श्रीनगर/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का मस्तक है और इसका विकास सरकार की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर’ कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने 6,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं और जम्मू-कश्मीर के लगभग 1000 नए सरकारी भर्तियों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे।
प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का जिक्र करते हुए कहा, “आज जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर आज खुलकर सांस ले रहा है। बन्दिशों से ये आजादी आर्टिकल 370 हटने के बाद आई है। दशकों तक सियासी फायदे के लिए कांग्रेस और उसके साथियों ने 370 के नाम पर जम्मू कश्मीर के लोगों और देश को गुमराह किया।” उन्होंने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों, वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों को मतदान का अधिकार मिलने, एससी वर्ग के लिए वाल्मिकी समुदाय की मांग को पूरा करने, अनुसूचित जनजाति, पद्दारी जनजाति के लिए विधानसभा में सीटें आरक्षित करने और पद्दारी जनजाति, पहाड़ी को शामिल करने की बात कही।
जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने परिवारवाद की राजनीति पर ध्यान केंद्रित किया और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, “370 से फायदा जम्मू कश्मीर को था या कुछ राजनीतिक परिवार ही इसका लाभ उठा रहे थे। जम्मू कश्मीर की आवाम ये सच्चाई जान चुकी है कि उनको गुमराह किया गया था। कुछ परिवारों के फायदे के लिए जम्मू कश्मीर को जंजीरों में जकड़ दिया गया था।”
यह बताते हुए कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर परिवारवादी राजनीति का सबसे बड़ा शिकार रहा है, प्रधानमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर के लिए विकास अभियान किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा और क्षेत्र अगले 5 वर्षों में और अधिक तेजी से विकसित होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती के स्वर्ग पर आने की अनुभूति को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह नया जम्मू कश्मीर है जिसका हम दशकों से इंतजार कर रहे थे। इसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था। इस नए जम्मू कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है और इरादों में चुनौतियों को पार करने का हौंसला है। मोदी ने कहा, “140 करोड़ नागरिक जब जम्मू-कश्मीर के लोगों के मुस्कुराते चेहरे देखते हैं तो उन्हें शांति महसूस होती है।”
जम्मू-कश्मीर के लोगों के स्नेह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी स्नेह का यह कर्ज चुकाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मैं यह सारी मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं और मुझे विश्वास है कि मैं सही रास्ते पर हूं। मैं आपका दिल जीतने के अपने प्रयास जारी रखूंगा। ये मोदी की गारंटी है और आप सब जानते हैं कि मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी के पूरा होने की गारंटी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास की शक्ति, पर्यटन की क्षमता, किसानों की क्षमताएं और जम्मू-कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व विकसित जम्मू कश्मीर का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर सिर्फ एक जगह नहीं है, जम्मू कश्मीर भारत का मस्तक है। और ऊंचा सिर विकास और सम्मान का प्रतीक है। इसलिए, विकसित जम्मू और कश्मीर विकसित भारत की प्राथमिकता है।”
प्रधानमंत्री ने उस समय को याद किया जब देश में लागू कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं किए जाते थे और गरीबों के कल्याण के लिए उन योजनाओं का उल्लेख किया, जिनका लाभ वंचितों को नहीं मिल पाता था। उन्होंने आज बदलाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूरे देश के लिए योजनाएं आज श्रीनगर से शुरू की गई हैं और जम्मू-कश्मीर देश में पर्यटन का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने ‘देखो अपना देश पीपुल्स चॉइस’ अभियान के बारे में जानकारी दी, जहां सरकार द्वारा अगले 2 वर्षों में पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने के लिए 40 स्थानों की पहचान की गई है। उन्होंने दुनिया भर के भारतीयों (एनआरआई) को भारत आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ‘चलो इंडिया’ अभियान का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब उनका अगला मिशन ‘वेड इन इंडिया’ है। लोगों को जम्मू-कश्मीर आना चाहिए और अपनी शादियों की मेजबानी करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इरादे नेक हों और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का दृढ़ संकल्प हो तो परिणाम मिलना तय है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी पर प्रकाश डाला।
पर्यटन में परिवर्तनकारी विकास का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब लोग सवाल करते थे कि पर्यटन के लिए जम्मू और कश्मीर का दौरा कौन करेगा। आज, जम्मू और कश्मीर पर्यटन के सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। उन्होंने कहा, “अकेले 2023 में, जम्मू और कश्मीर ने पिछले रिकॉर्ड को पार करते हुए 2 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे।”
जम्मू-कश्मीर बैंक के बदलाव पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने अतीत के कुप्रबंधन को याद किया और इसे परिवारवाद की राजनीति और भ्रष्टाचार का शिकार बताया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे केंद्र ने जम्मू और कश्मीर बैंक को पुनर्जीवित करने के लिए कई कदम उठाए, जो लगभग डूब गया था, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ा नुकसान हुआ।