राजस्थान में करौली के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर (jodhpur) और विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा इलाके में ईद के मौके पर सांप्रदायिक हिंसा भड़कने से माहौल तनावपूर्ण हो गया. सोमवार आधी रात जालौरी गेट चौराहे पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति के पास झंडा फहराने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद मामला दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी और हिंसक झड़प (jodhpur clash) में बदल गया जिसके बाद पुलिस ने 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया और अभी तक 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) ने जोधपुर उपद्रव पर कहा कि वहां दंगा नहीं हुआ है, दंगा हो सकता था, तनाव ज्यादा हो गया था, छिट-पुट घटनाएं भी हुई हैं. गहलोत के मुताबिक जोधपुर के अंदर अफवाह फैलाकर दंगा भड़काने की कोशिश की गई, लेकिन हमने समय रहते रोक लिया, वरना वहां दंगा भड़क सकता था.
वहीं हिंसा के बाद बुधवार को मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि जोधपुर में 12 एफआईआर दर्ज की गई है, अगर कोई और एफआईआर दर्ज कराना चाहता है तो किया जाएगा. वहीं दर्ज मामलों में से 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कल्ला के मुताबिक आईपीसी की धारा 151 के तहत 133 गिरफ्तार किए गए और जो भी निर्दोष होगा, उसे रिहा किया जाएगा.
उदयपुर पहुंचने पर सीएम ने कहा कि यह सब एजेंडा के तहत किया जा रहा है. गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी के हाईकमान की तरफ से राजस्थान के बीजेपी नेताओं को आदेश दिया गया है जिसकी यहां पालना की जा रही है.
कल जोधपुर में जो कुछ हुआ कोई ऐसा मुद्दा नहीं था कि जहां दंगा भड़कने की स्थिति आए, ये तो हम लोगों ने दंगा कहीं होने नहीं दिया, न करौली में, न राजगढ़ में, न जोधपुर में, इसीलिए कोई कैजुअलिटी नहीं हुई, कोई बड़ी घटना नहीं हुई। pic.twitter.com/pQqyMuMjKi
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 4, 2022
बीजेपी और RSS का एजेंडा बेहद खतरनाक : गहलोत
सीएम ने आगे कहा कि हिंसा की कई घटनाओं में बीजेपी के नेता नामजद हैं और वह फरार चल रहे हैं. वहीं सीएम ने कहा कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी और RSS का एजेंडा बेहद खतरनाक हो गया है जो पूरे देश के लिए चिंता की बात है.
सीएम ने कहा कि राजस्थान बीजेपी के नेताओं को दिल्ली बुलाकर दिशा निर्देश दिए गए हैं कि प्रदेश में क्या-क्या करना है, पूरा प्लान बनाया गया है. वहीं गहलोत ने आगे कहा कि रामनवमी के बाद देश के 7 राज्यों में दंगे हुए थे लेकिन हमने राजस्थान में दंगा नहीं होने दिया, करौली, रामगढ़ और जोधपुर कहीं भी दंगा नहीं हुआ है, केवल छिटपुट घटनाएं हुई हैं. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश या किसी अन्य प्रदेश में दंगे होते हैं वैसी कोई घटना राजस्थान में नहीं हुई है.
हम बुलडोजर में नहीं रखते यकीन : गहलोत
वहीं गहलोत ने आगे एक बार फिर जोर देकर कहा कि हमने हिंसा होने के बाद कहीं बुलडोजर नहीं भेजा है और ना भेजेंगे, इसके बाद भी पूरा रमजान शांतिपूर्वक निपट गया है. गहलोत के मुताबिक राजस्थान में सदियों से भाईचारे और मेलमिलाप का समाज रहा है, हालांकि छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन कोई दंगा नहीं हुआ है. गहलोत ने कहा कि बुलडोजर से मुझे ऐतराज नहीं, देश को इससे ऐतराज है क्योंकि जो लोग भी कानून और संविधान में विश्वास करेंगे वह बुलडोजर में यकीन नहीं करेंगे.