नई दिल्ली । नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। डीजीसीए ने टाटा की अगुवाई वाली एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया पर यह जुर्माना सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के आरोप में लगाया है।
डीजीसीए ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि एयर इंडिया एयरलाइन पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। विमान नियामक के मुताबिक एक एयरलाइन कर्मचारी से स्वैच्छिक सुरक्षा रिपोर्ट मिली थी। इस रिपोर्ट में एयर इंडिया एयरलाइन पर कुछ लंबी दूरी के महत्वपूर्ण मार्गों पर उड़ानों में सुरक्षा उल्लंघन का आरोप लगाया गया था। इसके बाद डीजीसीए ने कथित सुरक्षा उल्लंघनों की जांच की। हालांकि, डीजीसीए ने उस घटना का विवरण नहीं दिया है, जिसकी वजह से एयरलाइंस पर भारी जुर्माना लगाया गया है।
इससे पहले नवंबर, 2023 में डीजीसीए ने एयर इंडिया पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। विमान नियामक ने यह जुर्माना उड़ान में देरी रद्दीकरण जैसे मामलों से प्रभावित यात्रियों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं और मुआवजे पर निर्धारित मानदंडों का पालन न करने के लिए लगाया था।
Air India
।दिल्ली । इजराइल-हमास युद्ध को देखते हुए एयर इंडिया ने 30 नवंबर तक तेल अवीव की उड़ानें निलंबित कर दी हैं। टाटा समूह की अगुवाई वाली एयरलाइंस कंपनी ने सात अक्टूबर से इजराइल के तेल अवीव जाने वाली या वहां से आने वालीं उड़ानें संचालित नहीं की हैं।
कंपनी के प्रवक्ता ने रविवार को जारी बयान में कहा कि इजराइल-हमास युद्ध के बीच एयर इंडिया ने भारत से तेल अवीव के लिए अपनी निर्धारित सभी उड़ानें 30 नवंबर तक के लिए निलंबित कर दी हैं। एयरलाइंस ने सात अक्टूबर से इजराइल के तेल अवीव जाने वाली या वहां से आने वालीं उड़ानें संचालित नहीं की हैं।
एयर इंडिया सामान्य तौर पर राजधानी नई दिल्ली से तेल अवीव के लिए हफ्ते में पांच उड़ानें संचालित करती है। एयरलाइन की यें उड़ानें सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को हैं। गौरतलब है कि एयर इंडिया ने पिछले महीने इजराइल-हमास के बीच वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार के ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत नई दिल्ली से तेल अवीव के बीच कुछ उड़ानें संचालित की थीं।
नई दिल्ली। इजरायल पर फिलीस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद सुरक्षा के मद्देनजर एयर इंडिया ने 14 अक्टूबर तक तेल अवीव से जुड़ी अपनी उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
एयर इंडिया ने एक्स पर महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए रविवार को कहा कि हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के लिए तेल अवीव से हमारी उड़ानें 14 अक्टूबर तक निलंबित रहेंगी। एयर इंडिया इस अवधि के दौरान किसी भी उड़ान में कन्फर्म बुकिंग कराने वाले यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
एयर इंडिया दिल्ली से तेल अवीव के लिए सप्ताह में पांच उड़ानें संचालित करता है। यह उड़ान सेवाएं सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को उपलब्ध हैं। इससे पहले शनिवार को भी एयर इंडिया ने तेल अवीव से आने-जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दीं थी।
उल्लेखनीय है कि हमास आतंकियों ने फिलीस्तीन-इजरायल संघर्ष के तहत शनिवार को गाजापट्टी से एक बड़ा हमला किया। हमले में 200 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई और कई नागरिक हमास आतंकियों की कैद में हैं। भारत ने इस पूरे घटनाक्रम में इजरायल के साथ एकजुटता दर्शाई है और आतंकी हमले की निंदा की है।
नयी दिल्ली। एयरलाइन्स कंपनी इंडिगो इस समय सुर्ख़ियों में है। इंडिगो ने अपने बेड़े में विस्तार के इरादे से यात्री विमानों की खरीद को लेकर दुनिया को चौकाने वाला सौदा किया है। इंडिगो ने 500 एयरबस प्लेन खरीदने केलिए भरी भरकम डील की है। रिपोर्ट्स के अनुसार इंडिगो बोर्ड की ओर से 50 अरब डॉलर का एयरक्राफ्ट खरीदने की मंजूरी दे दी गई है। इस मंजूरी के बाद इंडिगो सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील करने वाली कंपनी बन गई है। विमानन कंपनी की ओर से डील की जानकारी देते हुए कहा गया है कि इंडिगो ने 500 एयरबस ए320 फैमिली विमानों का ऑर्डर दिया है।
डील के बाद एयरबस की ओर से कहा गया है कि बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने 500 ए320 फैमिली विमानों की खरीदारी के लिए एक बड़ा ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर वाणिज्यिक विमानन के इतिहास में सबसे बड़ा एकल खरीद समझौता है।
यह ऑर्डर एयरलाइन को 2030 और 2035 के बीच विमानों की डिलिवरी के बाद स्थिरता प्रदान करेगा। इंडिगो यह 500 विमानों का ऑर्डर न केवल इंडिगो का सबसे बड़ा ऑर्डर है, बल्कि एयरबस के साथ किसी भी एयरलाइन की ओर से किया गया अब तक का सबसे बड़ा एकल विमान खरीद भी है।
समझौते के बाद इंडिगो की ओर से ऑर्डर किए गए विमानों की कुल संख्या 1330 हुई
डील के बाद एयरबस की ओर से कहा गया है कि बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने 500 ए320 फैमिली विमानों की खरीदारी के लिए एक बड़ा ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर वाणिज्यिक विमानन के इतिहास में सबसे बड़ा एकल खरीद समझौता है। इस समझौते के बाद इंडिगो की ओर से ऑर्डर किए गए एयरबस विमानों की कुल संख्या 1,330 हो गई है।
पेरिस एयर शो 2023 के दौरान फाइनल डील हुई
इस डील ने दुनिया के सबसे बड़े ए320 फैमिली ग्राहक के रूप में इंडिगो को स्थापित किया है। पेरिस एयर शो 2023 के दौरान इंडिगो के प्रमोटर और प्रबंध निदेशक राहुल भाटिया, इंडिगो के अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक डॉ वेंकटरमणी सुमंत्राण, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स, एयरबस के सीईओ गुइलाउम फाउरी और एयरबस के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख क्रिश्चियन शेरर ने ऐतिहासिक खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए।
वर्तमान में 300 विमानों के साथ ऑपरेट करती है इंडिगो
एयरलाइन की ओर से कहा गया है कि इस ऑर्डर के साथ अगले दशक में उसकी ओर मिलने वाली विमानों की कुल संख्या 1000 हो जाएगी। इन विमानों की डिलिवरी 2030 से 2035 के बीच होगी। इंडिगो की ओर से ऑर्डर किए गए विमानों में ए320 नियो, ए321 नियो और ए321 एक्सएलआर शामिल हैं। बता दें कि वर्तमान में इंडिगो 300 विमानों के साथ ऑपरेट करती है। विमानन कंपनी ने पूर्व में 480 विमानों का ऑर्डर दे रखा है। इन विमानों की डिलिवरी होनी अभी बाकी है। बता दें कि इससे पहले टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया ने एयरबस और बोईंग के साथ 470 विमानों की खरीदारी का करार किया है।
जयपुर। कोरोना महामारी के बाद तीन साल के अंतराल से जयपुर से हज के लिए फ्लाइट्स का संचालन 21 मई से शुरू होगा। एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 से एयर इंडिया की ओर से संचालित की जाने वाली 27 फ्लाइट्स का संचालन 21 मई से 6 जून तक होगा।
जयपुर एयरपोर्ट ऑथोरिटी के मुताबिक फ्लाइट पहले एक सप्ताह में एक दिन में एक ही फ्लाइट चलेगी, लेकिन अगले सप्ताह यानी 28 मई से फ्लाइट्स की संख्या दिन में दो हो जाएगी। वापसी में इन फ्लाइट्स का संचालन 3 से 24 जुलाई तक होगा। शेड्यूल के मुताबिक 21 से 27 मई तक रोजाना एक फ्लाइट सुबह 11 बजे उड़ान भरेगी, जो सीधे सउदी अरब के शहर मदीना दोपहर 1.55 बजे पहुंचेगी। इसी तरह 28 मई से 6 जून तक हर रोज दो फ्लाइट्स जयपुर से उड़ान भरेगी। इसमें पहली फ्लाइट सुबह सुबह 9:35 बजे रवाना होकर दोपहर 12:45 बजे, जबकि दूसरी फ्लाइट सुबह 11 बजे रवाना होगी।
एयरपोर्ट प्रशासन ने हज से जुड़े सुरक्षा और अन्य जरूरी इंतजाम को देखते हुए फ्लाइट्स का संचालन टर्मिनल-1 से करने का निर्णय किया है। सांगानेर के पास बने टर्मिनल एक का काम पिछले साल ही पूरा हुआ है। टर्मिनल एक से फ्लाइट का संचालन करने के पीछे एक बड़ा कारण सामान्य फ्लाइट्स के यात्रियों को परेशानी से बचाने का है। प्रशासन ने इसके तहत अतिरिक्त सुरक्षा जवानों, सीआईएसएफ की तैनाती, कस्टम और इमिग्रेशन से जुड़े काउंटर टर्मिनल एक पर स्थापित कर दिए है।
एयर इंडिया की उड़ान में महिला यात्री को बिच्छू ने डंक मारा , एयरलाइन ने यात्री से माफी मांगी
नई दिल्ली । टाटा समूह की एयलाइंस कंपनी एयर इंडिया (एआई) की पिछले महीने नागपुर से मुंबई जा रही फ्लाइट में एक महिला यात्री को बिच्छू ने डंक मार दिया। हालांकि, एक पखवाड़ा पूर्व हुई यह घटना जिस महिला यात्री के साथ हुई, वो अब बिल्कुल स्वस्थ हैं।
यह जानकारी खुद एयर इंडिया ने शनिवार को जारी एक बयान में दी है। एयरलाइन ने बताया कि उड़ान संख्या एआई-630 पर 23 अप्रैल को एक महिला यात्री को बिच्छू के डंक मारने की अत्यंत दुर्लभ और दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई थी। हवाईअड्डे पर उतरने के बाद डॉक्टर ने यात्री का चेकअप किया और बाद में अस्पताल में इलाज के बाद पीड़ित महिला यात्री को छुट्टी दी गई।
एयर इंडिया ने बताया कि इस घटना के बाद एयर इंडिया की इंजीनियरिंग टीम ने विमान का निरीक्षण किया। टीम ने पूरे प्रोटोकॉल के साथ विमान की छानबीन की और बिच्छू को बाहर किया। इसके बाद प्लेन की सफाई की गई। एयरलाइन ने इस घटना के लिए यात्री से माफी भी मांगी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर में दुबई हवाईअड्डे पर उतरने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में एक सांप मिला था। इससे पहले भी विमान में सरीसृप पाए जाने के मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली । निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया से एक अशिष्ट यात्री को उतार दिया गया है। एयर इंडिया का यह विमान दिल्ली-लंदन की उड़ान पर था, जो यात्री को उतारने के लिए वापस दिल्ली लौटा था।
सूत्रों ने सोमवार को दी जानकारी में बताया कि दिल्ली से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई-111 में एक यात्री ने जमकर उत्पात मचाया। यात्री ने केबिन क्रू के साथ मारपीट भी की, जिसके बाद विमान को दिल्ली लौटना पड़ा। इस विमान में करीब 225 यात्री सवार थे।
जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया के इस विमान को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) पर लैंड करा दिया गया है। विमान के लैंडिंग के बाद क्रू ने केस दर्ज कराया, जिसके बाद यात्री को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया है। इसके बाद विमान ने लंदन हीथ्रो एयरपोर्ट के लिए फिर उड़ान भरी। इस घटना की विस्तृत जानकारी के संबंध में एयर इंडिया के बयान की प्रतीक्षा है।
नई दिल्ली । टाटा समूह ने एयर इंडिया के गैर-उड़ान परिचालन कर्मियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) की पेशकश की है। टाटा समूह पिछले वर्ष जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण के बाद दूसरी बार ऐसी पेशकश लेकर आया है। इसके लिए एयरलाइन कर्मचारी 30 अप्रैल तक आवेदन कर सकेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को दी गई जानकारी में बताया कि एयर इंडिया ने अपने गैर-उड़ान परिचालन के कर्मियों के लिए वीआरएस की पेशकश की है। इसके लिए 17 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन किया जा सकेगा। यह ऑफर स्थायी सामान्य कैडर के अधिकारियों के लिए है, जो 40 वर्ष या ज्यादा आयु और एयरलाइन में न्यूनतम पांच वर्ष की निरंतर सेवा की अवधि पूरी कर चुके हैं। इसके अलावा क्लर्क या गैर-कुशल श्रेणी के कर्मचारी जो न्यूनतम 5 वर्ष की निरंतर सेवा पूरी कर चुके हैं वे भी इसके लिए पात्र हैं।
जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया में करीब 2,100 कर्मचारी इस स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पेशकश योजना के लिए पात्र हैं। 31 मार्च, 2023 तक वीआरएस के लिए आवेदन करने वाले योग्य कर्मचारियों को अनुग्रह राशि के अलावा एक लाख रुपये मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले टाटा समूह की अगुवाई वाली एयर इंडिया जून, 2022 में इसी तरह का प्रस्ताव लाई थी। तब करीब 4,200 पात्र कर्मचारियों में से लगभग 1,500 ने इसका लाभ उठाया था।
नई दिल्ली । टाटा समूह द्वारा खरीद लिए जाने के बाद विमानन कंपनी एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन के विलय की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों कंपनियों में तेज़ी से इस पर काम चल रहा है। अभी दोनों एयरलाइंस में इस बात पर चर्चा चल रही है कि मौजूदा कर्मचारियों को किस तरह से समायोजित किया जाये।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि एयर इंडिया और विस्तारा के वरीय अधिकारियों की एक टीम इस विलय को अंतिम रूप देने में जुटी है। एयरलाइंस मानव संसाधन के विलय को पूरा करने के लिए कंसल्टेंसी फर्म डेलॉयट की मदद ले रही है। इसके अलावा कानूनी और नियामकीय अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए लॉ फर्म एजेडबी पार्टनर्स की सेवाएं ली जा रही हैं।
जानकारी के मुताबिक दोनों एयरलाइंस कपनियां विनियामक अनुपालन पर भी काम कर रही हैं। विलय के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा नियामकों से अनुमोदन की जरूरत होगी। इसके बाद विमान नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से मंजूरी की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस ने एयर इंडिया तथा विस्तारा एयरलाइन के विलय करने का ऐलान किया था। सिंगापुर एयरलाइन ने विलय के बाद अपनी 25.1 फीसदी होल्डिंग मर्ज होने वाली एंटिटी में लगाने की बात कही थी। यह विलय मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है। विस्तारा एयरलाइंस टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का 51:49 फीसदी हिस्सेदारी वाला एक संयुक्त उद्यम है।
नई दिल्ली/मुंबई । भारत की निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया को आने वाले समय में 6,500 से अधिक पायलट चाहिए होंगे। एयर इंडिया ने अपना फ्लीट बढ़ने के लिए एयरबस और बोइंग से 470 विमान खरीदने का सौदा किया है। एयरलाइन ने अपने संचालन और बेड़े का विस्तार के लिए कुल 840 विमानों का ऑर्डर दिया है, जिसमें 370 विमानों को खरीदने का विकल्प शामिल है। यह किसी एयरलाइन कंपनी का दिया गया सबसे बड़ा विमान ऑर्डर है।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया को आने वाले समय में 6,500 से अधिक पायलटों की जरूरत होगी। एयरलाइन ने अपने संचालन और बेड़े के विस्तार के लिए कुल 840 विमानों का ऑर्डर दिया है, जिसमें 370 विमानों को खरीदने का विकल्प शामिल है। फिलहाल एयर इंडिया के पास अपने 113 विमानों के बेड़े को संचालित करने के लिए करीब 1,600 पायलट हैं। जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, विस्तारा और एयरएशिया इंडिया के पास कुल मिलाकर 220 विमानों के संयुक्त बेड़े को संचालित करने के लिए 3,000 से ज्यादा पायलट हैं।
उल्लेखनीय है कि इसी हफ्ते एयर इंडिया ने फ्रांस की विमान निर्माता कंपनी एयरबस से 250 विमान खरीदने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। एक ‘ऑनलाइन’ बैठक के दौरान हुए समझौते पर सहमति के बाद टाटा सन्स के प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने इसकी जानकारी दी थी। इस बैठक में अन्य लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों भी मौजूद थे।
टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था, जिसके बाद से एयरलाइन कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए कवायद कर रही है। हाल के दिनों में चालक दल की कमी के कारण उड़ानें रद्द या विलंबित होने की खबरें सामने आई हैं।