एक कपल खुले में संबन्ध बना रहा है और उसके आसपास खड़े लेाग यह देख रहे हैं, साथ ही साथ अश्लील कमेंट्स भी कर रहे हैं। घबराएं नहीं, यह हकीकत की नहीं गेमिंग की दुनिया है। रोबोलोक्स का यह गेम पिछले दिनों मीडिया में चर्चा में था। गंदे शब्दों के इस्तेमाल की वजह से जॉर्डन में यह बैन कर दिया गया है। दरअसल, 26 मई को यूएस के रॉब एलीमेंट्री स्कूल में 19 बच्चे और 2 शिक्षकों की हत्या कर दी गई। महज 18 साल के लड़के ने बंदूक से इस दर्दनाक वाकये को अंजाम दिया। इस घटना के पहले इस हत्यारे ने अपनी दादी को भी मारा। कहा जा रहा है कि जिन बच्चों ने गन वायलेंस संबंधी वीडियो गेम देखे हैं उनमें इनकी आशंका अधिक है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि बच्चे किस तरह के गेम देख रहे हैं और इससे उनके दिलोदिमाग पर कैसा असर पड़ेगा? जुलाई 2021 में यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन की एक स्टडी में पाया गया कि कम उम्र में हिंसक वीडियो गेम खेलने से बंदूक के इस्तेमाल की आशंका अधिक हो जाती है।
वीडियो गेम में चीजों को या कैरेक्टर को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है। इस तरह की चीजें लोगों को आसानी से अपनी ओर खींच लेती है। सोशल मीडिया एक्सपर्ट और आईआईटी बंगलुरू की पूर्व प्रोफेसर डॉ. सीमा गुप्ता के अनुसार, वीडियो गेम की लत बहुत ही आसानी से लग जाती है। बच्चे ही नहीं बड़े भी बड़ी आसानी से इसके चंगुल में फंस जाते हैं। इसे खेलने के दौरान खुद को कंट्रोल कर पाना आसान नहीं होता। आजकल 3 से 4 घंटे वीडियो गेम खेलने में बिताना कॉमन ट्रेंड बन गया है। कई बार बच्चे इन गेम्स में इतने मग्न हो जाते हैं कि वे गेमिंग और रियल वर्ल्ड में अंतर नहीं कर पाते। गेमिंग वर्ल्ड में बंदूक चलाना, लोगों को मारना उस खेल का हिस्सा होता है लेकिन कई बार वास्तिव दुनिया उसी गेम का विस्तार लगने लग जाती है, जिस वजह से बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं। आने वाले समय में गेमिंग की लत और भी बढ़ने की आशंका है। रॉबलॉक्स एक ऑनलाइन गेम प्लेटफॉर्म है। यह यूजर्स को , करने और दूसरे के बनाए गेम्स को खेलने का मौका देता है।
कोविड पैनडेमिक के बाद इसमें तेजी से बढ़त देखी गई। इसके कुछ गेम्स एजुकेशन से जुड़े हैं, तो कुछ गेम्स बेहद आपत्तिजनक है। पिछले दिन इसके कुछ गेम्स को लेकर बेहद आपत्ति जताई गई थे। एक अनुमान के अनुसार साल 2020 तक हर महीने इस गेम के करीब 1640 लाख यूजर्स थे। यह पाया कि यूएस के 16 साल तक के बच्चों का 50% से अधिक इससे जुड़ा हुआ है। गेम्स अड्डा के अनुसार रोब्लॉक्स पर कई देशों जैसे जॉर्डन, यूएई और उत्तर कोरिया में प्रतिबंध लगा दिया है। यूएई के अनुसार यह बच्चों के हेल्थ पर बुरा असर डाल रहा है, वहीं जॉर्डन का मानना था कि इसमें भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि अभी तक भारत में इसे बैन नहीं किया गया है। भारत में पहले कुछ गेम जैसे पब्जी समेत कुछ ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।