नई दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में हालत बहुत विस्फोटक बाना दिए हैं। इमरान खान की गिरफ़्तारी पर हिंसक विरोध बढ़ता ही जा रहा है। पूरे देश में आगजनी व हिंसा की घटनाएं कल से भी ज्यादा तेज हो गयी हैं। बुधवार को हालात इतने बदतर हो गए हैं कि रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में प्रदर्शनकारी घुस गए हैं। तीन प्रांतों में इंटरनेट सेवा रोकी गई है और सभी सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अभूतपूर्व तरीके से इमरान खान के समर्थकों ने रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय पर हमला कर दिया। साथ ही लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर पर भी पीटीआई समर्थकों ने हमला बोल दिया। हिंसा के चलते पाकिस्तानी पंजाब में सेना तैनात कर दी गई है। कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात को देखते हुए जल्द ही सेना के जवानों की संख्या संबंधी और किन इलाकों में तैनाती की जाएगी, इस पर फैसला लिया जाएगा। वहीं पीटीआई के एक हजार से ज्यादा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है।
अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान की मंगलवार को हुई गिरफ्तारी की वजह से आगजनी व हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। आरोप है कि इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनकी पार्टी के कई अन्य नेताओं ने इस्लामाबाद की रियल स्टेट कंपनी बाहरिया टाउन से करीब पांच अरब रुपये और सैकड़ों कनाल जमीन ली थी। आरोप है कि यह जमीन दान के रूप में गैर-लाभार्थी संगठन अल कादिर ट्रस्ट को दी गई। खास बात ये है कि इस ट्रस्ट में बस दो ही ट्रस्टी इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी हैं। आरोप है कि इस समझौते के चलते देश के खजाने को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान सुलग रहा है। बताया गया कि इमरान खान को रावलपिंडी भेजा गया है। इमरान खान की गिरफ्तारी को गैर कानूनी ठहराने से जुड़ी याचिका इस्लामाबाद हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद आक्रोश और मुखर हो गया। रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय पर हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोर कमांडरों के अलावा कई बड़े सैन्य अधिकारी शामिल हैं।
इमरान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इमरान खान के समर्थकों के हंगामे के कारण पूरे देश में धारा 144 लागू कर दी गई है। सिंध को छोड़कर पाकिस्तान के तीन प्रांतों पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान में इंटरनेट बंद कर दिया गया। सोशल मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया। इसी तरह मुल्तान, झांग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, गुजरांवाला, हाफिजाबाद और गुजरात शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। भारी विरोध को देखते हुए पाकिस्तान की सरकार ने बुधवार को देशभर में सभी निजी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। पीटीआई के कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। इस घटना के विरोध में पीटीआई ने पाकिस्तान बंद का ऐलान भी किया है।
पाकिस्तान की भ्रष्टाचार निरोधी संस्था नैब ने कोर्ट में इमरान खान की 14 दिन की कस्टडी देने की मांग की है। इमरान खान के मामले पर सुनवाई कर रहे जज मोहम्मद बशीर ने ही भ्रष्टाचार के मामलों में पूर्व पीएम नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को दोषी ठहराया था।
इमरान खान को इस्लामाबाद पुलिस लाइन्स में पेश किया गया है। पुलिस लाइन्स में कोर्ट लगाई गई है। इमरान खान को पेश करने के चलते इस्लामाबाद पुलिस लाइन्स के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहीं पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी की जा रही है। नैब ने कोर्ट में इमरान खान की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी है।
उधर पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से खबर आ रही है कि पीटीआई नेता असद उमर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से असद उमर की गिरफ्तारी हुई है। असद उमर के साथ अन्य पीटीआई नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। ये लोग इमरान खान से मिलने की कोशिश कर रहे थे, उसी दौरान इन्हें गिरफ्तार किया गया।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने पूरे देश में पार्टी समर्थकों से विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। पीटीआई नेता शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जब तक उनकी मुलाकात इमरान खान से नहीं कराई जाएगी, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। कुरैशी ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के समय इमरान खान को पीटा गया।
क्या है अल कादिर ट्रस्ट मामला, जिसमें गिरफ्तार हुए इमरान खान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और कई अन्य पीटीआई नेताओं ने इस्लामाबाद की रियल स्टेट कंपनी बाहरिया टाउन से करीब पांच अरब रुपए और सैंकड़ों कनाल जमीन ली थी। यह जमीन कंपनी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बचाने के बदले ली गई थी। आरोप है कि जमीन दान के रूप में गैर-लाभार्थी संगठन अल कादिर ट्रस्ट को दी गई। खास बात ये है कि इस ट्रस्ट में बस दो ही ट्रस्टी हैं और वो हैं इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी। आरोप है कि इस समझौते के चलते देश के खजाने को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।