दुबई । भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा अगले महीने डब्ल्यूटीए 1000 इवेंट दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप के बाद संन्यास ले लेंगी। यह जानकारी स्वयं सानिया मिर्ज़ा ने की है
वह शुरू में पिछले सीज़न के अंत में यूएस ओपन में हिस्सा लेने के बाद खेल से संन्यास लेना चाहती थी, लेकिन कोहनी की चोट का कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में तीन-तीन खिताब जीतने वाली छह बार की मेजर चैंपियन इस साल के ऑस्ट्रेलियन ओपन में कजाकिस्तान की एना डेनिलिना के साथ खेलेंगी, जो 16 जनवरी से शुरू होगी।
36 वर्षीय मिर्जा, जो एक दशक से अधिक समय से दुबई में रह रही हैं, वहीं खेल से संन्यास लेना चाहती हैं, जहाँ उन्होंने भारी भीड़ के सामने कई वर्षों तक भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
सानिया ने दुबई में डब्ल्यूटीएटेनिस.कॉम से बातचीत में कहा, “मैं डब्ल्यूटीए फाइनल के ठीक बाद रुकने वाली थी, क्योंकि हम डब्ल्यूटीए फाइनल में जगह बनाने जा रहे थे, लेकिन यूएस ओपन से ठीक पहले मेरी कोहनी में चोट लग गई थी, इसलिए मुझे संन्यास का फैसला टालना पड़ा। ईमानदारी से, मैं अपनी शर्तों पर काम करना पसंद करती हूं। मैं चोट से मजबूर होकर संन्यास नहीं लेना चाहती थी। इसलिए मैं प्रशिक्षण कर रही हूं।”
उन्होंने कहा, “दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप के दौरान मेरी रिटायर होने की योजना है।”
बता दें कि दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप 19 फरवरी से शुरू होगा। सानिया युगल वर्ग में शीर्ष पर रहीं हैं। वह 2015 में ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनीं।
महिला युगल वर्ग में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन (2016), विंबलडन (2015), यूएस ओपन (2015) जीता है। उन्होंने मिश्रित युगल में ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009), फ्रेंच ओपन (2012) और यूएस ओपन (2014) भी जीता है।
अगले महीने दुबई चैंपियनशिप के बाद सानिया मिर्जा पेशेवर टेनिस से संन्यास लेंगी
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