लखनऊ
हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में ताजमहल के सम्बंध दाखिल याचिका पर मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी है। दरअसल मंगलवार को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे जिसकी वजह से अब मामले की सुनवाई 12 मई को होने की सम्भावना है।
मंगलवार को यह मामला जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की बेंच में सीरियल नम्बर दो पर सूचीबद्ध था। उल्लेखनीय है कि यह रिट याचिका अयोध्या जनपद के डॉ. रजनीश सिंह की ओर से दाखिल की गई है। याचिका में इतिहासकार पीएन ओक की किताब ताजमहल का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि ताजमहल वास्तव में तेजो महालय है जिसका निर्माण 1212 एडी में राजा परमार्दी देव द्वारा कराया गया था।
इसी के साथ ही आपको बता दें कि याचिका में यह भी दावा किया गया है कि माना जाता है कि ताजमहल के बंद दरवाजों के भीतर भगवान शिव का मंदिर है। याचिका में अयोध्या के जगद्गुरू परमहंस के वहां जाने व उन्हें उनके भगवा वस्त्रों के कारण रोके जाने सम्बंधी हालिया विवाद का भी जिक्र किया गया है।