दिल्ली
कुतुबमीनार को लेकर उपजे विवाद के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को कुतुबमीनार की सच्चाई पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। कुतुबमीनार पहुंचे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने करीब दाो घंटे तक कुतुबमीनार का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने इस बारे में एएसआई को भी निर्देश दिए। गोविंद मोहन ने कहा कि कुतुबमीनार परिसर में कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद पर लगीं हिंदू मूर्तियों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देने के लिए कल्चरल नोटिस बोर्ड लगाए जाएंगे।
इसके साथ की कुतुब परिसर में खुदाई भी होगी। जिसमें जमीन में दबे मंदिरों के अवशेषों के बारे में भी पता लगाया जाएगा। बता दें कि लगातार प्रकाशित खबरों में शोधों और एएसआई के पूर्व अधिकारियों के हवाले से प्रकाशित किया था कि कुतुबमीनार सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक वाराहमिहिर की वेधशाला थी।