बड़े मियां दरगाह प्रकरण के बाद प्रशासन ने जलेसर तहसील में सभी वक्फ समितियों की जांच कराने का निर्णय लिया है। जिले में वक्फ निरीक्षक नियुक्त न होने से राजस्व निरीक्षकों को वक्फ निरीक्षक का प्रभार सौंपा गया है। ये जलेसर तहसील की जलेसर और अवागढ़ विकास खंडों में वक्फ बोर्ड की संपत्ति की जांच कर रिपोर्ट देंगे।
बड़े मियां दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों का 99 करोड़ के गबन और सरकारी जमीन पर कब्जे में नाम आने के बाद प्रशासन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर कब्जा कर उसे भी बेच देने की आशंका है।
कुछ संपत्तियां ऐसी भी मिली हैं जिन्हें वक्फ बोर्ड अपनी बता रहा है, मगर वे राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं हैं। जिले में वक्फ निरीक्षक न होने से प्रशासन इनकी जांच नहीं करा पा रहा था।
अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ अनुभाग के विशेष सचिव ने वक्फ चार मई को वक्फ निरीक्षकों की तैनाती करने के आदेश दिए थे। इस पर, जलेसर विकास खंड के लिए राजस्व निरीक्षक सतेंद्र सिंह और अवागढ़ विकास खंड के लिए राजस्व निरीक्षक प्रेमपाल सिंह को वक्फ निरीक्षक बनाया गया है।