फिनलैंड के बाद अब स्वीडन नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने जा रहा है। इस पर रूस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह फैसला एक गंभीर गलती है और इसको लेकर रूस उपाय करेगा। रूस के उप-विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने संवाददाताओं से कहा, यह एक और गंभीर गलती है जिसके दूरगामी परिणाम होंगे।
रूसी समाचार एजेंसियों ने उनके हवाले से कहा कि इससे सैन्य तनाव का सामान्य स्तर बढ़ेगा। यह अफसोस की बात है कि कुछ भ्रामक विचारों के लिए सामान्य ज्ञान की बलि दी जा रही है कि वर्तमान स्थिति में क्या किया जाना चाहिए। रयाबकोव ने कहा कि इस कदम के कारण दोनों देशों की सुरक्षा मजबूत नहीं होगी और मास्को इसका सही उपाय करेगा।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का कोई भ्रम नहीं होना चाहिए कि हम इसे छोड़ देंगे। फिनलैंड और स्वीडन दोनों को रूस से हमले का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा है कि अपनी रक्षा के लिए वे नाटो में शामिल होने के लिए दशकों से सैन्य गुटनिरपेक्षता को खत्म करने के लिए तैयार हैं।