शिमला। हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे। रविवार को शिमला में जयराम ठाकुर को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। अब विधानसभा सचिवालय की ओर से उन्हें हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में नियुक्ति की अधिसूचना जारी होगी।
हिमाचल में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर रविवार को शिमला में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के लिए जयराम ठाकुर के नाम पर मुहर लगी। बैठक में राष्ट्रीय भाजपा महामंत्री विनोद तांवड़े, क्षेत्रीय प्रभारी सौदान सिंह, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना और सह प्रभारी संजय टण्डन और पूर्व प्रभारी मंगल पांडे भी मौजूद रहे।
मंगल पांडे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विधायक दल की बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का चयन हुआ है।
उन्होंने बताया कि उनका नाम विपिन परमार, सतपाल सत्ती, बलवीर वर्मा, डॉक्टर जनक राज सहित सभी 24 विधायकों ने प्रस्तावित किया और कुछ क्षणों में उनके नाम पर मोहर लगी।
पांडे ने बताया कि जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार में रहते हुए अच्छा कार्य किया और उनकी देखरेख में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की नकारात्मक सरकार का सामना करेगी।
मुख्य विपक्षी दल भाजपा में नेता प्रतिपक्ष के लिए जयराम ठाकुर के अलावा पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व स्पीकर विपिन सिंह परमार दौड़ में चल रहे थे। केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद जयराम ठाकुर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में जयराम ठाकुर पर राज्य के मुद्दों को प्राथमिकता से उठाने के साथ सत्तापक्ष की घेराबंदी करने की जिम्मेदारी रहेगी। खासकर कांग्रेस की नई सरकार द्वारा भाजपा शासन में खुले सैकड़ों कार्यालयों को बंद करने के मुद्दे को सदन में जोरदार तरीके से उठाना होगा।
14वीं विधानसभा के निर्वाचन की प्रक्रिया एक चरणों में पूरी हुई और 08 दिसंबर को परिणाम आया। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राज्य विधानसभा की 68 सीटों में 40 सीटें प्राप्त की, जबकि भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की। तीन सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे।