वाराणसी। मोक्षदायिनी गंगा में वाटर टैक्सी चलाने के विरोध में गुरुवार को नाविकों ने नौका संचालन ठप कर दशाश्वमेध घाट पर धरना दिया। धरना में शामिल नाविकों ने कहा कि हम लोगों ने अफसरों के साथ पत्राचार कर गंगा में वाटर टैक्सी चलाने को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बाद भी प्रशासन ने आपत्ति को दरकिनार कर बिना किसी संवाद के मनमाने ढग से टैक्सी चलवाने का निर्णय ले लिया। इसके विरोध में शांतिपूर्ण ढग से हड़ताल के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है।
किसी जनप्रतिनिधि ने हमारी बात को सुनी
धरना का नेतृत्व कर रहे प्रमोद माझी ने बताया कि वाटर टैक्सी को लेकर हम लोगों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के आला अफसरों को भी पत्र भेजा था। कष्ट इस बात का है कि पत्राचार के बावजूद न तो किसी अधिकारी और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने हमारी बात को सुनी। हमसे मिलकर कोई संवाद भी नहीं किया। नाविकों ने चेताया कि गंगा में वाटर टैक्सी चली तो समाज कुछ भी करने के लिए विवश हो जाएगा।
चार रूटों का किराया भी तय
जिला प्रशासन नमो घाट और अस्सी घाट के बीच वाटर टैक्सी का संचालन शुरू करने जा रहा है। इसके लिए चार रूटों का निर्धारण कर किराया भी तय कर दिया गया है। यह वाटर टैक्सी एक फेरे में 86 श्रद्धालुओं को गंगा में नौकायन का अवसर देगी। इसके लिए गुजरात भावनगर से 10 वाटर टैक्सी यहां आई है। अभी दो को गंगा में संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है।