बदायूं
दिनदहाड़े पांच लाख की लूट का दुस्साहस करने वाला बदमाश मंगलवार को गिड़गिड़ाता हुआ थाने पहुंच गया। जुबान पर माफी की गुहार, गले में हस्तलिखित तख्ती लिखा था साहब गोली मत मारना, मैं आत्मसमर्पण करना आया हूं। प्रदेश में योगी सरकार के दोबारा गठन के बाद अपराधियों के विरुद्ध अभियान का प्रभाव था कि फरार चल रहा बदमाश खुद को जेल भेजने की गुजारिश करता दिखा।
पांच अप्रैल को गांव खेड़ादास निवासी आढ़ती धर्मेंद्र गुप्ता से पांच लाख रुपये की लूट हुई थी। इस मामले में आठ मई को पुलिस ने मुरादाबाद के गांव थावला निवासी कमर को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। उससे पता चला कि उदयपाल ने रेकी की, इमरान व सम्भल के गांव कन्हईया निवासी फुरकान ने रकम लूटी, कमर ने रुपये ठिकाने लगाए थे। फुरकान को छोड़ सभी आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।
मंगलवार दोपहर को वह खुद ही फैजगंज बेहटा थाने पहुंच गया। दरवाजे से चीखता हुआ अंदर आया कि गोली मत मारना, मैं आत्मसमर्पण करने आया हूं। यही शब्द लिखी हुई तख्ती गले में डाले हुए था। उस पर गांव का नाम, लूट में शामिल होने और दोबारा अपराध न करने की बात भी लिखी थी। फैजगंज बेहटा थानाध्यक्ष चरण ङ्क्षसह राणा ने बताया कि उससे कई चरण में पूछताछ की है। लूट के समय वही मोटरसाइकिल चला रहा था, इमरान पीछे बैठा था। लूट की राशि में से 25 हजार रुपये फुरकान से भी बरामद किए गए हैं। फुरकान पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।
इमरान की गिरफ्तारी मुठभेड़ में हुई थी। इसके बाद फुरकान की तलाश में पुलिस कई बार गांव गई। चेतावनी दी कि जल्द नहीं मिला तो कड़ी कार्रवाई होगी। फुरकान ने इसे एनकाउंटर का संकेत माना और खुद थाने पहुंच गया। इंस्पेक्टर डा. ओपी ङ्क्षसह ने बताया कि फुरकान ने भले ही आत्मसमर्पण कर दिया मगर, थाना पुलिस सख्त रवैया बरतेगी। उससे पूछताछ चल रही है। बुधवार को जेल भेजा जाएगा।