पाकिस्तान के सामने दोहरी मुश्किल खड़ी हो गई है। पहली ये कि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने 7 दिन चली बातचीत के बाद पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर का कर्ज देने पर हामी नहीं भरी। इसके बाद सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम 30 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा- सरकार के पास फ्यूल के रेट बढ़ाने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं था।
दूसरी ये कि इमरान खान ने शाहबाज शरीफ सरकार को 6 दिन में चुनाव की तारीखों को ऐलान करने का वक्त दिया है। उन्होंने धमकी दी है कि ऐसा न होने पर वो इस्लामाबाद और पूरे देश में मार्च निकालेंगे और धरना देंगे। अगर इसमें हिंसा हुई तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
इमरान खान की सरकार गिरने के बाद IMF ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 8 अरब डॉलर के कर्ज की तीसरी किश्त रोक दी थी। दो किश्तों के तौर पर पाकिस्तान को करीब 2 अरब डॉलर मिल चुके थे, लेकिन ये तो इमरान के दौर में ही खर्च हो गए थे।