सीतापुर
गुप्तांग में चोट और हाथ टूट जाने से उपचार के दौरान फल विक्रेता की मौत हो गई। गुस्साए परिवारजन ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जानकारी हुई तो पुलिस मान-मनौव्वल में जुट गई। तीन घंटे बाद रात करीब नौ बजे परिवारजन, अंतिम संस्कार करने को राजी हुए।
रामपुर कला के नयागांव निवासी बाबूराम पुत्र नत्था बेहमा चौराहे पर फल का ठेला लगाता था। दो मई को टैक्सी चालक शंकर निवासी देवरीपुर ने बाबूराम का गुप्तांग दबा दिया था। जिससे उसे चोट आ गई। अगले दिन दिन प्रद्युम्न ने उसका हाथ पकड़कर टैक्सी में खींच लिया। खींचतान में बाबूराम का हाथ टूट गया। तेज दर्द होने पर रविवार को परिवारजन, बाबूराम को एक निजी चिकित्सक के यहां इलाज के लिए ले गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी सुदामा ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी थी। सोमवार को बाबूराम का शव गांव पहुंचा तो परिवारजन अंतिम संस्कार न करने की जिद पर अड़ गए। परिवारजन, आरोपितों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे। जानकारी हुई तो पुलिस मौके पर पहुंची। परिवारजन को समझाने का प्रयास किया गया। मान-मनौव्वल व कार्यवाही के आश्वासन के बाद रात नौ परिवारजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हुए। थानाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए हैं।