दीमापुर/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को परिवारवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली से दीमापुर तक कांग्रेस ने परिवारवाद की राजनीति की। हम पूर्वोत्तर के आठ राज्यों को कांग्रेस की तरह एटीएम नहीं, बल्कि ‘अष्ट लक्ष्मी’ मानते हैं।
नरेन्द्र मोदी नगालैंड के दीमापुर में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश अपने लोगों पर अविश्वास करने से नहीं, बल्कि उनपर विश्वास करने से चलता है। आज नगालैंड में विकास और विश्वास की लहर है।
उन्होंने कहा कि नगालैंड में भारतीय जनता पार्टी और एनडीपीपी को भारी समर्थन है, क्योंकि हम पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम कर रहे हैं। हमारी सरकार नागालैंड में स्थायी शांति लाने का प्रयास कर रही है, ताकि एएफएसपीए कानून की आवश्यकता न पड़े। हमने नागालैंड को चलाने के लिए तीन मंत्र शांति, प्रगति और समृद्धि अपनाए हैं।
विपक्षी दलों पर विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि नागालैंड और पूर्वोत्तर के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की नीति वोट लो और भूल जाओ की रही है। दिल्ली के कांग्रेस नेता नगालैंड की ओर आंख मूंद लेते हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर नगालैंड की सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली से लेकर दीमापुर तक इन्होंने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी, लेकिन हमारी सरकार ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए दिल्ली की सरकार की सोच को ही बदल दिया है। कांग्रेस ने पूर्वोत्तर को एटीएम माना हुआ था। सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि भ्रष्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय नगालैंड में हमेशा राजनीतिक अस्थिरता रही। दिल्ली में ‘परिवार-पहले’ की मानसिकता थी। दीमापुर से लेकर दिल्ली तक इन लोगों ने एक वंश को प्राथमिकता दी थी। मोदी ने कहा कि 10 साल पहले किसी ने सपने में नहीं सोचा होगा कि पूर्वोत्तर में हालात बदल सकते हैं। हालांकि, भाजपा ने प्रौद्योगिकी को रोजगार देकर भ्रष्टाचार में बड़ी सेंध लगाई। अब दिल्ली से भेजा गया सारा पैसा आपके खाते में तुरंत पहुंच जाता है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के 8 राज्यों को हम कांग्रेस की तरह एटीएम नहीं, बल्कि ‘अष्ट लक्ष्मी’ मानते हैं। हमारा यह प्रयास है कि दिल कि दूरियां भी मिटें और दिल्ली से भी दूरी कम हो। बीते 9 वर्षों में मैं खुद दर्जनों बार यहां आया हूं। नगालैंड को पहली महिला राज्यसभा सांसद देने का अवसर भी एनडीए को मिला है। भाजपा सरकार क्षेत्र या धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव नहीं करती है।
AFSPA
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अरुणाचल प्रदेश के अशांत जिलों में विशेष सशस्त्र बल कानून (अफस्पा) की मियाद आज (शनिवार) से छह माह के लिए और बढ़ा दी। इस कानून के तहत गड़बड़ी वाले इलाकों में सुरक्षा बलों को बिना वारंट के जांच, गिरफ्तारी समेत विभिन्न प्रतिबंधात्मक कदम उठाने का अधिकार है।
अरुणाचल प्रदेश के तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग जिले और नामसाई जिले में नामसाई और महादेवपुर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम, 1958 को शनिवार से छह माह के लिए बढ़ाया गया है। इन सभी इलाकों को पूर्व में ही अशांत क्षेत्र घोषित किया जा चुका है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने शुक्रवार को नागालैंड के नौ जिलों और चार जिलों के 16 पुलिस थाना क्षेत्रों में इस विशेषाधिकार कानून की मियाद छह माह के लिए बढ़ाई थी। गृह मंत्रालय ने इन दोनों राज्यों में सुरक्षा के हालातों की समीक्षा के बाद अफस्पा की अवधि बढ़ाने का फैसला किया। पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों और जम्मू-कश्मीर में यह कानून लागू है। उग्रवाद और आतंकवाद पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को इस कानून के तहत तमाम तरह के खास अधिकार दिए गए हैं। नागालैंड में कुल 16 और अरुणाचल प्रदेश में 26 जिले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘शांति, एकता और विकास रैली’ में शामिल होने के लिए कार्बी आंगलोंग ज़िले के दीफू पहुंचे। वहां पर पीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि असम व नॉर्थ ईस्ट में सरकार और समाज के सामुहिक प्रयास से शांति लौट रही है। वैसे ही पुराने नियम में बदलाव किए जा रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट के अनेक राज्यों में AFSPA लंबे समय तक था, पिछले 8 साल में स्थाई शांति और बेहतर कानून व्यवस्था के कारण AFSPA को कई क्षेत्रों से हटाया गया।
इसी के साथ ही पीएम ने कहा कि बीते 8 साल में नॉर्थ ईस्ट में हिंसा की घटना में 75% की कमी आई है। यही कारण है कि पहले त्रिपुरा और फिर मेघालय से AFSPA को हटाया गया। स्थितियों में सुधार न होने के कारण पहले की सरकारें इसे बार-बार आगे बढ़ा रही थी। आज असम के 23 ज़िलों से AFSPA हटाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्बी आंगलोंग में मांजा पशु चिकित्सा महाविद्यालय, वेस्ट कार्बी आंगलोंग कृषि महाविद्यालय, अम्पानी वेस्ट कार्बी आंगलोंग गवर्नमेंट कॉलेज सहित कई योजनाओं की आधारशिला रखी।
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों आप भलीभांति जानते है कि मैंने आपकी समस्याओं को आपके ही परिवार के सदस्य के रूप में मैंने हर मुसीबत को समझने की कोशिश की है। जब परिवार के सदस्य के रूप हम सब एक परिवार की तरह समाधान खोजते हैं तो उसमें एक संवेदनशीलता होती है दर्द और पीड़ा का एहसास होता है। आज पूरे देश में हिंसा, अराजकता का समाधान किया जा रहा है, कभी इस क्षेत्र की चर्चा होती थी तो बम और गोलियों की आवाज़ सुनाई देती थी।
पिछले वर्ष सितंबर में कार्बी आंगलोंग के अनेक संगठन शांति और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने का कदम उठा चुके हैं: असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यहां 1,000 करोड़ रूपए का शिलान्यास किया गया है। ये सारे संस्थान यहां के युवाओं को नए अवसर देने वाले हैं। आज जो शिलान्यास हुआ है वे सिर्फ इमारत का शिलान्यास नहीं है, बल्कि मेरे नौजवानों का शिलान्यास है।
75,000 अमृत सरोवर का लक्ष्य लेकर आज देश आगे बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर से इसकी शुरुआत हुई थी। अमृत सरोवर से मछली पालन में भी लाभ मिलने वाला है। 2014 के बाद नॉर्थ ईस्ट में मुश्किलें लगातार कम हो रही हैं और लोगों का विकास हो रहा है।