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रियल एस्टेट की विश्वसनीय कंपनी टी & टी ग्रुप की छवि को खराब करने की साजिश

 कंपनी के अधिकारियों ने प्रेस कॉफ्रेंस में ब्लैकमेल करने वालों का खुलासा किया

by City Headline
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गाजियाबाद। रियल एस्टेट कंपनी टी & टी ने अपनी साफ छवि और अच्छे कार्य से गाजियाबाद में ही नहीं बल्कि पूरे NCR में अलग पहचान बनाई है। कंपनी का मकसद लोगों को समयबद्ध सीमा में उनके साथ किये गए कमिटमेंट को पूरा करना है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व कंपनी की छवि को खराब करने और कंपनी को ब्लैकमेल करने में लगे हुए हैं।

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गाजियाबाद में मंगलवार को कंपनी की तरफ से इस बाबत एक प्रेस कॉफ्रेंस गई। टी & टी ग्रुप के बिजनेस डेवलपमेंट हेड निखिल सिसोदिया ने मीडिया को बताया कि कंपनी को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। कंपनी की तरफ से बताया गया कि मारूफ खान नाम का एक व्यक्ति कंपनी को ब्लैकमेल कर रहा है। मारूफ खान पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि मारूफ खान कंपनी को साजिश के तहत बदनाम करने और फंसाने की कोशिश कर रहा है।
आवासीय समिति वेलफेयर एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव चौधरी जगवीर सिंह ने प्रेस कॉफ्रेंस में बताया –

  • मारूफ खान के खिलाफ पिछले दिनों गाजियाबाद के विजय नगर थाने में शिकायत की गई थी, जिस पर पुलिस अपराधी मारूफ खान तक पहुंची और उसे गिरफ्तार किया।
  • पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसकी साजिश का पर्दाफाश भी किया।
  • कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी की साफ-सुथरी छवि को खराब करने के लिए कुछ लोग अलग-अलग रास्ते अपना रहे हैं। इन लोगों के द्वारा अलग अलग माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है।

टी & टी कंपनी ने उस पर लगाये जा रहे सभी बेबुनियाद आरोपों का खंडन किया और बताया –

  • रियल एस्टेट क्षेत्र की अग्रणी कंपनी टी & टी अपने बेहतरीन फ्लैट्स व बिल्डिंग्स के निर्माण के लिए जानी जाती है। यह कंपनी सिद्धार्थ विहार, इंदिरापुरम और गाजियाबाद में लैंड डेवलपमेंट का कार्य करती है।
  • बिना सबूत के पूर्व राज्यमंत्री ने कंपनी के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए जो कि गलत साबित हुए।

आरोपों का खंडन करते हुए टी एंड टी के बिजनेस डेवलपमेंट हेड निखिल सिसोदिया ने कहा –

  • प्रोजेक्ट पर रेकी भी कराई गई और नाजायज मांगों को लेकर ब्लैकमेल भी किया गया।
  • भूमि आवंटन व अनुबंध को लेकर कंपनी ने साफ किया कि पांच नहीं बल्कि 12 समितियों को परिषद ने 5 % कटौती कर के शेष भूमि का 50 % अविकसित भूखंड आवंटित किया। इन 12 समितियों में से सिर्फ दो समितियों के साथ कंपनी कार्य कर रही है।