लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने मंगलवार को लखनऊ से आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान एटीएस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, जिसमें आरोपित पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के महिला हैंडलरों से सम्पर्क में था। उसने भारतीय सेना से जुड़ी कई तस्वीरें उनको भेजीं और उसके बदले में उसे पैसे मिले हैं।
एटीएस को उसके पास से सेना का फर्जी पहचान पत्र और अन्य चीजें मिली हैं। हालांकि अभी तक इसको लेकर एटीएस की ओर से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। एटीएस ने जिस संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, वह मूलरूप से कासगंज जनपद के पटियाली का रहने वाला शैलेश कुमार उर्फ शैलेन्द्र चौहान है। तकरीबन आठ माह से अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना में अस्थाई श्रमिक काम करने के दौरान उसने सेना से संबंधित जानकारियां जुटाई थीं।
फेसबुक पर उसने अपने आप को सेना में कार्यरत बताते हुए सेना की वर्दी पहने हुए प्रोफाइल तस्वीर भी लगाई है, जबकि वर्तमान समय में वो सेना में किसी पद पर नहीं है। इस दौरान फेसबुक पर वो हरलीन कौर और प्रीति नाम की युवतियों के संपर्क में आया था। पैसों के लालच में उसने उन युवतियों को सेना से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां और सेना के वाहनों की मूवमेंट की तस्वीरें भेजी थीं। इसके एवज में उसके खाते में पैसे भी आये थे। एटीएस की टीम उससे पूछताछ कर रही है।