प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही दो बार देश के पीएम बन गए हों, लेकिन उनका इरादा आराम करने का नहीं है। बल्कि सरकारी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का है। इसके लिए नई उर्जा और संकल्पों के साथ जुट जाने की तैयारी कर रहे हैं। ये बातें खुद प्रधानमंत्री ने गुजरात के भरूच में आयोजित उत्कर्ष समारोह के दौरान कही है। दरअसल, संबोधन में मोदी ने एक किस्सा सुनाया है। उन्होंने बताया कि एक विपक्ष के नेता उनसे पूछा था कि देश की जनता ने उन्हें दो बार पीएम चुना है और अब उनका आगे का क्या प्लान है।
उत्कर्स सामारोह में पीएम मोदी ने विपक्ष के एक नेता से संबंधित किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के एक बहुत बड़े नेता उनसे मिलने आए। आमतौर पर वे लगातार उनका राजनीतिक विरोध करते रहते हैं लेकिन मै उनका आदर करता हूं। हालांकि, पीएम ने उनका नाम नहीं बताया, उन्होंने पीएम से पूछा कि मोदी जी आप देश ने आपको दो-दो बार प्रधानमंत्री बना दिया है अब आगे क्या करना है?
मोदी ने कहा, उनको लग रहा था कि मै दो बार प्रधानमंत्री बन गया तो बहुत कुछ हो गया। उन्हें पता ही नहीं कि मोदी अलग मिट्टी का बना है। ये गुजरात की धरती ने मुझे तैयार किया है और इसलिए जो भी हो गया, अच्छा हो गया ,चलो अब आराम करो नहीं, मेरा सपना है कि सैचुरेशन, यानि शत-प्रतिशत लक्ष्य की तरफ हम आगे बढ़ें। सरकारी मशीनरी को भी इसकी आदत बने, जिससे नागरिकों में भी विश्वास पैदा हो। पीएम ने कहा कि आज जब योजनाएं शत-प्रतिशत लागू होती हैं तो तुष्टिकरण की राजनीति समाप्त हो जाती है, उसके लिए कोई जगह नहीं बचती है।
पीएम मोदी ने कहा- जब देश की जनता ने 2014 में हमें सेवा करने का मौका दिया था, तब देश की करीब आधी आबादी शौचालय की सुविधा, टीकाकरण की सुविधा, बिजली कनेक्शन की सुविधा, बैंक अकाउंट की सुविधा से वंचित थी। सभी के प्रयासों से अनेक योजनाओं को शत प्रतिशत सैचुरेशन के करीब ला पाए। देश ने संकल्प लिया है शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचने का। जब शत प्रतिशत पहुंचते हैं तब सबसे पहला मनोवैज्ञानिक परिवर्तन आता है जो बेहद महत्वपूर्ण है। उसमें देश का सिविल सॉलिसिटर की अवस्था से बाहर निकल जाता है।