मध्यप्रदेश के भोपाल में एक अस्पताल संचालक पर धर्मान्तरण के दबाव और रेप का आरोप लगा है। बता दें कि यह आरोप अस्पताल संचालक निहाल खान पर रेप और धर्मान्तरण के प्रयास में लगे है। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस में की है। शिकायत एक महिला फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा दर्ज करवाई गई है। फ़िलहाल, आरोपित अस्पताल संचालक फरार है। पीड़िता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में पीड़िता ने कह रही है कि मैं भोपाल में 2 अस्पताल की मालकिन हूँ। मेरे पार्टनर निहाल खान हैं। उन्होंने मेरे साथ प्यार का नाटक किया। उन्होंने मुझे अपनी पत्नी बताया। मुझे लंबे समय तक साथ रखा अब वह मेरे ऊपर 2 महीने से धर्म परिवर्तन का दबाव डाला रहे हैं। वह मुझ से कह रहा है कि मैं मुसलमान नहीं बनी तो मुझे बीवी नहीं माना जाएगा। मैं किसी कोर्ट को नहीं मानता और किसी कोर्ट की शादी को भी मैं नहीं मानूंगा। अगर प्रॉपर्टी वापस चाहिए तो मुसलमान बनो।
पीड़िता ने कहा कि जब मैंने धर्म परिवर्तन से मना किया तब वो शादी से मुकर गया। उसने आगे बताया कि मुझ से निहाल ने कहा कि मैंने प्रॉपर्टी अपने नाम कर ली है। मेरा जो कर पाओ कर लो। अगर तुम अपनी प्रॉपर्टी वापस पाना चाहती हो तो तुम्हे मुसलमान बनना पड़ेगा। उन्होंने अस्पताल के कागजात बदलवा लिए हैं। उन्होंने सारे बैंक खातों में भी अपना अकेले का ही नाम डाल रखा है। ये अस्पताल के मुस्लिमों को साथ ले कर सारे काले कारनामे करते हैं।
पीड़िता ने आगे बताया कि मेरे अस्पताल की एक दलित महिला कर्मचारी को अस्पताल के एक मुस्लिम स्टाफ ने गलत तरीके से छुआ था। बाद में उस मुस्लिम स्टाफ ने उसी महिला कर्मचारी को अपने साथ निकाह का ऑफर देते हुए कहा कि मैं 4-5 बीवियां रख सकता हूँ। साथ ही महिला कर्मचारी को डॉक्टर बनाने का भी लालच दिया गया। जब पीड़िता ने उसे रोका तो उसके साथ भी बदतमीजी की गई।
पीड़िता ने बताया कि मुझे बोला गया कि हम मुस्लिम हैं और तुम हिन्दू हो जो कर पाओ कर लो। हांलाकि पुलिस ने डॉक्टर निहाल खान पर रेप और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़िता ने निहाल खान पर खुद से मारपीट करने का भी आरोप लगाया है। बता दें कि पीड़िता भोपाल के लाला लाजपत राय कॉलोनी की रहने वाली बताई जा रही है।
साल 2018 में पीड़िता ने दीपक सोनी नाम के एक युवक से शादी की थी। एक महीने बाद ही दोनों अलग हो गए थे। बाद में वह डिपो चौराहे के जनरल अस्पताल में ऑन कॉल विजिट पर मरीजों को देखने जाने लगी। इसी विजिट के दौरान उसकी निहाल से जान-पहचान हो गई थी। उसने कभी अपना पूरा नाम नहीं बताया। शुरुआत में पीड़िता ने भी नहीं पूछा। निहाल ने पीड़िता से हमदर्दी दिखाई और शादी का वादा करके उस से शारीरिक संबंध बना लिए।
इस दौरान निहाल पीड़िता के परिवार से भी मेल-मिलाप बढ़ा लिया। इसी मेल-मिलाप का फायदा उठा कर निहाल खान ने पीड़िता की मां के साथ मिल कर अशोका गार्डन में अस्पताल खोल लिया। इसमें पीड़िता की मां ने भी पैसे लगाए। इसी के साथ पीड़िता ने 8 लाख रुपए में डिपो चौराहे का जनरल अस्पताल निहाल को पार्टनर बना कर खरीद लिया।
पीड़िता के मुताबिक बाद में निहाल खान ने फर्जी पेपर बनवा कर अस्पताल के डॉक्युमेंट अपने नाम करवा लिए। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तब उसकी पिटाई की गई। उसे धमकी दी गई कि अगर पुलिस से शिकायत हुई तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।