार सुबह 6 बजे राजधानी का Air Quality Index 342 रहा। मौसम और हवाएं भी अनुकूल नही है इस वजह से भी वायु प्रदूषण में कमी नही आ रही है। दिल्ली में 8 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण वायु प्रदूषण नही छट रहा है। सुबह व शाम में हवा की रफ्तार नही के बराबर रहती है। इस समय राजधानी में उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रही है।