नई दिल्ली/अबूधाबी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (मंगलवार) संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंच रहे हैं। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वो अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर ‘बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था’ मंदिर का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी अबू धाबी में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे।
नई दिल्ली में विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के बारे में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री से भी भेंट करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन-2024 में हिस्सा लेंगे।
क्वात्रा के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय बैठक के दौरान आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। पिछले आठ महीने में प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति से यह पांचवीं भेंट होगी।
अबू धाबी में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बारे में जारी विज्ञप्ति के अनुसार मोदी जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। आयोजकों का कहना है कि संयुक्त अरब अमीरात में खराब मौसम के बावजूद यहां रहने वाले भारतीय समुदाय के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। 2,500 से अधिक लोगों ने भारी बारिश के बावजूद फुल ग्राउंड रिहर्सल की।
भारत में यूएई के राजदूत अब्दुलनासिर अलशाली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूएई यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से ”बेहद महत्वपूर्ण” बताते हुए उम्मीद जताई कि यह सामरिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
खलीज टाइम्स अखबार के अनुसार, भारतीय प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शामअबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम के दौरान 60,000 से अधिक भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि भारतीय समुदाय की ”जबरदस्त प्रतिक्रिया” के कारण पंजीकरण बंद कर दिया गया है।
बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री सबसे पहले दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में हिस्सा लेंगे। वह शिखर सम्मेलन में मुख्य भाषण देंगे।
Abu Dhabi
पेरिस/अबूधाबी। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 से 15 जुलाई तक फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा के पहले एक फ्रांसीसी अखबार को दिये साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि भारत अब दक्षिणी और पश्चिमी दुनिया के बीच पुल बनकर दुनिया जोड़ने का काम करेगा।
भारतीय प्रधानमंत्री 13 एवं 14 जुलाई को फ्रांस में रहेंगे। 14 जुलाई को वे फ्रांस के बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर विचार विमर्श करेंगे। साथ ही वे प्रमुख कम्पनियों के मुख्य अधिशासी अधिकारियों और भारतीय मूल के लोगों के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे। दो दिवसीय दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी 15 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जाएंगे। वे वहां राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से विचार विमर्श करेंगे। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जाहिर की है कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करेगी।
फ्रांस और यूएई की यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक फ्रांसीसी अखबार को दिए साक्षात्कार में दक्षिणी और पश्चिमी दुनिया के बीच “पुल” के रूप में भारत की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण के अधिकारों को लंबे समय से नकारा गया है। इसके परिणामस्वरूप इन देशों में पीड़ा की भावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि भारत अब दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और उसे अपना उचित स्थान पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता पर उन्होंने जोर देकर कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के लिए सिर्फ विश्वसनीयता का मुद्दा नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद दुनिया के पक्ष में बोलने का दावा कैसे कर सकती है जब इसका सबसे अधिक आबादी वाला देश और इसका सबसे बड़ा लोकतंत्र इसका स्थायी सदस्य नहीं है? दुनिया को दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी बहुपक्षीय शासन संरचनाओं के बारे में ईमानदारी से चर्चा करने की जरूरत है। संस्थानों के स्थापित होने के लगभग आठ दशक बाद दुनिया बदल गई है। सदस्य देशों की संख्या चार गुना बढ़ गई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था का स्वरूप बदल गया है। हम नई तकनीक के युग में रहते हैं। नई शक्तियों का उदय हुआ है जिससे वैश्विक संतुलन के सापेक्ष में बदलाव आया है। हम जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद, अंतरिक्ष सुरक्षा, महामारी सहित नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हम इन बदलावों से आगे बढ़ सकते हैं।
2047 तक भारत बनेगा विकसित देश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ 2047 के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है। हम 2047 में भारत को एक विकसित देश बनते देखना चाहते हैं। एक विकसित अर्थव्यवस्था जो अपने सभी लोगों की जरूरतों- शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और अवसरों को पूरा करती हो। भारत एक जीवंत और सहभागी संघीय लोकतंत्र बना रहेगा, जिसमें सभी नागरिक अपने अधिकारों के प्रति सुरक्षित होंगे। भारत नवाचार और प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेता बनेगा। हमारी अर्थव्यवस्था अवसरों का केंद्र, वैश्विक विकास का इंजन और कौशल एवं प्रतिभा का स्रोत होगी। भारत लोकतंत्र की ताकत का सशक्त प्रमाण बनेगा।
अबू धाबी। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के परंपरागत कपड़े पहनकर वीडियो बनाना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। पुलिस ने उस व्यक्ति पर अमीराती समाज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक व्यक्ति अमीराती वेशभूषा में कारों के एक बड़े शो रूम में पहुंचता है। एक एशियाई देश के उक्त नागरिक बाद में दो लोगों के साथ में नकदी की एक बड़ी ट्रे लेकर लक्जरी कार शोरूम में पहुंचा। खाड़ी अरब लहजे में अंग्रेजी बोलते हुए, उसने सबसे अधिक कीमत वाली कार मांगी। शुरुआत में उसने यह कहते हुए कार लेने से इनकार कर दिया कि यह उतनी महंगी नहीं है, जितनी उसे चाहिए। शोरूम कर्मचारियों ने उसे 2.2 मिलियन दिरहम यानी करीब 600,000 डॉलर तक की कारें दिखाई थीं। जब शोरूम कर्मचारी उसे कार दिखा रहे थे, तो उसने कहा कि भाई मुझे महंगी कार चाहिए। बाद में उक्त शख्स वीडियो में रोल्स-रॉयस सहित चार महंगी कारों का ऑर्डर देता दिखा।
यह वीडियो तमाम सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हुआ है। इसके बाद यूएई की पुलिस उक्त व्यक्ति पर अमीराती समाज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शख्स को जांच होने तक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया था। उस पर अमीराती समाज का अपमान करने वाली पोस्ट सोशल मीडिया पर डालने का आरोप लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि वीडियो अमीराती नागरिकों की गलत छवि को बढ़ावा देने वाला है। इसी को लेकर लोक अभियोजन कार्यालय ने कार शोरूम के मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया। साथ ही सोशल मीडिया यूजर्स से अफवाहों और दिखावटी वीडियो देखने से बचने को कहा।
वलसाड/अहमदाबाद। जीवन में जीतना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। इस कहावत को वलसाड में रहने वाली एक युवती ने सार्थक साबित किया है। युवती के संघर्ष में गुजरात सरकार भी साक्षी बनी। आदिवासी समाज के लोगों के सपने आसमान की बुलंदी को छुए, इसके लिए राज्य सरकार उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने को इच्छुक विद्यार्थियों को 15 लाख रुपये लोन की योजना चला रही है। यह योजना कई विद्यार्थियों के सपनों को पंख देती साबित हुई है। उन्हें उनके लक्ष्य को हासिल करने में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों को दूर करती है। ऐसे ही एक मामले में भारी संघर्ष और निराशाओं को हराते हुए आदिवासी समाज की एक युवती पायलट बन आज अंतरराष्ट्रीय उड़ान उड़ा रही है।
वलसाड तहसील के राबडा गांव के मूल और हाल शहर के बेचर रोड पर हाइवे पार्क अपार्टमेंट में रहने वाले हितेश ठाकोर पटेल बैंक में कर्मचारी हैं। उनकी दो बेटियां है। बेटी मिताली ने वलसाड के कान्वेंट स्कूल से वर्ष 2009 में 12वीं बोर्ड पास की। इसके बाद कुछ अलग करने की चाह की वजह से मिताली ने पायलट की पढ़ाई करने का निश्चय किया। इसके लिए उसने मुंबई की राह पकड़ी। पढ़ाई में बड़ी रकम खर्च होने की उम्मीद थी, लेकिन पिता ने बेटी के हौसले को बुलंद रखा। बेटी की पढ़ाई के लिए उन्होंने अपने सगे-संबंधियों से कर्ज लेने का मन बनाया। इसी बीच उन्हें आदिवासी विकास कार्पोरेशन के बारे में पता चला जो आदिवासी विद्यार्थियों को पायलट की पढ़ाई के लिए योजना के तहत 15 लाख रुपये तक की सहायता प्रदान करता है। सरकार इस राशि पर महज 4 फीसदी मामूली ब्याज लेती है। इसके साथ लोन की राशि का इंस्टॉलमेंट एक साल बाद शुरू होता है। विद्यार्थियों को यह लोन 15 साल तक के लिए दिया जाता है। पिता के प्रयासों से सरकार की योजना से उन्हें 15 लाख रुपये प्राप्त हो गए। इसके बाद मिताली का करियर शुरू हो गया।
मिताली छोटे से वलसाड शहर से सीधे अमेरिका के कैलिफोर्निया कमर्शियल पायलट के लाइसेंस का प्रशिक्षण लेने रवाना हुई। करीब सवा साल के प्रशिक्षण के बाद वह स्वदेश लौटी। यहां विदेश का लाइसेंस कन्वर्ट कराने के बाद पायलट की नौकरी के लिए पहले रेडियो टेलिफोनिक परीक्षा को अनिवार्य रूप से पास करना पड़ता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद एयरबस के प्रशिक्षण के लिए वह आबुधाबी गई। यहां दो महीने का प्रशिक्षण लेकर वह भारत वापस आई। एयरलाइन में लेडी पायलट की भर्ती के लिए 2017 में आयोजित परीक्षा में मिताली शामिल हुई। इसके बाद वर्ष 2019 में उसे इंडिगो एयरलाइन में चेन्नई हवाईअड्डे पर नौकरी मिली। शुरुआत में मिताली का वेतन 90 हजार रुपये था। हाल में वह हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 1.5 लाख रुपये वेतन पर अंतरराष्ट्रीय विमान उड़ाने वाली पायलट के रूप में कार्यरत है।
फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ का फैंस पिछले कुछ दिनों से बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म के हर अपडेट पर फैंस की निगाहें टिकी हुई हैं। संजय दत्त को ‘हेरा फेरी-3’ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की चर्चाएं हो रही थीं। दिलचस्प बात यह है कि कुछ दिन पहले संजय दत्त ने कहा था कि वह फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ में काम करने के लिए उत्सुक हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने ‘हेरा फेरी-3’ में अपने किरदार को लेकर बात की है।
फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ की शूटिंग शुरू हो चुकी है। इसमें संजय दत्त का किरदार वेलकम में फिरोज खान के किरदार आरडीएक्स जैसा होगा। फिल्म की शूटिंग दुबई और अबूधाबी में होगी। फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ काफी चर्चित और बहुप्रतीक्षित फिल्म होने वाली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘हेरा फेरी-3’ की कहानी वहीं से शुरू होगी, जहां से दूसरा पार्ट खत्म हुआ था। इस एपिसोड में इंटरनेशनल माफिया की कहानी देखने को मिलेगी। फिल्म में एक और नए किरदार को पेश किया जाएगा, जो दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। बता दें कि पिछले कुछ दिन से अक्षय कुमार की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो रही हैं। अब अक्षय कुमार के फैंस को फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ से काफी उम्मीदें हैं। कुछ दिनों पहले अक्षय कुमार की फिल्म सेल्फी रिलीज हुई थी। हालांकि, सेल्फी भी फ्लॉप रही।