लखनऊ
औरों के खयालात की लेते हैं तलाशी…और अपने गिरेबान में झांका नहीं जाता…। विधान परिषद में नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को इस शेर के जरिए सपा सदस्यों पर तीखा हमला बोला। वे यहीं नहीं रुके उन्होंने एक और शेर पढ़ा …बस्ती में तुम खूब सियासत करते हो, बस्ती की आवाज उठाओ तो जानें…। नेता सदन सपा की ओर से माध्यमिक शिक्षा के गिरते स्तर पर लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव पर सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्षियों पर वार कर रहे थे।
स्वतंत्र देव ने विपक्षी सदस्यों को सलाह देते हुए कहा …औरों की बुराई न देखूं वो नजर दे, अपनी बुराई को परखने का हुनर दे…। नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने भी नेता सदन के शेर का जवाब एक शेर के जरिए दिया। उन्होंने कहा…तन के खड़े रहे वो जड़ से उखड़ गए, हवाओं के रुख से वाकिफ नहीं थे। सत्ता पक्ष को इतना गुरूर करना ठीक नहीं है। जनता की नाराजगी का अंदाजा उन्हें होना चाहिए।
विपक्ष के इस शेर का जवाब उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी एक शेर से दिया। उन्होंने कहा…मगरूर जितने दरख्त थे, हैरत में पड़ गए…ऐसी चली हवा कि वे जड़ से उखड़ गए। शेरो-शायरी के जरिए सत्ता पक्ष व प्रतिपक्ष में यह वार-प्रतिवार माध्यमिक शिक्षा के स्तर में आई गिरावट के मुद्दे पर लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव पर हुआ। सपा के लाल बिहारी यादव ने कहा वर्ष 2017 से यूपी बोर्ड के छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। यह चिंता का विषय है।
सरकारी स्कूलों के 25 प्रतिशत भवन जर्जर हो गए हैं। 35 प्रतिशत शिक्षकों के पद रिक्त हैं। राजकीय विद्यालयों में किसी में एक शिक्षक तो किसी में दो शिक्षक रह गए हैं। नई व्यवस्था के तहत चार विषयों में 20 नंबर का ग्रेस अंक दिया जाने लगा है। ऐसे बच्चे कौन सी प्रतियोगी परीक्षा पास कर सकेंगे।
नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने कहा कि सरकार पीपीपी माडल की बात करती है जबकि यह संसार का सबसे विफल माडल है।
इससे शिक्षा का स्तर और खराब हो जाएगा। नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि 2017 के पूर्व शिक्षा विभाग की अनियमितताओं को दूर करने के प्रयास में जिनकी दुकानें बंद हो गईं हैं उनके पेट में दर्द हो रहा है। अवैध रूप से बोर्ड परीक्षा का फार्म भराकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोग अब स्कूलों में कम छात्र का रोना रो रहे हैं। हमने पारदर्शी व्यवस्था के तहत नकलविहीन परीक्षाएं आयोजित की हैं। नकल माफिया के होश उड़ गए हैं तो इस पर राजनीति हो रही है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सपा सदस्यों ने सदन का बहिर्गमन किया।
विधान परिषद में समाजवादी पार्टी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा। सपा सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में जबसे भाजपा सरकार आई है तब से बेरोजगारों की अनदेखी हो रही है। प्रदेश में करीब पांच करोड़ लोग बेरोजगार हैं। शिक्षकों के 2.17 लाख पद रिक्त हैं। श्रम विभाग के पोर्टल पर दो वर्षों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 58.43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सात फरवरी 2020 को 33.93 लाख युवा पंजीकृत थे।
सपा के राजपाल कश्यप ने कहा कि सरकार सीधी भर्ती बंद कर लेट्रल भर्ती करने जा रही है। अब तो कारपोरेट जगत के लोग सीधे ज्वाइंट सेक्रेटरी बन जाएंगे और गरीब परिवारों के युवाओं को नौकरी मिलने वाली नहीं है। नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हो जा रहे हैं। डेढ़ लाख पुलिस, 80 हजार होमगार्ड व तीन-चार लाख अन्य विभागों के पद रिक्त हैं। चार साल से फौज में भर्ती नहीं हुई।
नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने कहा योगी सरकार में पांच लाख सरकारी पदों पर बगैर रिश्वत के पारदर्शी तरीके से नियुक्तियां हुईं हैं। मोदी-योगी के रहते आरक्षण में भी कोई भेदभाव नहीं हो पाएगा। भाजपा सरकार में बगैर भेदभाव के लोगों को नौकरियां मिली हैं। सभापति कुंवर मानवेन्द्र ङ्क्षसह ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह ने विधान परिषद में छात्रवृत्ति न मिलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों को छात्रवृत्ति न देकर उन्हें पढ़ाई से वंचित कर रही है। लाखों छात्रों की छात्रवृत्ति सरकार ने रोक रखी है। नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि किसी भी अनुसूचित जाति के बच्चे को छात्रवृत्ति से वंचित नहीं किया जाएगा। छात्रों को राज्यांश की 40 प्रतिशत धनराशि दी जा चुकी है। 60 प्रतिशत धनराशि केंद्र से आनी हैं उसके लिए पत्र भेज दिया गया है। इस पर सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने सरकार से कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी छात्रों को छात्रवृत्ति मिल जाए।
बसपा ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश की। बसपा के भीमराव अम्बेडकर ने कहा कि अपराधी बेखौफ होकर आए दिन हत्या, दुष्कर्म, चोरी व लूट की घटनाएं कर रहे हैं। कई गंभीर अपराधों में भाजपा नेताओं के नाम व उनके संरक्षण के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने इटावा में 18 मई की सुबह पांच बजे सुनील कुमार दोहरे की कुछ लोगों द्वारा कार से कुचलकर की गई हत्या का मामला भी उठाया।
इसी के साथ ही नेता सदन ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। वहीं, शिक्षक दल ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का मुद्दा उठाया। निर्दल समूह ने वित्त विहीन शिक्षकों के मानदेय का मसला उठाया। यह दोनों ही प्रस्ताव सभापति ने अस्वीकार कर दिए।